Bihar Politics: दरभंगा में दिखा मुख्यमंत्री का फनी मूड! सीएम नीतीश बोले- डीएम कहां हैं जी, जानिए.. क्या है पूरा मामला? Bihar Politics: दरभंगा में दिखा मुख्यमंत्री का फनी मूड! सीएम नीतीश बोले- डीएम कहां हैं जी, जानिए.. क्या है पूरा मामला? Patna Crime News: पटना के डॉक्टर पति-पत्नी को 12 दिनों तक किया डिजिटल अरेस्ट, CBI अधिकारी बताकर ठग लिए दो करोड़ Patna Crime News: पटना के डॉक्टर पति-पत्नी को 12 दिनों तक किया डिजिटल अरेस्ट, CBI अधिकारी बताकर ठग लिए दो करोड़ Bihar Crime News: मामूली विवाद में पति ने की पत्नी की हत्या, कुदाल से काट कर मार डाला Bihar Crime News: मामूली विवाद में पति ने की पत्नी की हत्या, कुदाल से काट कर मार डाला Bihar News: नीतीश सरकार ने 55 सरकारी वकील और लोक अभियोजक नियुक्ति किया, विधि विभाग ने DM को भेजी जानकारी, जानें... चिप्स और कुरकुरे चोरी के आरोप में मासूम बच्चों को शर्मनाक सजा, वीडियो वायरल होने के बाद दुकानदार पर कार्रवाई की मांग Sharmistha panoli: शर्मिष्ठा पनोली को अंतरिम जमानत, कोर्ट ने देश छोड़ने पर लगाई रोक Sharmistha panoli: शर्मिष्ठा पनोली को अंतरिम जमानत, कोर्ट ने देश छोड़ने पर लगाई रोक
12-Jun-2024 06:08 PM
By MANOJ KUMAR
MUZAFFARPUR : बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली दूर होने का नाम नहीं ले रही है। राज्य में सरकार किसी की भी हो लेकर हालात जस के तस बने हुए हैं। मुजफ्फरपुर में स्वास्थ्य विभाग का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल में सड़क दुर्घटना में घायल मरीज के टूटे हुए पैर में प्लास्टर कर प्लेट लगाने की जगह कार्टन बांध दिया गया है। यह मामला सामने आने के बाद अस्पताल प्रशासन इसकी लीपापोती में जुट गया है।
दरअसल, मुजफ्फरपुर स्थित SKMCH में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। जहां सड़क हादसे में युवक का पैर टूटने के बाद उसे इलाज के लिए एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया था। मीनापुर के बरांडा मंझौलिया के रहने वाले नीतीश का डॉक्टरों ने इलाज शुरू तो किया। लेकिन टूटे हुए पैर का ऑपरेशन करने के बाद उसमें प्लेट डालकर प्लास्टर लगाने की जगह डॉक्टरों ने उसके ऊपर कार्टन लगाकर पट्टी बांध दी।
मीडिया में खबर आने के बाद अस्पताल प्रशासन हरकत में आ गया और मामले की लीपापोती भी शुरू कर दी गई है। SKMCH की अधीक्षक डॉ. विभा ने कहा कि अब जल्द मरीज का इलाज किया जायेगा और इसके लिए डॉक्टर को निर्देश दिया गया है। प्लेट की जगह टूटे हुए पैर में कार्टन को बांधने के बारे में डॉक्टर और पारा मेडिकल स्टाफ से पूछताछ की जायेगी कि क्यों इस तरह का कार्य किया गया। उन्होंने जांच के बाद कार्रवाई की बात भी कही है।
यह अजीबो-गरीब मामला सामने आने के बाद एक बार फिर बिहार का पूरा हेल्थ सिस्टम सवालों के घेरे में आ गया है। किन परिस्थितियों में प्लास्टर की जगह मरीज के टूटे पैर का ऑपरेशन करने के बाद उस पर कार्टन लगाकर पट्टी बांध दी गई, यह बड़ा सवाल है। पूरे जिले में यह मामला चर्चा का विषय बन गया है। अब देखने वाली बात होगी कि स्वास्थ्य विभाग इस पर क्या एक्शन लेता है।