महागठबंधन में नहीं सुलझ पाया है सीट बंटवारे का फार्मला,कांग्रेस ने जारी की कैंडिडेट के नाम की पहली लिस्ट, इतने नेता शामिल AIMIM में टिकट बंटवारे को लेकर बवाल, प्रदेश अध्यक्ष पर टिकट बेचने का गंभीर आरोप BIHAR ELECTION 2025: बेतिया में कांग्रेस के खिलाफ अल्पसंख्यक समुदाय का विरोध, टिकट बंटवारे में अनदेखी का आरोप BIHAR ELECTION 2025: बड़हरा से RJD ने रामबाबू सिंह पर जताया भरोसा, सिंबल मिलते ही क्षेत्र में जश्न Patna Crime News: बिहार में चुनावी तैयारियों के बीच पटना से JDU नेता अरेस्ट, इस मामले में हुई गिरफ्तारी Patna Crime News: बिहार में चुनावी तैयारियों के बीच पटना से JDU नेता अरेस्ट, इस मामले में हुई गिरफ्तारी Bihar Election 2025: पूर्व IPS शिवदीप लांडे ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर दाखिल किया नामांकन, बिहार चुनाव में दिखाएंगे ताकत Bihar Election 2025: पूर्व IPS शिवदीप लांडे ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर दाखिल किया नामांकन, बिहार चुनाव में दिखाएंगे ताकत Bihar Election 2025: बिहार की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी, RLJP चीफ पशुपति पारस का बड़ा एलान Bihar Election 2025: बिहार की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी, RLJP चीफ पशुपति पारस का बड़ा एलान
13-Oct-2020 11:08 AM
SAMASTIPUR : समस्तीपुर के रोसड़ा विधानसभा क्षेत्र से असली बीजेपी नेता के बजाय एक कार्यकर्ता नामांकन कराने पहुंच गया. उसने धोखे से पार्टी का सिंबल भी ले लिया और उसमें अपना नाम, पिता का नाम भरकर नामांकन कराने अनुमंडल भी पहुंच गया. लेकिन ऐन वक्त पर पूरा मामला सामने आ गया और वो सिंबल रद्द कर पार्टी ने असली नेता को नया सिंबल दिया.
बताया जा रहा है कि रोसड़ा विधानसभा से बीजेपी जिला मंत्री वीरेंद्र कुमार पासवान को उम्मीदवार बनाया है. लेकिन सोशल मीडिया में सूची में वीरेंद्र कुमार पासवान का नाम देखकर दरभंगा का रहने वाला बीजेपी कार्यकर्ता वीरेंद्र पासवान पार्टी कार्यालय पहुंच गया और सिंबल लेकर चला गया. असली नेता जब सोमवार को पार्टी ऑफिस पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि सिंबल तो वीरेन्द्र पासवान ले गए. जिसके बाद बीजेपी नेताओ की होश उड़ गए. सबने बताया कि वीरेंद्र कुमार पासवान तो हमारे साथ हैं फिर कौन टिकट ले गया.
इसके बाद जांच शुरू हुई और बीजेपी के कार्यकर्ताओं को रोसड़ा अनुमंडल कार्यालय पहुंचे, तब पूरे मामले का खुलासा हुआ. दरभंगा के रहने वाले वीरेंद्र पासवान ने सिंबल ले लिया था और उसमें अपना नाम पता भी भर दिया था. इसकी सूचना प्रदेश कार्यालय को दी गई. तब पहले जारी किए गए सिंबल को रद्द करते हुए असली वीरेन्द्र कुमार पासवान के नाम से नया सिंबल जारी किया गया.