ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar schools : बिहार में जर्जर स्कूलों की सुधरेगी सूरत, चहारदीवारी और पानी विहीन विद्यालयों की मांगी गई लिस्ट; एक्शन में शिक्षा विभाग Bihar News: एक्शन में नीतीश कुमार, गयाजी पहुंचे CM; दो दिनों तक अधिकारियों के साथ करेंगे मंथन Bihar News: "न कोई चापाकल, न एक भी सरकारी नल" बिहार के इस गाँव में पेयजल की समस्या से लोग परेशान; प्रशासन पर लगे गंभीर आरोप patna crime news : वाह रे बिहार पुलिस ! कानून के रखवाले ही तोड़ रहे हैं कानून, युवक से छीन लिए 2300 रुपए; अब मिली यह सजा Patna News: पटना के गांधी मैदान में खेल-कूद और दौड़ पर पूर्ण रोक, जानें अब कहां कर सकते हैं अभ्यास Tejashwi Yadav : बिहार भाजपा ने तेजस्वी यादव को बताया लापता, सोशल मीडिया पर जारी किया पोस्टर,कहा -आखिर बार मीडिया से मुहं छुपाते हुए दिखें Bihar Jobs: 19 दिसंबर को बिहार में यहाँ लगेगा रोजगार मेला, सैलरी के अलावा रहना-खाना मुफ्त Bihar News: बिहार को मिली यूथ नेशनल गेम्स की मेजबानी, पटना में ओलिंपिक स्तर का खुलेगा फेंसिंग सेंटर Rojgar Mela: बिहार के इस जिले में कल रोजगार मेला का आयोजन, 10वीं पास नहीं हैं तो भी मिलेगा मौका fake loan companies : बिहार में फर्जी माइक्रो फाइनेंस कंपनियों पर शिकंजा, सभी जिलों में होगी जांच; SP को जारी फरमान

AES का सोमवार से होगा गहन सर्वे, जीविका दीदीयां करेंगी घर-घर जाकर जांच

AES का सोमवार से होगा गहन सर्वे, जीविका दीदीयां करेंगी घर-घर जाकर जांच

26-Jun-2019 06:45 PM

By 9

PATNA: चमकी बुखार से हुई मौत मामले में राज्य सरकार सोमवार से गहन सरकार कराएगी. मुख्य सचिव दीपक कुमार ने यह निर्देश जारी करते हुए कहा कि इस सर्वे में मृतकों के परिजनों की जांच की जाएगी. मुख्य सचिव ने जानकारी देते हुए कहा कि मंगलवार से इस बीमारी के चलते किसी बच्चे की मौत नहीं हुई है. जबकि बुधवार को दो बच्चों को भर्ती किया गया था जिनका इलाज कराकर घर भेज दिया गया. एक्शन में राज्य सरकार जानलेवा बुखार से हुई मासूमों की मौत को लेकर राज्य सरकार एक्शन में है. सरकार ने कहा है कि जीविका दीदीयां घर-घर जाकर सर्वे का काम करेंगी. सरकार ने कहा है कि सर्वे कराकर प्रभावित इलाकों में सरकार की योजनाओं को पहुंचाने का काम किया जाएगा. चौंकाने वाली है प्रारंभिक रिपोर्ट उधर इस जानलेवा बुखार के जांच की पहली प्रारंभिक रिपोर्ट आयी है वो बेहद चौंकाने वाली है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि इस जानेलवा बुखार से मरने वाले ज्यादातर बच्चों के परिवारों के पास कच्चे मकान हैं. साथ ही 30 फीसदी परिवारों को राशन कार्ड भी नहीं हैं.