Bihar Politics: "नीतीश को साइडलाइन करने की हिम्मत किसी में नहीं": मनोज तिवारी.. चिराग के भविष्य और पवन सिंह के BJP में आने पर भी बोले Road Accident Death : कुछ महीने पहले हुई थी शादी, अब सड़क हादसे में सुप्रीम कोर्ट के वकील की मौत,पत्नी घायल Caste Census: बिहार चुनाव और पहलगाम हमले से है जातीय जनगणना का कनेक्शन? विपक्ष के तीखे सवालों के बाद जनता सोचने पर मजबूर Pakistan Airspace: पाकिस्तान द्वारा एयरस्पेस बंद किए जाने के बाद एयर इंडिया को भारी नुकसान, बढ़ीं मुश्किलें Bihar News: पटना में हाईटेक हाइड्रोलिक पार्किंग सिस्टम, अब कार्ड स्कैन करो और कार खुद हो जाएगी पार्क Double Money Scheme fraud: बिहार में 24 घंटे में पैसा डबल करने का झांसा, एक करोड़ से अधिक की ठगी, दो आरोपी गिरफ्तार CBSE 10th Result 2025: सीबीएसई 10वीं का रिजल्ट जल्द होगा जारी, जानिए.. कब और कहां आएगा परिणाम, कैसे करें चेक? Bihar Vehicle Rules 2025: बिहार में दूसरे राज्यों की गाड़ी चलाने वालों की अब खैर नहीं, इन नियमों का पालन नहीं किया तो धो बैठेंगे अपने वाहन से हाथ Kedarnath Dham history: केदारनाथ धाम के कपाट खुले, भक्तों की उमड़ी भीड़ ...जानिए इस दिव्य धाम की पौराणिक कथा और इतिहास NEET Paper Leak: संजीव मुखिया के साथ DIG का रिश्तेदार भी था शामिल, CBI की जांच में बात आई सामने, कौन है वो...
02-Oct-2020 11:52 AM
DESK : आजकल की भागदौड़ वाली ज़िन्दगी में लोग आराम से बैठकर ब्रेकफास्ट और लंच तक नहीं कर पाते हैं. सुबह ऑफिस का काम शुरू करने की जल्दी होती है जबकि दोपहर में लंच के लिए मीटिंग में से कुछ समय निकाल पाते हैं. महामारी के समय में हर घर में यह एक रेगुलर सीन बन गया है. ऐसे में जल्दबाजी में खाना शरीर के लिए नुकसानदायक है.
जब भी हम जल्दबाज़ी में ब्रेकफास्ट और लंच करते हैं तो जरुरत से ज्यादा कैलोरीज लेते हैं और इससे हमारे मन को यह एहसास भी नहीं होता की हमारा पेट भर चुका है और कब भरा ये भी पता नहीं चल पता. पेट भर जाता है तो वह मस्तिष्क को सिग्नल भेजता है और हम खाना बंद कर देते हैं.
ज्यादा खाना खाने से अक्सर वजन बढ़ता है जो स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याएं पैदा करती हैं. हमारे शरीर में कोशिकाएं सभी एक्स्ट्रा कैलोरी को स्टोर करती हैं, जिससे वजन तेज़ी से बढ़ता है. फिट रहने के लिए धीरे-धीरे खाएं और वजन बढ़ाने से बचें.
जल्दबाज़ी में भोजन करने से सीधे डायबिटीज का कारण नहीं बनता है, लेकिन यह इस बीमारी के डवलपमेंट की रिस्क को बढ़ा देता है. कुछ स्टडीज से साबित होता है कि फास्ट इटिंग से इंसुलिन रेजिस्टेंस की रिस्क बढ़ जाती है, जो वयस्कों में टाइप 2 डायबिटीज का कारण बन सकता है.
खाना जल्दी खाने से कई बार इनडाइजेशन की समस्या हो जाती है. जिससे भोजन को डाइजेस्ट करना डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए मुश्किल हो जाता है. इससे सूजन और इनडाइजेशन की समस्या होती है. यह तब होता है जब आप अपने भोजन को ठीक से नहीं चबाते हैं.