Bihar Dsp Transfer: नीतीश सरकार ने सात DSP का किया ट्रांसफर-पोस्टिंग, लिस्ट देखें.... Bihar Politics: ‘झूठ बोलने की मशीन बनकर घूम रहे पीएम’ आरजेडी सांसद सुधाकर सिंह ने पीएम मोदी को बताया सबसे नकारा प्रधानमंत्री Pitru Paksha 2025: पितृ पक्ष में सफेद रंग क्यों होता है जरूरी? जानें... इसके पीछे का रहस्य Bihar News: बिहार के इस जिले को बाढ़ से मिलेगी मुक्ति, जल्द शुरू होने जा रहा यह बड़ा काम; सरकार ने दे दी मंजूरी Bihar News: बिहार के इस जिले को बाढ़ से मिलेगी मुक्ति, जल्द शुरू होने जा रहा यह बड़ा काम; सरकार ने दे दी मंजूरी Bihar News: आचानक बिजली के टावर पर चढ़ गया युवक, घंटों किया हाई वोल्टेज ड्रामा; जानिए... फिर क्या हुआ? Bihar Politics: मोकामा में ललन सिंह ने ऐसा क्यों कहा..? नीतीश कुमार ने अपराधियों को ठंढा कर दिया...और चोर-चिल्लर तो 'अनंत बाबू' के डर से घर में घुस गया Bihar Politics: अनंत बाबू को विजयी बनाइए....मोकामा की धरती से ललन सिंह ने कर दिया एलान Bihar Crime News: बिहार में रेल पार्सल से शराब की तस्करी, पुलिस ने बड़ी खेप को किया जब्त BIHAR NEWS : शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही, लाखों की आयरन-फोलिक एसिड की दवाइयाँ बर्बाद; DEO ने दिए यह आदेश
23-Jul-2021 07:12 PM
PATNA: दो साल पहले बिहार पुलिस के एक इंस्पेक्टर को डीएसपी के पद पर प्रमोशन दिया गया था लेकिन आज बिहार सरकार ने उन्हें इंस्पेक्टर से भी एक पद नीचे यानि दारोगा बना देने का आदेश जारी कर दिया है। सरकार ने ये भी पूछा है कि आखिरकार उन्हें प्रमोशन किसने दिया. प्रमोशन देने वाले के खिलाफ भी कार्रवाई के आदेश दिये गये हैं।
जानिये क्या है पूरा मामला
दरअसल मामला त्रिपुरारी प्रसाद नामक पुलिस अधिकारी का है। 2019 में ही उन्हें इंस्पेक्टर से डीएसपी बनाया गया था। लेकिन अब सरकार ने नयी अधिसूचना निकाली है. इसमें उन्हें डीएसपी में प्रमोशन देने का आदेश रद्द कर दिया गया है. सरकार ने उससे पहले उन्हें दरोगा से इंस्पेक्टर में प्रमोशन देने का भी आदेश रद्द कर दिया है. उन्हें वापस दरोगा बनाने का आदेश दिया गया है. इसके साथ ही ये भी निर्देश दिया गया है कि जिसने उन्हें प्रमोशन दिया उसकी पहचान कर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाये.
सरकार ने क्यों की कार्रवाई
दरअसल त्रिपुरारी प्रसाद साल 2006 में बिहार पुलिस की विशेष शाखा में सब इंस्पेक्टर यानि दरोगा हुआ करते थे. तब निगरानी विभाग ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था. ये मामला अब भी चल रहा है. पुलिस सेवा के नियमों के मुताबिक जिस पदाधिकारी के खिलाफ निगरानी का मामला दर्ज हो उसे प्रमोशन नहीं दिया जा सकता है. लेकिन त्रिपुरारी प्रसाद को पहले सब इंस्पेक्टर से इंस्पेक्टर में प्रमोशन दिया गया. फिर 2019 में उन्हें इंस्पेक्टर से डीएसपी बना दिया गया.
समीक्षा में सामने आयी बात
दरअसल निगरानी विभाग ने बिहार सरकार को पुलिस पदाधिकारियों के खिलाफ चल रहे मामलों पर रिपोर्ट सौंपी थी. रिपोर्ट में ये बात सामने आयी कि त्रिपुरारी प्रसाद के खिलाफ 2006 से ही निगरानी थाने में मुकदमा दर्ज है. लेकिन फिर भी उन्हें दो दफे प्रमोशन दे दिया गया. गृह विभाग ने इस बाबत पुलिस मुख्यालय से पूछताछ की तो पुलिस मुख्यालय ने उनका प्रमोशन वापस लेने की अनुशंसा कर दी. इसके बाद गृह विभाग ने आऱोपी पुलिस पदाधिकारी से जवाब मांगा. उन्हें अपना जवाब सौंप कर प्रमोशन को सही ठहराया. लेकिन गृह विभाग ने उनके जवाब को सही नहीं माना. लिहाजा पहले उन्हें डीएसपी के पद पर दिये गये प्रमोशन को रद्द कर इंस्पेक्टर बनाया गया. फिर एक दूसरी अधिसूचना निकाल कर उन्हें दरोगा से इंस्पेक्टर पद पर दिये गये प्रमोशन को भी रद्द कर दिया है. यानि त्रिपुरारी प्रसाद को अब डीएसपी से दरोगा बना दिया गया है.
कार्रवाई की भी अनुशंसा
बिहार सरकार के गृह विभाग ने डीजीपी को पत्र लिखा है. इसमें कहा गया है कि त्रिपुरारी प्रसाद को दरोगा से इंस्पेक्टर पद पर दिये गये पुराने प्रमोशन को भी रद्द किया जाये. फिर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाये जिन्होंने त्रिपुरारी प्रसाद को गलत तरीसे प्रमोशन दिया था।