ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR: मुंगेर में पुलिस से भिड़े परिजन, वारंटी को छुड़ाकर भगाया, फिर क्या हुआ जानिए? कटिहार में युवक की गोली मारकर हत्या, दो दिन में दो हत्या से इलाके में दहशत, कानून व्यवस्था पर सवाल गोपालगंज में मुठभेड़: 25 हजार के इनामी बदमाश महावीर यादव गिरफ्तार, पैर में लगी गोली IRCTC ने लॉन्च किया RailOne Super App, अब एक ही एप पर मिलेंगी ट्रेन से जुड़ी सभी सेवाएं IRCTC ने लॉन्च किया RailOne Super App, अब एक ही एप पर मिलेंगी ट्रेन से जुड़ी सभी सेवाएं "बिहार को बनेगा स्टार्टअप हब", स्टार्टअप स्पार्क 2.0 में बोले उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा Patna Traffic: राजधानी में ट्रैफिक जाम की सूचना के लिए फोन और व्हाट्सएप्प नंबर जारी, तुरंत इन दो नंबरों पर दें जानकारी Patna News: पटना में बढ़ रही लग्जरी कारों की डिमांड, 3 साल में खरीदे गए 1403 महंगे फोर व्हीलर; यह गाड़ी बनी लोगों की पहली पसंद Patna News: पटना में बढ़ रही लग्जरी कारों की डिमांड, 3 साल में खरीदे गए 1403 महंगे फोर व्हीलर; यह गाड़ी बनी लोगों की पहली पसंद सेक्स की नौकरी और कॉल बॉय बनाने के नाम पर करोड़ों की ठगी, पटना से तीन शातिर गिरफ्तार

अधिकारों के लिए करना होगा संघर्ष, मुकेश सहनी बोले- जिसकी जितनी संख्या.. उतनी मिले हिस्सेदारी

अधिकारों के लिए करना होगा संघर्ष, मुकेश सहनी बोले- जिसकी जितनी संख्या.. उतनी मिले हिस्सेदारी

04-May-2023 07:34 PM

By First Bihar

PATNA: बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के सुप्रीमो मुकेश सहनी गुरुवार को वैशाली पहुंचे, जहां उन्होंने देसरी स्थित बाजितपुर बिन्द टोला में शिव मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा और अष्टयाम यज्ञ में शामिल हुए। इस मौके पर सहनी ने पूजा-अर्चना की और एक जनसभा को संबोधित किया।


कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुकेश सहनी ने कहा है कि जितनी जिसकी संख्या हो उसके हिसाब से उसकी हिस्सेदारी सुनिश्ति होनी चाहिए। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सिर उठाकर जीना है तो अपने अधिकार के प्रति संघर्ष कीजिए। उन्होंने कहा कि भारत के संविधान में एसटी, एससी और ओबीसी को अधिकार दिया गया है, लेकिन आज तक अधिकार का लाभ नहीं मिला है। कई राज्यों में निषाद समाज को आरक्षण दिया गया है, लेकिन बिहार में आरक्षण अब तक नहीं मिला। 


उन्होंने कहा कि आज आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य जाति के लोगों को 10 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। वीआईपी आरक्षण की विरोधी नहीं है लेकिन जनसंख्या के अनुसार आरक्षण की व्यवस्था होनी चाहिए। सहनी ने कहा कि अगर हमे सिर उठाकर जीना है तो संघर्ष करना होगा। उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि वर्षों से हमें गुलाम रखा गया है। आज संघर्ष की बदौलत ही ऐसी स्थिति है कि निषाद का बेटा टिकट मांगने का नहीं बल्कि टिकट बांटने का काम कर रहा है।