Bihar Election : लखीसराय में विजय सिन्हा के काफिले पर हमला, DGP को CEC का कड़ा निर्देश ,कहा - तत्काल लें इस मामले में एक्शन Bihar Election 2025: वोटिंग के दौरान छपरा में सीपीएम विधायक सत्येंद्र यादव की गाड़ी पर हमला, बाल-बाल बचे Bihar Election 2025: वोटिंग के दौरान छपरा में सीपीएम विधायक सत्येंद्र यादव की गाड़ी पर हमला, बाल-बाल बचे Bihar Election 2025: PM मोदी की जनसभा में उमड़ी भीड़,कहा - तेजस्वी और लालू को इससे ही मिल गया संकेत; जंगलराज वाले का रिपोर्ट जीरो Bihar Election : विजय सिन्हा के काफिले पर हमला,कहा -RJD के गुंडे ने किया है ऐसा काम, SP हैं कायर; अब होगा बुलडोजर एक्शन Bihar Election 2025: बिहार में वोटिंग के बीच धरना पर बैठ गए प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार, क्या है वजह? Bihar Election 2025: बिहार में वोटिंग के बीच धरना पर बैठ गए प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार, क्या है वजह? Bihar News: मुंबई और बिहार के बीच चलेगी यह स्पेशल ट्रेन, हजारों यात्रियों को बड़ी राहत Bihar Election 2025 : नालंदा में मतदान के दौरान बवाल, 4 BJP कार्यकर्ता हिरासत में; वोटर स्लिप बांटने का लगा आरोप Bihar Election 2025: बुर्का पहनकर वोटिंग करने आने वाली महिलाओं के लिए चुनाव आयोग की खास तैयारी, हर बूथ पर इन लोगों की लगाई गई ड्यूटी
18-Oct-2022 07:51 AM
PATNA : बिहार में यूं तो नक्सलियों की कमर टूट चुकी है। नक्सल आंदोलन की धार भी बेहद कमजोर पड़ चुकी है और जो जिले कभी नक्सल प्रभावित हुआ करते थे, आज वहां सब कुछ सामान्य नजर आता है। लेकिन केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के पास जो नई जानकारी पहुंची है वह बिहार में नक्सल समस्या को लेकर कान खड़े कर देने वाली है। दरअसल केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों को यह इनपुट मिला है कि बिहार में नक्सलियों को आर्थिक मदद पहुंचाई जा रही है। इस काम में कुछ राजनीतिक दल लगे हुए हैं। इन पॉलिटिकल पार्टियों के जरिए नक्सलियों को फंडिंग की जा रही है और इसकी शुरुआती जानकारी मिलने के बाद एजेंसी आज जांच में जुट गई है।
सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों को इस बात की जानकारी मिली है कि बिहार में राजनीतिक गतिविधियां बढ़ने के साथ ही यहां गुपचुप तरीके से नक्सली मूवमेंट को फंडिंग बढ़ाई जा रही है। सुरक्षा एजेंसियां इस मामले में जांच को आगे बढ़ा रही हैं। नक्सली मूवमेंट को जो लोग गुपचुप तरीके से फंडिंग कर रहे हैं उन पर इन एजेंसियों की नजर है। आपको बता दें कि इस मामले में एनआईए ने पिछले दिनों विजय आर्य और उमेश को रोहतास में दर्ज एक मामले को लेकर गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार किए गए नक्सलियों ने एनआईए को कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं।
प्रतिबंधित संगठन सीपीआई माओवादी की सेंट्रल कमेटी के एक्टिव सदस्य विजय आर्य और उसके सहयोगी उमेश के मुताबिक बिहार में नए सदस्यों की भर्ती के लिए मूवमेंट चलाया गया था। गया और रोहतास जिले में एक्टिविटी हुई थी इसके लिए मोटी फंडिंग भी मुहैया कराई गई थी। इस फंडिंग का इस्तेमाल पर्चे छपवा ने और बाकी नक्सली एक्टिविटी के ऊपर किया गया। जानकारी के मुताबिक के एक बार फिर से लेवी सिस्टम को एक्टिव करने में कुछ लोग लगे हुए हैं कुछ पॉलिटिकल पार्टियां जो बैकअप दे रही हैं उन पर अब एजेंसियों की नजर है।