Bihar Assembly Election 2025: राहुल-खरगे की बैठक में चुनावी रणनीति तय, कांग्रेस शुरू करेगी मेगा रैलियां Patna mayor : पटना नगर निगम में मचा भूचाल ! खतरे में आई मेयर सीता साहू की कुर्सी, जारी हुआ नोटिस Bihar Assembly Election 2025: बिहार के 38 जिलों में तय हुए 90 हजार से ज्यादा बूथ, देखें जिलेवार पूरी लिस्ट PATNA METRO : पटना मेट्रो अपडेट: मात्र 20 मिनट में पूरी होगी आपकी यात्रा, जानिए टाइमिंग और किराया Bihar News: UPI फ्रॉड में लिप्त साइबर ठगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, गिरोह की तलाश जारी Bihar Scholarship Scheme : 10 लाख छात्राओं को मिलेगा प्रोत्साहन राशि का लाभ, जल्द खातों में पहुंचेगा पैसा Mahila Rojgar Yojana: महिला रोजगार योजना: शहरी महिलाओं के लिए आवेदन प्रक्रिया आज से शुरू, जानें नियम और लाभ Bihar Crime News: बिहार में जमीन विवाद बना खूनी संघर्ष, खेत के पास युवक को गोलियों से भूना Bihar News: सीतिश हत्याकांड पर आक्रोश, शव बरामद नहीं होने से लोगों में नाराजगी; पुलिस पर लापरवाही का आरोप Bihar News: पटना में पुलिस दारोगा का कारनामा, चेकिंग के दौरान बरामद 20 लाख रुपए गायब कर दिए
08-May-2021 06:44 PM
By SANT SAROJ
SUPAUL : बिहार में कोरोना से त्राहिमाम मचा है. सरकार की व्यवस्था पर कई सारे सवाल खड़ा हो रहे हैं. ताजा मामला बिहार के सुपौल जिले की है, जहां एक कोरोना मरीज की मौत के बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है. मृतक मरीज के परिजनों ने आरोप लगाया है कि एम्बुलेंस और ऑक्सीजन की कमी के कारण मरीज की जान गई है. इस घटना का वीडियो और फोटो भी सामने आया है, जो काफी विचलित करने वाला है. फोटो में एक मरीज बीच रोड पर लेटा हुआ दिख रहा है.
घटना सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज की है, जहां बुनियादी केंद्र में बने कोविड केयर सेंटर में एक कोरोना मरीज की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि मरीज को जीते जी ऑक्सीजन तो नहीं मिला लेकिन उसकी मौत के बाद सड़क पर लिटाकर उसे ऑक्सीजन दे दिया गया. इस घटना से जुड़ी हुई जो तस्वीरें सामने आई हैं, उसने संवेदना को झकझोर कर रख दिया है.
मृतक के परिजन ने बताया कि "ज्यादा तबीयत खराब हुई तो हमलोग मरीज को अनुमंडलीय अस्पताल लेकर आये. इसे बुनयादी केंद्र में बने कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया. जिस समय इस मरीज को इस कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया था, उस समय इस मरीज का ऑक्सीजन लेवल 65 था. अस्पताल में एक भी डॉक्टर नहीं थे. सिर्फ़ नर्स थी. कुछ देर बाद जब डॉक्टर पहुँचे तो इसकी नाज़ुक स्थिति को देखते हुए इसे तुरंत ही रेफर कर दिया औऱ रेफर करने के बाद बुनियादी केंद्र के सीढ़ी पर इसे तड़पता छोड़ दिया."
परिजन बताते हैं कि वे लोग एम्बुलेंस की मांग भी करते रहे. मरीज को ऑक्सीजन लगाने के लिए गिड़गिड़ाते रहे लेकिन किसी ने उनकी एक न सुनी. उन्होंने ऑक्सीजन सिलिंडर देकर छोड़ दिया. देखते ही देखते पेसेंट की ऑक्सीजन औऱ एम्बुलेंस के अभाव में मौत हो गई. बताया जा रहा है कि दिन के 12 बजे पेशेंट को रेफर करने के बाद तकरीबन 4 घंटों बाद भी एम्बुलेंस नसीब नहीं हुआ. परिजन एम्बुलेंस औऱ ऑक्सीजन के लिए अस्पताल औऱ अधिकारियों से मांग करते रहे लेकिन इनकी परेशानी को न तो कोई सुनने वाला था और न ही समझने वाला.
अस्पताल में मौजूद प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि जब इस मरीज को यहाँ लाया गया था, उस समय इसका ऑक्सीजन लेवल कम पैंतीस था. हमलोग भी यहाँ मौजूद स्वस्थकर्मी से बोले इसे अविलंब ऑक्सीजन लगाइए लेकिन लापरवाह स्वास्थ्य व्यवस्था के आगे इस पेसेंट ने दम तोड़ दिया. घटना की सूचना के बाद स्थानीय थानाध्यक्ष संदीप कुमार सिंह और अपर अनुमंडल पदाधिकारी प्रमोद कुमार दल बल के साथ यहां पहुँचे. मामले को शांत कराने में जुट गए और उन्होंने जांच के बाद आरोपियों पर कार्रवाई की बात कही.