Bihar Crime News: घर के बाहर युवक का शव मिलने से सनसनी, परिजनों ने हत्या की जताई आशंका Bihar Crime News: घर के बाहर युवक का शव मिलने से सनसनी, परिजनों ने हत्या की जताई आशंका बिहार में शराब की बुरी लत बनी जानलेवा: नशे में धुत शख्स ने दारू समझकर पी लिया बाथरूम में रखा एसिड, तड़पकर हुई मौत बिहार में शराब की बुरी लत बनी जानलेवा: नशे में धुत शख्स ने दारू समझकर पी लिया बाथरूम में रखा एसिड, तड़पकर हुई मौत Bihar Bhumi: बिहार में अब 15 दिनों में होगा परिमार्जन, सीओ पर नकेल कसने की पूरी तैयारी; खत्म होगी कर्मचारी-अधिकारी की मनमानी Bihar Bhumi: बिहार में अब 15 दिनों में होगा परिमार्जन, सीओ पर नकेल कसने की पूरी तैयारी; खत्म होगी कर्मचारी-अधिकारी की मनमानी Bihar News: रिश्वतखोरी के आरोप में परिवहन विभाग के 2 ESI गिरफ्तार ! ट्रांसपोर्टर से अवैध वसूली में पुलिस की बड़ी कार्रवाई ऑपरेशन मुस्कान से लौटी लोगों के चेहरे पर मुस्कान, सहरसा पुलिस ने 43 गुम मोबाइल किए सुपुर्द Bold Photoshoot : इस एक्ट्रेस को फोटोशूट कराने पर मां से मिली थी सजा, मां ने मारा थप्पड़ और फिर.. लव जिहाद के नाम पर रेप: हिन्दू बनकर लड़की को प्रेम जाल में फंसाया, दरगाह में खुला राज
17-May-2022 06:26 PM
By AKASH KUMAR
AURANGABAD: इस वक्त की बड़ी खबर औरंगाबाद से आ रही है, जहां निगरानी विभाग की टीम ने एक कार्यपालक अभियंता और कैशियर को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। दोनों एक ठेकेदार से रिश्वत ले रहे थे इसी दौरान निगरानी की टीम ने दोनों को रंगेहाथ दबोच लिया। निगरानी की टीम कार्यपालक अभियंता और कैशियर को गिरफ्तार कर अपने साथ पटना लेकर चली गई। जहां पूछताछ के बाद दोनों को निगरानी कोर्ट के समक्ष पेश किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक निगरानी की टीम ने दाउदनगर में पदस्थापित ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता अरुण कुमार एवं रोकड़ पाल राकेश कुमार सुमन के घर छापेमारी कर दोनों को रिश्वत के पैसों के साथ धर दबोचा। निगरानी विभाग की इस कार्रवाई की किसी को भनक तक नहीं लगी। दोनों को गिरफ्तार करने के बाद निगरानी की टीम उन्हें अपने साथ लेकर पटना चली गई।
बताया जा रहा है कि तेलिया पोखर निवासी संवेदक गोपाल सिंह के कई कार्य ग्रामीण कार्य विभाग में चल रहे थे और उसका समय समाप्त हो रहा था। समय पर कार्य पूरा नहीं होने के कारण संवेदक गोपाल सिंह ने अवधि विस्तार के लिए आवेदन दिया था। अवधि बढ़ाने के एवज में कार्यपालक अभियंता द्वारा मोटी रकम की मांग की गई थी। संविदा अवधि के विस्तार को लेकर कार्यपालक अभियंता लगातार ठेकेदार पर पैसों के लिए दबाव बना रहा था।
कार्यपालक अभियंता के दबाव से परेशान होकर ठेकेदार ने इसकी जानकारी निगरानी विभाग को देते हुए कार्रवाई की मांग की थी। संवेदक के आवेदन पर कार्रवाई करते हुए निगरानी की टीम ने जाल बिछाया और रिश्वत लेने के मामले में शामिल कार्यपालक अभियंता एवं रोकड़ पाल को रंगे हाथ धर दबोचा। दोनों ने ठेकेदार से कितने रुपए लिए थे यह फिलहाल स्पष्ट नही हो सका है हालांकि दोनों के द्वारा ठेकेदार से लगभग डेढ़ लाख लिए जाने की बात सामने आ रही है।
