Bihar Politics: अपने ही गांव में बेगाने हो गए कांग्रेस के कन्हैया कुमार, वोटर्स पर नहीं चला कोई जादू Bihar Politics: अपने ही गांव में बेगाने हो गए कांग्रेस के कन्हैया कुमार, वोटर्स पर नहीं चला कोई जादू BRLPS admit card: BRLPS ने आउट किया एडमिट कार्ड, यहां दिए लिंक से करें डाउनलोड; इस दिन से है परीक्षा Chakai Election Pattern : 58 साल से नहीं टूटा चकाई विधानसभा का तिलिस्म, हर बार बदलता है विधायक लेकिन दो ही परिवार रखते हैं सत्ता की चाबी Gita Oath in Court: गवाहों को गीता की कसम क्यों दिलाई जाती है, रामायण की क्यों नहीं? जानिए चौंकाने वाली वजह विजय बाबू...सम्राट चौधरी बनेंगे 'बड़ा आदमी', अमित शाह के सार्वजनिक ऐलान के बाद भी फेरबदल संभव है क्या...? Illegal Mining : नालंदा में अवैध खनन व शराब माफिया की फायरिंग से हड़कंप, उत्पाद विभाग की टीम पर हमला; पुलिस का बड़ा अभियान शुरू Bihar Politics: लालू के घर मचे बवाल पर बोले चिराग, कहा- "घर में एकता रहने पर ही जीती जा सकती है बाहरी जंग; तेजस्वी को लेकर भी दिया यह जवाब" Vaishali murder case : : 7 वर्षीय छात्र की गला रेतकर हत्या, ग्रामीणों का बवाल, पुलिस पर पथराव ; क्षेत्र में तनाव, जांच में जुटी एफएसएल टीम Vastu Shastra: घर में बार-बार परेशानियां? हो सकता है भूमि दोष, जानें लक्षण और असरदार उपाय
16-Nov-2025 11:54 AM
By First Bihar
Bihar minister list : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों ने राज्य की सियासत में बड़ा बदलाव ला दिया है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने भारी बहुमत के साथ शानदार जीत दर्ज की है। 243 सदस्यीय विधानसभा में NDA को 202 सीटें मिली हैं, जबकि महागठबंधन मात्र 35 सीटों पर सिमट गया। बीजेपी 89, जेडीयू 85, चिराग पासवान की लोजपा 19, जीतनराम मांझी की हम 5 और उपेंद्र कुशवाहा की रालोमो को 4 सीटें मिलीं। इतने प्रचंड जनादेश के बाद अब बिहार की नई सरकार के गठन की प्रक्रिया तेज हो गई है, और आम जनता के बीच यह सवाल उठ रहा है कि मंत्रिमंडल का स्वरूप कैसा होगा और किस दल को कितनी हिस्सेदारी मिलेगी।
मंत्रिमंडल की रूपरेखा पर सहमति लगभग तय
सूत्रों के अनुसार, NDA के घटक दलों के बीच मंत्रिमंडल में हिस्सेदारी को लेकर लगभग सहमति बन चुकी है। हालांकि अंतिम समय में सीटों और नामों में मामूली फेरबदल की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। मुख्यमंत्री का पद पहले की तरह जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार के पास रहेगा, जबकि मंत्रियों के चयन में सामाजिक समीकरण, अनुभव और राजनीतिक संतुलन से समझौता नहीं होगा।
जेडीयू को मिलेगा बड़ा कोटा
चूंकि जेडीयू इस बार 85 सीटों के साथ NDA का दूसरा सबसे बड़ा घटक दल बनकर उभरा है, इसलिए पार्टी के 14+1, यानी लगभग 15 विधायक मंत्री बनाए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा कई अनुभवी चेहरे एक बार फिर मंत्रिमंडल में जगह पा सकते हैं। माना जा रहा है कि जेडीयू युवाओं, पिछड़े वर्गों और महिलाओं को भी मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व देने की कोशिश करेगा।
बीजेपी के 15–16 मंत्री बन सकते हैं
इस चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। 89 सीटें मिलने के बाद उसके मंत्री पदों की संख्या स्वाभाविक रूप से अधिक होगी। संभावित रूप से बीजेपी के 15 से 16 विधायक मंत्री बनाए जा सकते हैं। पार्टी इस बार अपने संगठन के नेताओं, जीतने वाले वरिष्ठ विधायकों और क्षेत्रीय संतुलन को प्राथमिकता देगी।
लोजपा (आर) के तीन मंत्री बनाए जाने की चर्चा
चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) ने इस चुनाव में अभूतपूर्व सफलता हासिल कर 19 सीटें जीतीं। लोजपा अब NDA में पहले की तुलना में कहीं अधिक मजबूत स्थिति में है। ऐसे में पार्टी को तीन मंत्री पद मिलने की संभावना बताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार, चिराग पासवान का एक डिप्टी सीएम बनाने का भी दबाव है। चिराग स्वयं केंद्रीय मंत्री हैं और चुनाव में उन्होंने बेहद सक्रिय भूमिका निभाई। चुनाव नतीजों के बाद से वह लगातार पटना में डटे हुए हैं और शनिवार को वे सीएम आवास जाकर नीतीश कुमार से मुलाकात कर चुके हैं।
हम और रालोमो को मिलेगा एक-एक मंत्री पद
जीतनराम मांझी की हम पार्टी को इस बार पांच सीटें मिली हैं। हालांकि पार्टी दो मंत्री पद की मांग कर रही है, लेकिन फिलहाल NDA की सहमति उनके एक विधायक को मंत्री बनाने पर है। इसी तरह उपेंद्र कुशवाहा की रालोमो, जिसे इस चुनाव में चार सीटें मिलीं, से भी एक मंत्री बनाए जाने की संभावना है। खबर है कि उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेह लता देवी और जीतनराम मांझी के पुत्र संतोष कुमार सुमन का नाम मंत्री पद के लिए सबसे आगे चल रहा है। संतोष सुमन पहले भी मंत्री रह चुके हैं, इसलिए अनुभव के आधार पर उनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है।
डिप्टी सीएम के तीन पद!
इस बार की सरकार में तीन डिप्टी सीएम बनाए जाने की चर्चा है बीजेपी से दो, लोजपा से एक। बीजेपी के अंदर दो डिप्टी सीएम पद पर सहमति बन रही है। सम्राट चौधरी का फिर से डिप्टी सीएम बनना लगभग तय माना जा रहा है। वह वर्तमान में बिहार बीजेपी के प्रमुख चेहरे हैं और चुनाव अभियान में उनकी भूमिका बेहद प्रभावशाली रही। दूसरे डिप्टी सीएम के रूप में विजय कुमार सिन्हा का नाम पहले चर्चाओं में था, लेकिन अब उनका पत्ता कटता दिखाई पड़ रहा है।
विधानसभा अध्यक्ष का पद BJP को मिलने की संभावना
माना जा रहा है कि इस बार विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) का पद बीजेपी को दिया जाएगा। 2020 में भी यह पद बीजेपी के पास ही था, और विजेंद्र सिन्हा (विजय सिन्हा) स्पीकर रहे थे। इस बार भी उन्हें यह जिम्मेदारी मिल सकती है। यह फैसला विधानसभा में पार्टी की संख्या और राजनीतिक संतुलन को ध्यान में रखते हुए लिया जा रहा है। नीतीश कुमार और NDA के सामने चुनौती यह भी होगी कि वे भीतरखाने चल रही खींचतान और दबाव की राजनीति को संतुलित कर स्थिर और प्रभावशाली सरकार दे सकें।