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15-Nov-2025 10:07 AM
By First Bihar
Bihar Election Result 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का परिणाम साफ हो चुका है और इस बार एनडीए ने मजबूती के साथ जीत दर्ज की है। भाजपा और जदयू के गठबंधन ने राज्य में स्पष्ट बहुमत हासिल किया है। वहीं, महागठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा है, और राजद केवल 25 सीटों पर सिमटकर रह गई। तेजस्वी यादव के सीएम फेस होने के बावजूद उनकी लोकप्रियता का असर सीमित रहा। वाम दलों की भूमिका भी इस चुनाव में नगण्य रही, और उन्हें अपेक्षित सफलता नहीं मिली। छोटे दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों ने कुछ क्षेत्रों में जीत दर्ज की, लेकिन एनडीए की विजय ने पूरे बिहार में सत्ता समीकरण बदल दिया।
हालांकि, इस चुनाव में कुछ छोटे दलों ने भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और अपनी मौजूदगी का सबूत दिया है। कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (लिबरेशन) ने पालीगंज और कराकट विधानसभा क्षेत्रों में जीत दर्ज की। पालीगंज से संदीप सौरव ने 66,555 मतों के अंतर से जीत हासिल की, जबकि कराकट से अरुण सिंह ने 28,336 मतों के अंतर से अपनी जीत दर्ज की। यह छोटे दलों की ताकत और प्रभाव को दर्शाता है।
इसी तरह, इंडियन इनक्लूसिव पार्टी ने भी सहारसा सीट से इंद्रजीत प्रसाद गुप्ता के जरिए 36 वें विधानसभा क्षेत्र में जीत दर्ज की, जो इस पार्टी के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इसके अलावा, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) ने भी बिभूतिपुर विधानसभा क्षेत्र में अजय कुमार की जीत के साथ अपना स्थान बनाया, जहां उन्होंने 10,281 मतों के अंतर से सफलता पाई।
बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में सतिश कुमार सिंह यादव के माध्यम से जीत हासिल की, जहां जीत का अंतर मात्र 30 वोट रहा। यह दिखाता है कि छोटे दलों के लिए भी राज्य की राजनीति में निर्णायक भूमिका निभाने का अवसर मौजूद है।
इस तरह, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में बड़े दलों के साथ-साथ छोटे दलों की जीत ने भी राज्य की राजनीतिक तस्वीर को और अधिक बहुपरतीय और प्रतिस्पर्धात्मक बना दिया है। छोटे दलों की जीत ने साबित कर दिया कि राजनीति में उनकी उपस्थिति भी महत्वपूर्ण है और भविष्य के चुनावों में उनका असर और बढ़ सकता है।