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07-Dec-2024 06:13 PM
DESK: बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में असम की बराक घाटी में स्थित होटलों के मालिकों ने एक बड़ा फैसला लिया है। होटल संचालकों ने घोषणा की है कि जब तक बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार बंद नहीं होते, तब तक वे अपने होटलों में बांग्लादेशी नागरिकों को नहीं ठहराएंगे।
बराक घाटी में कछार, श्रीभूमि (पूर्व में करीमगंज) और हैलाकांडी जिले शामिल हैं। इस क्षेत्र का बांग्लादेश के सिलहट क्षेत्र के साथ 129 किलोमीटर लंबा बॉर्डर लगता है। बराक घाटी होटल और रेस्तरां एसोसिएशन के अध्यक्ष बाबुल राय ने कहा है कि बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति बेहद चिंताजनक है और हम इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते।
बाबुल राय ने कहा कि, "जब तक बांग्लादेश में स्थिति सामान्य नहीं होती और हिंदुओं पर अत्याचार बंद नहीं होते, तब तक हम बराक घाटी में किसी भी बांग्लादेशी नागरिक को अपने होटल में नहीं ठहराएंगे। यह हमारा विरोध प्रदर्शन है।" उन्होंने बांग्लादेश के लोगों से अपील की है कि वे अपने देश में शांति और स्थिरता कायम करने के लिए प्रयास करें।
इससे पहले, बजरंग दल ने भी सिलचर में चल रहे एक वैश्विक एक्सपो में बांग्लादेशी उत्पाद बेचने वाले स्टॉल बंद करवा दिए थे। उन्होंने सिलचर में बांग्लादेश वीज़ा सेंटर पर जाकर साइनबोर्ड से 'बांग्लादेश' नाम हटाने की मांग भी की थी।