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03-Nov-2024 09:25 PM
By FIRST BIHAR
ARA: बिहार में विधानसभा की चार सीटों पर उप चुनाव हो रहे हैं. इन चार सीटों में से दो पर बीजेपी ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं. वहां बीजेपी की क्या हालत है इसकी तस्वीरें सामने आ रही हैं. भोजपुर जिले के तरारी विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी कैंडिडेट विशाल प्रशांत के लिए प्रचार करने गये डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा की जनसभा में करीब दो सौ लोग जुटे. इसके बावजूद भारी वोटों से जीत का दावा किया जा रहा है.
बता दें कि तरारी विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी ने बाहुबली पूर्व विधायक सुनील पांडेय के बेटे विशाल प्रशांत को उम्मीदवार बनाया है. ये सीट भाकपा माले के विधायक सुदामा प्रसाद के सांसद बन जाने के कारण खाली हुई है. यहां से माले ने राजू यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है. वहीं, बीजेपी ने चुनाव से पहले सुनील पांडेय और उनके बेटे विशाल प्रशांत को पार्टी में शामिल कराया और विशाल को उम्मीदवार बना दिया है.
डिप्टी सीएम की फीकी सभा
बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा रविवार को पूरे दिन तरारी में अपनी पार्टी के कैंडिडेट विशाल प्रशांत के लिए चुनाव प्रचार करने में लगे रहे. विजय कुमार सिन्हा ने तरारी के तीन स्थान पर सभा कर लोगों से वोट मांगा. लेकिन उनकी जनसभाओं का हाल देखकर एनडीए कैंडिडेट की स्थिति का अंदाजा हो गया. उनकी सभा और जनचौपाल में लोगों की बेहद कम उपस्थिति देखी गयी.
रविवार को विजय कुमार सिन्हा ने सबसे पहले तरारी विधानसभा क्षेत्र के बैसाडीह गांव में जनचौपाल लगायी. बैसाडीह गांव और आस-पास का इलाका विजय कुमार सिन्हा औऱ उनकी पार्टी के कैंडिडेट विशाल प्रशांत के स्वजातीय लोगों का गढ़ माना जाता है. वहां एक हॉल में आयोजित जनचौपाल में बमुश्किल 200 लोग मौजूद रहे. डिप्टी सीएम ने अपना दूसरा जनचौपाल तरारी के नोनार औऱ बचरी गावं में लगायी. ये गांव भी भूमिहार बहुत कहे जाते हैं. इस जनचौपाल का भी हाल पहले जैसा ही रहा. करीब दो सौ लोगों की सभा में विजय कुमार सिन्हा ने बीजेपी कैंडिडेट के लिए वोट मांगा.
विजय कुमार सिन्हा ने शाम ढलने के बाद तरारी के सिकरौल गांव में जनसभा की. करीब 200 लोगों की इस जनसभा में डिप्टी सीएम ने बीजेपी उम्मीदवार विशाल प्रशांत की जीत का दावा किया. उन्होंने कहा कि विशाल प्रशांत अगर जीत कर जायेंगे तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मजबूत करेंगे.
एनडीए का हाल क्यों बेहाल
तरारी के स्थानीय लोग बताते हैं कि सवर्ण वोटरों का एक बड़ा तबका बीजेपी से नाराज है. तरारी में भूमिहारों के अलावा राजपूत वोटरों की भी अच्छी खासी संख्या है. ब्राह्मणों की भी संख्या है. इस वोट बैंक में इस दफे प्रशांत किशोर ने सेंधमारी की है. प्रशांत किशोर ने इस उपचुनाव में रिटायर्ड लेफ्टीनेंट जेनरल कृष्ण सिंह को मैदान में उतारने का ऐलान किया था. लेकिन तकनीकी कारणों से वे नामांकन का पर्चा नहीं भर पाये. इसके बाद किरण सिंह को इस क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया गया है. स्थानीय लोग कह रहे हैं कि किरण सिंह ने न सिर्फ अपनी जाति बल्कि बीजेपी कैंडिडेट की जाति के वोट में भी सेंध मार लिया है.
इस सेंधमारी के कारण ही डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा को अपनी जाति के वोटरों को मनाने के लिए वहां जाना पड़ा. लेकिन रविवार को उनकी सभाओं में लोगों की जो उपस्थिति रही, उससे कई सवाल खड़े हो गये हैं. अगर यही हाल रहा तो बीजेपी कैंडिडेट के लिए लड़ाई बेहद मुश्किल हो सकती है.