गया में सिंदूर महायज्ञ ने रचा इतिहास: अब तक 8 करोड़ आहुतियाँ, विकास और सनातन पर जोर आरा में संत सम्मेलन का भव्य आयोजन, अजय सिंह ने धर्म-संस्कृति पर दिया जागरूकता का संदेश नीतीश की योजनाओं का क्रेडिट ले रहे तेजस्वी यादव, बोले मंगल पांडेय..लालू परिवार ने किसी का भला नहीं किया 26 जून के छात्र-युवा संवाद को लेकर भोजपुर से जागरूकता रथ रवाना, रथयात्रा से गांव-गांव तक जागरूकता अभियान की शुरुआत नीतीश के गृह क्षेत्र में मुकेश सहनी ने किया वादा, कहा..हमारी सरकार बनी तो निषाद के खाते में 3 महीने तक दिया जाएगा ₹5000 बम की धमकी से मचा हड़कंप: यूके से दिल्ली आ रही एयर इंडिया फ्लाइट की सऊदी अरब में इमरजेंसी लैंडिंग Life Style: जब उम्मीद बाकी हो, तो कोशिशें चमत्कार कर सकती हैं; जानिए... राजा की कहानी परमानंदपुर पंचायत में VIP नेता संजीव मिश्रा का जनसंपर्क अभियान, बोले..अब गांव की सरकार गांव के लोगों के हाथ में होनी चाहिए Road Accident: आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे सड़क हादसे में बिहार के युवक की मौत, बिजनेस के सिलसिले में गए थे दिल्ली Bihar Crime News: दरभंगा में आधी रात भीषण डकैती, परिवार को बंधक बना बदमाशों ने की जमकर लूटपाट
23-Aug-2024 08:01 AM
By First Bihar
PATNA : देश भर में साइबर अपराधियों का मायाजाल लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इसी कड़ी में अब एक ताजा मामला राजधानी पटना से निकल कर सामने आ रहा है, जहां शहर के एक नामचीन डॉक्टर को झांसे में लेकर शातिरों ने 4.40 करोड़ रुपये की ठगी कर दी। साइबर अपराधियों ने खुद को सीबीआई बताकर डॉक्टर को मनी लॉन्ड्रिंग के फर्जी केस में गिरफ्तारी का डर दिखाकर उनसे रुपये ऐंठ लिए।
जानकारी के मुताबिक यह रकम डॉक्टर के बैंक खाते से 6 दिनों (31 जुलाई से लेकर 5 अगस्त तक) के भीतर ठगों के कई अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कराई गई। साइबर थाने ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। साइबर अपराधी ने डॉक्टर को 29 जुलाई को उनके मोबाइल पर कॉल कर खुद को सीबीआई का अफसर बताया। उनसे कहा गया कि आपके खिलाफ सीबीआई ने क्रिमिनल केस दर्ज किया है।
इतना ही नहीं डॉक्टर के नाम से मुंबई में एचडीएफसी बैंक में खाता खोला गया है। उसमें मनी लॉन्ड्रिंग की राशि और अवैध रूप से रकम जमा होती है। अगर क्रिमिनल प्रोसिंडिंग से बचना चाहते हैं तो साइबर कोर्ट ने अपने बैंक खाते में जमा रकम को तत्काल दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर कराने को कहा है। इसके बाद डॉक्टर को कुछ बैंक खातों की संख्या और उनका ब्योरा भेजा गया।
साइबर ठगों ने डॉक्टर से यह भी कहा कि यदि वे ऐसा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी होगा और गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके अलावा 3 करोड़ सिक्योरिटी मनी भी जमा करनी होगी। दहशत में आए चिकित्सक ने 31 जुलाई से लेकर 5 अगस्त के बीच साइबर अपराधी द्वारा दिए गए खातों में राशि ट्रांसफर कर दी। पुलिस को दिए बयान में पीड़ित चिकित्सक ने बताया जब साइबर ठगों ने फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर फोन किया तो वे डर गए और उन्होंने रुपये ट्रांसफर कर दिए। जब ठगी का एहसास हुआ तो इसकी जानकारी पुलिस को दी।
उधर, इस घटना को लेकर साइबर थानाध्यक्ष साक्षी राय ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। साइबर ठग के 123 बैंक खातों का पता चला है, जिनमें रकम ट्रांसफर कराई गई थी। उनकी जांच शुरू कर दी गई है। संबंधित बैंकों से उन खातों का केवाईसी प्राप्त किया जा रहा है। अब तक उन खातों में जमा करीब 61 लाख रुपये होल्ड कराए गए हैं।