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01-Mar-2020 04:13 PM
PATNA: विधानसभा चुनाव को लेकर जेडीयू ने गांधी मैदान में कार्यकर्ता सम्मेलन किया. सीएम नीतीश कुमार ने मौजूद लोगों को संबोधित किया, लेकिन इस सम्मेलन की हवा तब निकल गई जब कार्यकर्ता नहीं पहुंचे और मैदान खाली रह गया. नीतीश कुमार से अधिक तो सीपीआई नेता कन्हैया कुमार की रैली में लोग पहुंचे थे.
नेताओं की दावे की खुली पोल
जेडीयू के सम्मेलन में कम कार्यकर्ता पहुंचने से ऐसे नेताओं की पोल खुल गई है जो बार-बार यह दावा करते हैं कि पार्टी की बूथ स्तर तक पकड़ है. लेकिन इस सम्मेलन ने हकीकत बता दी. संगठन को लेकर दावे करने वाले नेताओं की पोल आज खुल गई. पटना में कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटाने के लिए कई पार्टी के सीनियर नेता दिन-रात एक किए हुए थे. लेकिन फिर भी तैयारियों की हवा निकल गई.
सिर्फ पोस्टर पर नेताओं ने चमकाया चेहरा
इस सम्मेलन को लेकर पटना को पूरा पोस्टर से पाट दिया गया. पोस्टर लगाने और चेहरा चमकाने के लिए जेडीयू नेताओं में होड़ मची रही. पटना में जितने नेताओं ने पोस्टर लगाया है. अगर वह 100-100 कार्यकर्ता भी गांधी मैदान लेकर पहुंचते तो तब भी अच्छी खासी भीड़ हो जाती है. चेहरा चमकाने वाले ऐसे नेताओं के पास कार्यकर्ता भी नहीं थे जो गांधी मैदान ये लेकर पहुंच सके.
भीड़ जुटाने के मामले में आगे रहे कन्हैया
27 फरवरी को कन्हैया ने पटना गांधी मैदान में सीएए और एनआरसी के खिलाफ रैली की थी. इस रैली में कन्हैया को छोड़ कोई बड़ा नाम नहीं था. फिर भी हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे. लेकिन नीतीश कुमार की सरकार और बड़ी पार्टी, कई सांसद, कई विधायक होने के बाद भी कार्यकर्ता जेडीयू सम्मेलन में नहीं पहुंचे और जेडीयू का सम्मेलन फ्लॉप हो गया.