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31-Aug-2025 01:31 PM
By First Bihar
Cash Limit at Home: आज के समय में ज़्यादातर लेनदेन डिजिटल हो चुके हैं। बिजली बिल भरना हो, मोबाइल रिचार्ज करना हो या फिर ऑनलाइन शॉपिंग—अधिकतर लोग अब डिजिटल पेमेंट का ही इस्तेमाल करते हैं। इसके बावजूद भी नकद की जरूरत पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। शादियों, मेडिकल इमरजेंसी, या रोजमर्रा के घरेलू खर्चों के लिए लोग अब भी घर में कैश रखना जरूरी समझते हैं। ऐसे में आम सवाल यही उठता है कि घर में नकद पैसा रखना कानूनी रूप से कितना सही है? क्या इसके लिए कोई सीमा तय की गई है?
इनकम टैक्स विभाग ने घर में नकद रखने के लिए कोई निश्चित सीमा निर्धारित नहीं की है। यानी, आप चाहें तो लाखों या करोड़ों रुपये तक की नकदी अपने पास घर में रख सकते हैं। कानून इसके खिलाफ नहीं है, लेकिन इसके साथ एक जरूरी शर्त जुड़ी हुई है आपको यह साबित करना होगा कि वह पैसा वैध स्रोत से आया है। यदि आप पैसे का स्रोत बता पाने में असमर्थ रहते हैं, तो वह अघोषित आय मानी जा सकती है।
यदि इनकम टैक्स विभाग जांच करता है और आपके पास बड़ी नकदी पाई जाती है, तो आपको यह साबित करना पड़ेगा कि वह पैसा आपकी सैलरी, बिजनेस इनकम, संपत्ति बिक्री या बैंक निकासी से आया है। इसके लिए आपके पास बैंक स्टेटमेंट, आईटीआर, सैलरी स्लिप, या अन्य वैध दस्तावेज होने चाहिए। यदि आप कोई प्रमाण नहीं दे पाते, तो आयकर कानून की धारा 68 से 69बी के तहत आपकी रकम को अघोषित आय माना जा सकता है।
इस स्थिति में न सिर्फ आपको उस पर टैक्स देना पड़ेगा, बल्कि आयकर विभाग 78% तक का जुर्माना भी लगा सकता है, जिसमें टैक्स के अलावा सर्च और पेनल्टी चार्जेस भी शामिल होते हैं। अगर आपके पास बड़ी मात्रा में नकदी पाई जाती है और आप उसका स्रोत नहीं बता पाते। नकद रकम आपके ITR या अकाउंट बुक्स में दिखाए गए आंकड़ों से मेल नहीं खाती। आपने 2 लाख रुपये से ज्यादा का कैश गिफ्ट लिया, या प्रॉपर्टी की खरीद-बिक्री में नकद का इस्तेमाल किया, तो यह भी कानून के उल्लंघन की श्रेणी में आता है।
भारत सरकार और इनकम टैक्स विभाग ने कुछ लेनदेन पर विशेष निगरानी और रिपोर्टिंग अनिवार्य कर दी है, जिसमें 50,000 से ज्यादा की नकद जमा या निकासी पर PAN कार्ड देना अनिवार्य है। एक वित्तीय वर्ष में ₹20 लाख से अधिक कैश ट्रांजैक्शन पर PAN और Aadhaar, दोनों देना जरूरी है। 30 लाख से ज्यादा की प्रॉपर्टी यदि कैश डील में की जाती है, तो उस पर जांच और पूछताछ हो सकती है। क्रेडिट कार्ड से ₹1 लाख से अधिक का भुगतान भी आयकर विभाग के रडार में आता है।
भारत में घर में नकदी रखना गैरकानूनी नहीं है, लेकिन अगर रकम बड़ी है, तो उसका पूरा लेखा-जोखा और वैध दस्तावेज़ होना जरूरी है। अन्यथा, इनकम टैक्स विभाग द्वारा की गई पूछताछ में आप कानूनी संकट में पड़ सकते हैं। सही दस्तावेज और पारदर्शिता आपके लिए कानूनी सुरक्षा कवच का काम करते हैं। वहीं दूसरी ओर, अस्पष्ट स्रोत वाली नकदी आपको टैक्स चोरी और भारी जुर्माने की स्थिति में ला सकती है। इसलिए कैश रखें जरूर, लेकिन पूरी ईमानदारी और हिसाब-किताब के साथ।