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13-Feb-2024 07:26 AM
PATNA : बिहार में शिक्षक सक्षमता परीक्षा का विरोध जारी है। आज शिक्षक एकता मंच ने विधानसभा का घेराव करने का ऐलान किया है। शिक्षा विभाग के फरमान के बावजूद सक्षमता परीक्षा के विरोध में नियोजित शिक्षकों ने राज्य सरकार से आर-पार की लड़ाई के लिए आज प्रदेश भर से हजारों की तादाद में गर्दनीबाग पहुंच रहे हैं।
दरअसल, विधानसभा सत्र के दूसरे दिन विधानसभा के घेराव का कार्यक्रम है। राज्यभर के तमाम नियोजित शिक्षकों के संगठनों ने संयुक्त रूप से बिहार शिक्षक एकता मंच बनाया है। इस मंच के आह्वान पर शनिवार देर शाम सभी जिलों में सक्षमता परीक्षा के विरोध में शिक्षकों ने मसाल जुलूस निकाला गया था। अब मंच के आह्वान पर आज 13 फरवरी को विधानसभा घेराव करने के लिए नियोजित शिक्षक तैयार है। तमाम शिक्षक छुट्टी लेकर के पहुंच रहे हैं और शिक्षा विभाग के फरमान के बावजूद आंदोलन में शामिल होने के लिए कमर कस चुके हैं।
नियोजित शिक्षकों का कहना है किराज्य कर्मी का दर्जा दिए जाने के लिए आयोजित होने वाले सक्षमता परीक्षा में तीन जिलों का विकल्प निरस्त करते हुए ऐच्छिक स्थानांतरण का प्रावधान करना चाहिए। अनिवार्य स्थानांतरण के लिए विकल्प का प्रावधान समाप्त हो। सक्षमता परीक्षा ऑनलाइन लिए जाने में कई सारी व्यावहारिक दिक्कतें हैं। अधिकांश नियोजित शिक्षक कंप्यूटर चलाने की जानकारी नहीं रखते हैं इसलिए सक्षमता परीक्षा का आयोजन ऑफलाइन किया जाए।
उधर, शिक्षा विभाग द्वारा गठित कमेटी के द्वारा की गई अनुशंसा जिसमें तीन बार में सक्षमता परीक्षा पास नहीं करने पर सेवामुक्त कर देने का प्रावधान है, उसको निरस्त करने की मांग भी ये लोग कर रहे हैं, साथ ही साथ यह भी कहना है कि राज्यकर्मी बनने के उपरांत सभी नियोजित शिक्षकों की समानुपातिक वेतन वृद्धि होनी चाहिए। एक न्यूनतम वेतन वृद्धि की गारंटी सबको की जानी चाहिए।