Dularchand murder case : आधी रात CJM कोर्ट में पेश हुए बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह, जेल भेजने की शुरू हुई तैयारी Anant Singh arrest: मुश्किलों में फंसे मोकामा के 'छोटे सरकार' अनंत सिंह, दुलारचंद यादव की हत्या के समय खुद थे मौजूद दुलारचंद हत्या के मामले में पुलिस ने अनंत सिंह समेत तीन लोगों को किया अरेस्ट, SSP ने कहा - घटना के वक्त खुद मौजूद थे JDU कैंडिडेट Anant Singh arrest : अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद पटना ssp ने बुलाई प्रेस कॉन्फ्रेंस! कुछ देर में हो जाएगी आधिकारिक पुष्टि ; क्या होगा मोकामा सीट पर असर बड़ी खबर : दुलारचंद हत्याकांड मामले में पुलिस ने अनंत सिंह को किया अरेस्ट ! दो गाड़ियों से साथ लेकर रवाना हुए सीनियर अधिकारी ! इलाके में चर्चा हुई तेज शिक्षा और शोध में नई दिशा: पटना ISM के चेयरमैन के जन्मदिन पर IJEAM का प्रथम अंक जारी Bihar Crime News: बिहार में इलाज के दौरान महिला की मौत पर हंगामा, अस्पताल छोड़कर भागे डॉक्टर और हेल्थ स्टाफ Bihar Crime News: चुनावी तैयारियों के बीच बिहार में चाकूबाजी की घटना, नाबालिग लड़के की हत्या से हड़कंप Mahila Rojgar Yojana: अब तक 1.51 करोड़ महिलाओं को मिला 10-10 हजार, लाभ मिलने तक जारी रहेगी योजना...आवेदन की कोई अंतिम तिथि नहीं Mahila Rojgar Yojana: अब तक 1.51 करोड़ महिलाओं को मिला 10-10 हजार, लाभ मिलने तक जारी रहेगी योजना...आवेदन की कोई अंतिम तिथि नहीं
06-Feb-2021 01:20 PM
DESK: घोड़ी पर होके सवार चला है दूल्हा यार...गुलाम बेगम बादशाह का यह गाना आपने जरूर सुना होगा और घोड़ी पर सवार होकर दूल्हे को बारात ले जाते भी देखा होगा लेकिन किसी दुल्हन को घोड़ी पर बैठकर दूल्हे के घर बारात लेकर जाना शायद ही देखा होगा। जी हां हम बात कर रहे है मध्य प्रदेश के सतना के रहने वाले वलेचा परिवार की इकलौटी बेटी दीपा वलेचा की। जिसने समाज में यह संदेश देने की कोशिश किया कि बेटियां किसी से कम नहीं होती इसलिए बेटा और बेटी में कोई फर्क नहीं किया जाना चाहिए। दुल्हन दीपा वलेचा की माने तो उसने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि वह कभी घोड़ी पर बैठकर इस तरह ससुराल जाएगी।
मध्य प्रदेश के सतना से कोटा के लिए निकली बारात में दूल्हे की जगह दीपा घोड़ी पर सवार हुई। उसकी खुशी देखते ही बन रही थी। बारात में शामिल लोग भी घोड़ी पर सवार बिटिया के साथ दूल्हे के घर के लिए निकले और इस दौरान जमकर ठुमके भी लगाए। दीपा के परिवार वालों ने अपनी बेटी की इच्छा पूरी की साथ ही समाज को यह संदेश भी दिया कि बेटियां किसी पर बोझ नहीं होती। इसलिए बेटा-बेटी में कोई फर्क नहीं किया जाना चाहिए। परिजनों ने बताया कि जितना अधिकार बेटे को है उतना ही बेटियों को भी अधिकार दिया जाना चाहिए।
दीपा के परिजनों ने बताया कि कई वर्ष के बाद उनके घर में बेटी का जन्म हुआ था जिसे परिवार के सभी लोग बहुत प्यार करते हैं। वे बेटा और बेटियों में कोई फर्म नहीं समझते। जिस प्रकार बेटों की बारात निकलती है उसी तरह उनका भी सपना था कि बेटी की बारात निकले। बेटी की बारात निकालकर समाज को यह संदेश देना चाहते है कि बेटियों का सम्मान करें, यदि बिटिया है तो कल है इसलिए बेटा-बेटी में फर्क नहीं करना चाहिए। आज भी समाज में कुछ कुरीतियां मौजूद हैं, जो बेटियों को बोझ समझती हैं. दीपा की शादी उनके लिए एक संदेश है जो बेटियों को बोझ समझते हैं. समाज के लिए ..यह सीख भी है बेटा और बेटी में कोई अंतर नही होता जितना अधिकार बेटे को है उतना ही अधिकार बेटी को समाज में देना चाहिए