Bihar Election 2025: अगर आपको भी नहीं मिल रहा पोलिंग बूथ, तो ऐसे करें पता; जानिए पूरी प्रक्रिया Bihar Election : पहले चरण का प्रचार खत्म, NDA-INDIA गठबंधन ने झोंकी ताकत; 'छठ-हैलोवीन, मोकामा मर्डर और जंगलराज...', का मुद्दा रहा हावी Bihar Elections 2025: बिहार चुनाव से पहले पड़ोसी राज्यों से वोटिंग के लिए मुफ्त ट्रेनें, वोटरों के लिए मिल रही है यह खास सुविधा Anant Singh Arrest : अनंत सिंह के अरेस्ट होने के बाद धानुक वोटरों की नाराजगी थमेगी? मोकामा-बाढ़ समेत कई सीटों पर दिख सकता असर; जानिए क्या है NDA का प्लान Bihar Weather: बिहार में इस दिन से पड़ेगी भीषण ठंड, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी Bihar Election 2025: चुनाव से पहले गोपालगंज में JDU-कांग्रेस समर्थकों के बीच हिंसक झड़प, चाकूबाजी में एक युवक घायल बिहार चुनाव: पहले चरण का प्रचार थमा, नीतीश–मोदी बनाम तेजस्वी–राहुल की जंग अब दूसरे चरण में तेज, जानिए फर्स्ट फेज में किस नेता ने की कितनी सभाएं और क्या रहा मुद्दा Bihar News: बिहार में JDU नेता के भाई, पत्नी और बेटी की मौत; मचा कोहराम Asia University Rankings: भारत के ये संस्थान एशिया के टॉप-100 विश्वविद्यालयों में शामिल, शीर्ष पर यह यूनिवर्सिटी काबिज Bihar Election 2025: वोटिंग के दिन इन चीजों पर रहेगी छूट, आप भी ले सकते हैं लाभ; जानिए क्या है तरीका
21-Feb-2022 04:52 PM
PATNA : बिहार में अफसरशाही का आरोप झेल रही नीतीश सरकार को एक बार फिर से फजीहत से बचने के लिए डैमेज कंट्रोल का प्रयास करना पड़ा है। खबर बिहार विधान सभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के साथ दुर्व्यवहार और उससे जुड़े विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव को लेकर विधानसभा में आज विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पर सुनवाई होनी थी।
स्पीकर विजय कुमार सिन्हा के साथ लखीसराय के डीएसपी समेत दो थानेदारों ने जिस तरह दुर्व्यवहार किया उसको लेकर बीजेपी विधायक संजय सरावगी और ललन कुमार की तरफ से विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव दिया गया था और आज 3:00 बजे का वक्त सुनवाई के लिए तय हुआ था लेकिन यह सुनवाई टल गई।
इस मामले में सुनवाई के लिए राज्य के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी और डीजीपी एसके सिंघल को बुलाया गया था लेकिन सुनवाई टलने के कारण ये दोनों भी विधानसभा नहीं पहुंचे। विधानसभा के अधिकारिक सूत्रों की माने तो आज मुख्यमंत्री का जनता दरबार कार्यक्रम और शाम के वक्त राज्य कैबिनेट की बैठक होने के कारण अधिकारियों की व्यस्तता है और इसी वजह से बैठक को टाला गया है हालांकि इस मामले में आगे सुनवाई होगी।
उधर सियासी गलियारे में इस बात की चर्चा है कि स्पीकर विजय कुमार सिन्हा जिस तरह अफसरशाही को लेकर नाराज हैं उन्होंने मीडिया के जरिए जो बातें रखी हैं और अब विधानसभा में जिस तरह विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया गया है। उसे देखते हुए कहीं ना कहीं सरकार के स्तर पर डैमेज कंट्रोल की कवायद शुरू हो गई है। सियासी जानकार मानते हैं कि बीजेपी के जरिए विजय कुमार सिन्हा की नाराजगी को दूर करने का प्रयास किया जा सकता है संभवत जेडीयू के नेताओं को इसके लिए वक्त चाहिए और आज अधिकारियों की व्यस्तता के कारण उन्हें इसके लिए समय भी मिल गया है।
दरअसल बीते दिनों लखीसराय के वीरुपुर थाना क्षेत्र में सरस्वती पूजा के आयोजन का वीडियो वायरल हुआ था। इसके आधार पर लखीसराय पुलिस ने गौतम कुमार नाम के युवक को गिरफ्तार किया था। इसको लेकर स्थानीय लोगों ने विधानसभा अध्यक्ष के बड़हिया पहुंचने पर पुलिस द्वारा एकपक्षीय कार्रवाई की शिकायत की थी। विधानसभा अध्यक्ष ने दोनों थानाध्यक्ष को बुलाकर मामले की जानकारी ली।
कहा कि जब कार्रवाई हुई तो आयोजक मंडल और उद्घाटनकर्ता पर क्यों नहीं हुई? उन्होंने उनपर एकपक्षीय और राजनीतिक पक्षपात का रवैया अपनाते हुए कार्रवाई करने का आरोप लगाया। बाद में उन्होंने लखीसराय एसडीपीओ सह प्रभारी एसपी रंजन कुमार को भी बुलाया था। इसी दौरान स्पीकर के साथ दुर्व्यवहार होने की बात कही जा रही है। बीजेपी विधायकों ने इसी मामले में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव दिया था।