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Bihar Assembly Election 2025 : “बिहार चुनाव: EC ने जारी किए आंकड़े, जानें RJD-BJP-JDU को मिले कुल वोट और वोट प्रतिशत”

भारत निर्वाचन आयोग ने 72 घंटों के भीतर बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का इंडेक्स कार्ड जारी किया, जिसमें प्रमुख दलों के वोट प्रतिशत व कुल वोट के आंकड़े शामिल हैं, जबकि कई छोटे दलों के डेटा अभी अधूरे हैं।

Bihar Assembly Election 2025 : “बिहार चुनाव: EC ने जारी किए आंकड़े, जानें RJD-BJP-JDU को मिले कुल वोट और वोट प्रतिशत”

18-Nov-2025 09:06 AM

By First Bihar

Bihar Assembly Election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के परिणाम आने के 72 घंटे के भीतर भारत निर्वाचन आयोग ने पहली बार विस्तृत इंडेक्स कार्ड जारी किया है। इस रिपोर्ट में सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के कुल वोट और उनके वोट प्रतिशत का विवरण दिया गया है। आयोग का यह कदम पारदर्शिता के लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इससे न केवल प्रत्येक दल के प्रदर्शन की स्पष्ट तस्वीर मिलती है, बल्कि मतदाताओं का रुझान भी साफ दिखाई देता है।


हालांकि, इंडेक्स कार्ड जारी होने के बावजूद कई दलों के वोट से जुड़े महत्वपूर्ण आंकड़े अभी भी अधूरे हैं। रिपोर्ट में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और जन अधिकार पार्टी (आईआईपी) आदि के जीते उम्मीदवारों की संख्या तो दर्ज है, लेकिन इन दलों को कितने कुल वोट मिले—यह जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई है। इसी तरह भाकपा माले का कुल वोट प्रतिशत तो दर्शाया गया है, किंतु कुल वोट कितने मिले इसके आंकड़े नहीं मिलते, जिससे राजनीतिक विश्लेषण अधूरा रह जाता है।


निर्दलीयों और “अन्य” श्रेणी पर भी अधूरी जानकारी

आयोग की रिपोर्ट में यह अवश्य बताया गया है कि निर्दलीय प्रत्याशियों को कुल 25,16,297 वोट मिले हैं, लेकिन राज्य में कुल कितने निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव में उतरे थे, इसकी संख्या इस इंडेक्स कार्ड में शामिल नहीं है। चुनाव विशेषज्ञों का मानना है कि निर्दलीय उम्मीदवारों की संख्या जानना आवश्यक होता है, क्योंकि इससे यह पता चलता है कि किन क्षेत्रों में मुख्यधारा के दलों के खिलाफ स्थानीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा ज्यादा थी।


“अन्य” श्रेणी के दलों को कुल 3.90% वोट और 19,57,368 कुल मत मिले हैं। हालांकि इस श्रेणी में शामिल छोटे दलों, स्थानीय संगठनों या पंजीकृत–अपंजीकृत राजनीतिक समूहों की सूची भी इंडेक्स कार्ड में नहीं दी गई है, जिससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं। आयोग ने संकेत दिया है कि यह केवल प्रारंभिक इंडेक्स कार्ड है और विस्तृत चुनाव परिणाम रिपोर्ट जल्द ही जारी की जाएगी, जिसमें सभी दलों और उम्मीदवारों का पूर्ण विवरण उपलब्ध होगा।


किसे कितना वोट मिला? जारी आंकड़ों पर एक नजर

इंडेक्स कार्ड के मुताबिक, बिहार विधानसभा चुनाव में जिन प्रमुख दलों ने मतदान प्रतिशत के आधार पर मजबूत प्रदर्शन किया, उनका विवरण इस प्रकार है राजद (RJD) – 23.00% वोट (1,15,46,055 वोट)भाजपा (BJP) – 20.08% वोट (1,00,81,143 वोट),जदयू (JDU) – 19.25% वोट (96,67,118 वोट), कांग्रेस – 8.71% वोट (43,74,579 वोट), निर्दलीय – 5.01% वोट (25,16,297 वोट) लोजपा-रा – 4.97% वोट (24,97,358 वोट),जनसुराज – 3.34% वोट (16,77,583 वोट), भाकपा माले – 2.84% वोट (कुल वोट उपलब्ध नहीं), एआईएमआईएम – 1.85% वोट (9,30,504 वोट), नोटा (NOTA) – 1.81% वोट (9,10,730 वोट) बसपा – 1.62% वोट (8,13,553 वोट), वीआईपी – 1.37% वोट (6,89,484 वोट),हम – 1.17% वोट (6,87,056 वोट),रालोमो – 1.06% वोट (5,33,313 वोट) अन्य – 3.90% वोट (19,57,368 वोट)इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि राजद, भाजपा और जदयू को कुल वोटों का बड़ा हिस्सा मिला है, जबकि कांग्रेस, लोजपा-रा और जनसुराज जैसे दलों ने भी अपने-अपने क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपस्थिति दर्ज कराई। इस चुनाव में नोटा को मिले 9 लाख से अधिक वोट भी एक महत्वपूर्ण संकेत हैं, जो मतदाताओं की असंतुष्टि का प्रतीक माने जाते हैं।


अधूरे आंकड़ों पर उठ रहे सवाल

विशेषज्ञों का कहना है कि इंडेक्स कार्ड जितना महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है, उसे उतना ही विस्तृत होना चाहिए। कुछ दलों के वोट आंकड़ों का अभाव चुनावी विश्लेषण को अधूरा बनाता है। राजनीतिक समीक्षकों के अनुसार, छोटे दलों के वोट प्रतिशत कम होने के बावजूद उनके वोटों का प्रभाव कई सीटों पर परिणाम बदलने में निर्णायक साबित होता है। ऐसे में उनका डेटा छूटना चिंता का विषय है।


इसके अलावा, निर्दलीय उम्मीदवारों की कुल संख्या और “अन्य” श्रेणी में शामिल दलों के नामों की अनुपस्थिति भी चुनाव आयोग के डेटा संकलन और प्रस्तुति पर सवाल उठाती है। कई विश्लेषकों का मत है कि विस्तृत रिपोर्ट आने तक यह इंडेक्स कार्ड अधूरा माना जाएगा।


आयोग जल्द देगा विस्तृत रिपोर्ट

चुनाव आयोग ने संकेत दिया है कि यह केवल प्रारंभिक चरण की रिपोर्ट है। विस्तृत मतगणना रिपोर्ट जल्द जारी होगी, जिसमें हर दल को मिले कुल वोट प्रत्येक सीट पर वोटों का पूरा ब्योरा निर्दलीय व अन्य उम्मीदवारों की संख्या जीते और हारे उम्मीदवारों का विस्तृत रिकॉर्ड शामिल होगा। राजनीतिक दलों और विश्लेषकों को उम्मीद है कि विस्तृत रिपोर्ट आने के बाद ही इस चुनाव के वास्तविक रुझान और मतदाताओं की प्राथमिकताओं की पूरी तस्वीर सामने आएगी।