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25-Sep-2025 02:51 PM
By First Bihar
Cyber Fraud Alert: क्या हो अगर आप साइबर फ्रॉड की शिकायत करने जाएं और आपके साथ दोबारा फ्रॉड हो जाए? यह स्थिति वाकई जले पर नमक छिड़कने जैसी होती है। अमेरिका में हाल ही में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें साइबर अपराधियों ने फ्रॉड रिपोर्टिंग पोर्टल्स की हूबहू नकल कर लोगों को एक बार फिर ठगी का शिकार बना लिया है। इन घटनाओं को देखते हुए अमेरिकी जांच एजेंसी FBI (Federal Bureau of Investigation) ने आधिकारिक चेतावनी जारी की है।
FBI का Internet Crime Complaint Center (IC3) एक ऐसा पोर्टल है, जहां आम लोग साइबर अपराधों की शिकायत दर्ज कर सकते हैं। यह प्लेटफॉर्म अमेरिका में साइबर सुरक्षा के लिए एक केंद्रीय माध्यम माना जाता है। वर्ष 2023 में इस पोर्टल पर 8 लाख से ज्यादा शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें कुल 16.6 बिलियन डॉलर (लगभग 1.38 लाख करोड़ रुपये) की ठगी की गई। इसी पोर्टल की लोकप्रियता और भरोसे का फायदा उठाते हुए अब साइबर ठगों ने इसकी नकल कर फर्जी वेबसाइटें बना दी हैं, जिनके डोमेन नेम भी असली वेबसाइट से मिलते-जुलते हैं, जिससे आम लोगों को अंतर समझने में मुश्किल हो रही है।
FBI की रिपोर्ट के अनुसार, जब कोई व्यक्ति अपने साथ हुए साइबर फ्रॉड की शिकायत करने के लिए इंटरनेट पर पोर्टल सर्च करता है, तो वह अक्सर फर्जी लिंक पर क्लिक कर बैठता है। ये नकली वेबसाइटें दिखने में बिल्कुल असली जैसी होती हैं, लेकिन असल में यह फिशिंग साइट्स होती हैं, जो यूज़र्स की नाम, पता, ईमेल, बैंक डिटेल्स और अन्य संवेदनशील जानकारियां चुरा लेती हैं। कुछ मामलों में देखा गया है कि इन साइट्स के माध्यम से लोगों के कंप्यूटर या मोबाइल में मैलवेयर भी इंस्टॉल हो जाता है, जिससे उनकी और अधिक जानकारियाँ भी खतरे में पड़ जाती हैं।
FBI ने इसे लेकर एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें नागरिकों को चेतावनी दी गई है कि वे किसी भी पोर्टल पर शिकायत दर्ज करने से पहले वेबसाइट का यूआरएल (URL) ध्यानपूर्वक जांचें। यदि वेबसाइट के पते में कोई स्पेलिंग मिस्टेक, .com के स्थान पर .org या .net, या कोई अन्य अनियमितता दिखे तो उस वेबसाइट से दूर रहें। साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि कोई भी सरकारी अधिकारी फोन या ईमेल पर आपसे कभी भी बैंक डिटेल्स, OTP या PIN नहीं मांगता। यदि कोई ऐसा करता है, तो यह निश्चित रूप से फ्रॉड का प्रयास है।
इसके अलावा, FBI ने यह भी बताया कि कुछ साइबर अपराधी खुद को सरकारी अधिकारी बताकर लोगों को कॉल या ईमेल करते हैं और उनसे आधिकारिक प्रक्रिया के बहाने संवेदनशील जानकारियां मांगते हैं। इस तरह के मामलों में भी सतर्क रहना बेहद जरूरी है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि आप ऑनलाइन शिकायत कर रहे हैं, तो हमेशा वेबसाइट का पूरा URL टाइप करें, और गूगल सर्च के ज़रिए आने वाले लिंक पर बिना सोचे-समझे क्लिक न करें। वेबसाइट को लेकर किसी भी प्रकार का शक हो, तो उस विभाग की आधिकारिक हेल्पलाइन या टोल-फ्री नंबर पर संपर्क करें।