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24-Jul-2020 01:54 PM
By Ajay Ray
BUXAR: पिता कंधे पर ऑक्सीजन का सिलेंडर तो मां गोद में लिए नवजात को इलाज के लिए बक्सर सदर हॉस्पिटल में भटकती रही है. यह हाल वहां का है जहां के सांसद केंद्र में खुद स्वास्थ्य राज्य मंत्री हैं.
ये तस्वीर बक्सर सदर हॉस्पिटल की तो पोल खोल ही रही है. ये सबसे बड़ी नाकामी केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे की दिखा रही है और यह बता रही है कि चौबे जी सिर्फ बयान देने के अलावे अपने क्षेत्र को लेकर कुछ नहीं किए. दावे तो बड़े-बड़े करते हैं, लेकिन उस दावे का दम निकल जाता है. जिसका नमुना यह तस्वीर हैं. जो अपने संसदीय क्षेत्र के लिए कुछ नहीं कर सकते उस मंत्री से देश की जनता क्या उम्मीद कर सकती है..
कोरोना संकट के बाद हॉस्पिटल की स्थिति खराब
कोरोना संकट के बाद बक्सर की स्थिति और खराब हो गई है. मंत्री साहब अपने क्षेत्र की जनता को छोड़ दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं. बक्सर में कोरोना से कोहराम मचा हुआ है. कोई गली और मुहल्ला नहीं है जिस एरिया में कोरोना का पॉजिटिव मरीज नहीं है. इलाज करने वाले डॉक्टर सदर हॉस्पिटल में नहीं हैं. ये परिवार भी मासूम बच्चे को लेकर इलाज के लिए गया था. लेकिन वह इलाज के लिए कंधे पर ऑक्सीजन का सिलेंडर लेकर डॉक्टर को खोजता रहा है.