बसपा प्रत्याशी चितरंजन कुमार को AIMIM ने दिया समर्थन, रोमांचक हुई वजीरगंज विधानसभा चुनाव Bihar Election 2025: चुनावी सभा में सम्राट चौधरी ने बताया ‘लालटेनिया’ का मतलब, लालू परिवार पर जमकर बरसे Bihar Election 2025: चुनावी सभा में सम्राट चौधरी ने बताया ‘लालटेनिया’ का मतलब, लालू परिवार पर जमकर बरसे Bihar Election 2025: बिहार के इस नक्सल प्रभावित इलाके में 73 साल बाद होगी वोटिंग, चुनाव को लेकर मतदाताओं में भारी उत्साह ब्रजेश ऑटोमोबाइल्स महिन्द्रा ने रचा नया कीर्तिमान, सितम्बर-अक्टूबर में 2035 वाहनों की डिलीवरी Bihar Election 2025: ‘लालू-नीतीश ने बिहार के बच्चों की पीठ पर मजदूरी का बोरा बांधा’, प्रशांत किशोर का बड़ा हमला Bihar Election 2025: ‘लालू-नीतीश ने बिहार के बच्चों की पीठ पर मजदूरी का बोरा बांधा’, प्रशांत किशोर का बड़ा हमला ISRO GSAT-7R Launch: ISRO ने नौसेना के लिए एडवांस्ड सैटेलाइट GSAT-7R को किया लॉन्च, अंतरिक्ष से समुद्री सीमा की होगी सख्त निगरानी ISRO GSAT-7R Launch: ISRO ने नौसेना के लिए एडवांस्ड सैटेलाइट GSAT-7R को किया लॉन्च, अंतरिक्ष से समुद्री सीमा की होगी सख्त निगरानी Pankaj Tripathi Mother Death: एक्टर पंकज त्रिपाठी की मां का निधन, हेमवती देवी ने 89 वर्ष की आयु में ली आखिरी सांस
28-Mar-2025 04:59 PM
By First Bihar
मोदी कैबिनेट बैठक में आज बिहार के लिए बड़ा फैसला लिया गया है. कोसी-मेची अंतर-राज्यीय लिंक परियोजना को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (पीएमकेएसवाई-एआईबीपी) के तहत शामिल करने की मंजूरी दी गई है। इस परियोजना की कुल लागत 6,282.32 करोड़ रुपये है, जिसमें केंद्र सरकार 3,652.56 करोड़ की सहायता देगी। पूर्वी कोसी मुख्य नहर (EKMC) का 41.30 किमी पुनर्निर्माण और 117.50 किमी विस्तार किया जाएगा, जिससे खरीफ सीजन में 2,10,516 हेक्टेयर क्षेत्र में अतिरिक्त सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी. इसके अलावा पटना-आरा-सासाराम फोरलेन को भी मंजूरी मिल गई है.
बता दें, कोसी बराज से मेची नदी तक यह परियोजना 117.5 किमी लंबी होगी. इस योजना के तहत वीरपुर से फारबिसगंज तक मुख्य पूर्वी नहर का किशनगंज के मेची नदी तक विस्तार किया जायेगा. इससे अररिया के फारबिसगंज तक मुख्य पूर्वी नहर 41.3 किमी बना हुआ है. इसी नहर का मेची नदी तक 76.2 किमी विस्तारीकरण होगा.
इस नहर की क्षमता भी बढ़ायी जाएगी.1962 में बने नहर का डिजाइन डिस्चार्ज फिलहाल 425 क्यूमेक(घनमीटर) है, जिसकाे बढ़ाकर 573 क्यूमेक किया जाएगा.पूरी नहर परियोजना से सिंचाई के लिए चार ब्रांच कैनालऔर छह वितरणी नहर होगा.