कितने अमीर हैं भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन? चुनावी हलफनामे में संपत्ति और 5 मामलों का खुलासा खगड़िया पुलिस ने लॉन्च की आधिकारिक वेबसाइट, अब घर बैठे ऑनलाइन होगी शिकायत और सत्यापन लालू यादव के कथित आलीशान बंगले पर सियासत तेज, सम्राट चौधरी के बाद अब नीरज कुमार ने भी की बंगले में स्कूल खोलने की मांग PURNEA: बिहार सरकार के निर्देश पर अतिक्रमण के खिलाफ सख्त कार्रवाई, बनमनखी में दुकानों पर चला बुलडोजर वाहन जांच के दौरान 2.885 KG चांदी और 4 लाख कैश बरामद, दो गिरफ्तार Nitin Nabin: बीजेपी का कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद नितिन नवीन को मिलेंगी कितनी सुविधाएं, सैलरी मिलेगी या नहीं? जानिए.. Nitin Nabin: बीजेपी का कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद नितिन नवीन को मिलेंगी कितनी सुविधाएं, सैलरी मिलेगी या नहीं? जानिए.. Bihar Education News: शिक्षा विभाग के अफसरों को लिखने भी आता ! BEO ने एक पन्ने की चिट्ठी में 12 से अधिक गलती की Patna Crime News: पटना में दो पक्षों के बीच फायरिंग से हड़कंप, लाइसेंसी हथियार के साथ आरोपी गिरफ्तार Patna Crime News: पटना में दो पक्षों के बीच फायरिंग से हड़कंप, लाइसेंसी हथियार के साथ आरोपी गिरफ्तार
14-Feb-2024 05:51 PM
By First Bihar
PATNA: बिहार में राज्यसभा की 6 सीटों के लिए हो रहे उप चुनाव में दोनों पक्ष यानि एनडीए और महागठबंधन को तीन-तीन सीट मिलती हुई दिख रही है. महागठबंधन की ओर से राजद ने दो उम्मीदवार उतारे हैं तो तीसरी सीट कांग्रेस के अखिलेश प्रसाद सिंह के पास गयी है. लेकिन इस बंटवारे से भाकपा(माले) नाराज है. माले ने कहा है-हमने इस कुर्बानी दे दी है लेकिन हर बार नहीं देंगे.
माले की नाराजगी
बता दें कि राज्यसभा चुनाव में विधायकों की संख्या के आधार पर जीत हार होती है. महागठबंधन में विधायकों की संख्या कुछ ऐसी है. राजद के पास 79 विधायक हैं, हालांकि इसमें से तीन विधायक बागी हो चुके हैं. दूसरी नंबर पर कांग्रेस है, जिसके पास 19 विधायक हैं. वहीं भाकपा माले के 12 तो सीपीआई और सीपीएम के पास 2-2 विधायक हैं. माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्च ने आज मीडिया से बात करते हुए कहा कि राज्यसभा की एक सीट पर भाकपा माले का दावा बन रहा था. वाम दलों के पास 16 विधायक हैं. वाम दलों की भी दावेदारी राज्यसभा और विधान परिषद की सीटों पर बनती है.
खरगे के फोन पर माने
दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि कांग्रेस के उम्मीदवार को समर्थन देने के लिए मल्लिकार्जुन खरगे का फोन उनके पास आया था. तेजस्वी यादव से भी बात हुई. इसके बाद हमने महागठबंधन के लिए कुर्बानी दी है. लेकिन ये सिर्फ इस बार के लिए है. बार-बार हम कुर्बानी नहीं देंगे. हमारे लोगों को भी राज्यसभा औऱ विधान परिषद में जाना चाहिये.
लोकसभा में ज्यादा सीट चाहिये
दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि हमने राज्यसभा में कांग्रेस को समर्थन दिया है. इस बात को लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग के दौरान ध्यान में रखा जाना चाहिये. उन्होंने कहा कि जब नीतीश कुमार महागठबंधन में थे तो सीट बंटवारे के लिए दबाव था. तब माले ने 5 सीटो पर दावेदारी की थी. लेकिन नीतीश कुमार गठबंधन में नहीं हैं, लिहाजा परिस्थितियां बदल गयी है. अब बदली हुई परिस्थिति के मुताबिक माले को लोकसभा की सीट चाहिये. ये बात महागठबंधन के नेताओं को बता दिया गया है.