ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Bhumi: बेतिया राज की जमीन खाली कराने की तैयारी तेज, 32 हजार से अधिक कब्जाधारियों की सूची जारी Patna real estate : पटना में जमीन खरीदना ‘चाँद उतारने’ जैसा, बोरिंग रोड–अटल पथ साइड 6 करोड़ रुपये प्रति कट्ठा सरकारी रेट Bihar News: बिहार में शराबबंदी की खुली पोल, नशे में धूत होकर दो युवकों ने की मारपीट; घायल को कंधा देती दिखी पुलिस Patna Road Accident: पटना में तेज रफ्तार का कहर, हाईवे वाहन ने महिला को कुचला; मौके पर मौत Bhupesh Baghel : 'ये नितिन क्या कर लेगा, पहले भी एक नितिन आया था ..', 'नितिन' की नियुक्ति पर कांग्रेस नेता व पूर्व CM बघेल की बदजुबानी.... Bihar Health Department: बिहार में डॉक्टरों की प्रोन्नति का बड़ा फैसला, अब ACP और DACP लागू; जानें पूरी खबर Bihar Panchayat Election 2026 : बिहार पंचायत चुनाव 2026: बदलेगा आरक्षण रोस्टर, महिलाओं की बढ़ेगी भूमिका और तकनीक से होगी सख्ती Bihar schools : बिहार में जर्जर स्कूलों की सुधरेगी सूरत, चहारदीवारी और पानी विहीन विद्यालयों की मांगी गई लिस्ट; एक्शन में शिक्षा विभाग Bihar News: एक्शन में नीतीश कुमार, गयाजी पहुंचे CM; दो दिनों तक अधिकारियों के साथ करेंगे मंथन Bihar News: "न कोई चापाकल, न एक भी सरकारी नल" बिहार के इस गाँव में पेयजल की समस्या से लोग परेशान; प्रशासन पर लगे गंभीर आरोप

30 साल में ऐसा केस नहीं देखा ...बंगाल पुलिस का व्यवहार शर्मनाक ... कोलकत्ता केस पर सुप्रीम कोर्ट की बड़ी टिप्पणी, CBI ने कहा - मौका-ए-वारदात से छेड़छाड़ हुई

30 साल में ऐसा केस नहीं देखा ...बंगाल पुलिस का व्यवहार शर्मनाक ... कोलकत्ता केस पर सुप्रीम कोर्ट की बड़ी टिप्पणी, CBI ने कहा - मौका-ए-वारदात से छेड़छाड़ हुई

22-Aug-2024 12:25 PM

By First Bihar

DESK : कोलकाता के आरजीकर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले पर देश भर में काफी आक्रोश है। इस घटना को लेकर हररोज नए -नए खुलासे हो रहे हैं। इस घटना की जांच सीबीआई कर रही है। इस बीच आज इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो रही है। सीबीआई ने आज सुप्रीम कोर्ट में इस मामले पर स्टेटस रिपोर्ट पेश कर दी है। इस रिपोर्ट के बाद बंगाल सरकार की जमकर किरकिरी हुई है। 


सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में पेश की गई स्टेटस रिपोर्ट में कहा कि इस पूरे मामले को लेकर अस्पताल प्रशासन का रवैया उदासीन रहा है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस  घटना की सूचना पीड़िता के परिजनों को देरी से दी गई। इतना ही परिवार को पहले सुसाइड की खबर दी गई। लिहाजा मर्डर को सुसाइड बताने की कोशिश करना संदेह पैदा करता है। इसका मतलब साफ़ है कि वारदात पर पर्दा डालने की कोशिश की गई। सुप्रीम कोर्ट ने पंचनामे को लेकर भी कई सवाल उठाए हैं कोर्ट ने कहा कि अगर स्वाभाविक मौत थी तो पोस्टमार्टम क्यों किया गया? पोस्टमार्टम के बाद एफआईआर से हैरानी होती है ?  कोलकाता मामले पर जस्टिस पारदीवाला ने कहा कि ये केस चौंकाने वाला है।  हमने बीते 30 साल में ऐसा केस नहीं देखा। यह पूरा मामला सदमा देने वाला है। बंगाल पुलिस का व्यवहार शर्मनाक है। 



इसके अलावा कोर्ट ने सबसे बड़ी टिप्पणी यह कि है कि पुलिस डायरी और पोस्टमार्टम के वक्त में अतंर है। आरोपी की मेडिकल जांच पर भी कोर्ट ने सवाल उठाए हैं। सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में पेश की गई स्टेटस रिपोर्ट में कहा है कि कोलकाता में मौका-ए-वारदात से छेड़छाड़ की गई है। इस केस की लीपापोती की कोशिश की गई। बड़ी बात यह है कि अंतिम संस्कार के बाद एफआईआर दर्ज हुई।  


कोलकाता मामले पर सुनवाई के दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता तुषार मेहता ने कहा कि डॉक्टर्स 36-36 घंटे काम कर रहे हैं। कोर्ट से डॉक्टर्स को सुरक्षा का भरोसा मिल जाए तो उनको संतोष होगा। उन्हें अपनी बात कहने का मौका दिया जाए। इस पर सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि डॉक्टरों की 36 से 48 घंटों की ड्यूटी सही नहीं है। हम जानते हैं कि डॉक्टर 36 घंटे काम कर रहे हैं। मैं खुद एक सरकारी अस्पताल में फर्श पर सोया हूं, जब मेरे परिवार का एक सदस्य बीमार थे।