ब्रेकिंग न्यूज़

Nitin Nabin: बीजेपी का कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद नितिन नवीन को मिलेंगी कितनी सुविधाएं, सैलरी मिलेगी या नहीं? जानिए.. Nitin Nabin: बीजेपी का कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद नितिन नवीन को मिलेंगी कितनी सुविधाएं, सैलरी मिलेगी या नहीं? जानिए.. Bihar Education News: शिक्षा विभाग के अफसरों को लिखने भी आता ! BEO ने एक पन्ने की चिट्ठी में 12 से अधिक गलती की Patna Crime News: पटना में दो पक्षों के बीच फायरिंग से हड़कंप, लाइसेंसी हथियार के साथ आरोपी गिरफ्तार Patna Crime News: पटना में दो पक्षों के बीच फायरिंग से हड़कंप, लाइसेंसी हथियार के साथ आरोपी गिरफ्तार Bihar News: बिहार के सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र कुमार ने रचा इतिहास, सोनपुर मेला में किया ऐसा काम कि एशियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हो गया नाम Bihar News: बिहार के सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र कुमार ने रचा इतिहास, सोनपुर मेला में किया ऐसा काम कि एशियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हो गया नाम KAIMUR CRIME: जंग बहादुर पासवान हत्याकांड का खुलासा, चार साल बाद फरार दूसरा आरोपी गिरफ्तार दिल्ली की ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ रैली पर गिरिराज सिंह का पलटवार, राहुल–प्रियंका गांधी पर साधा निशाना नितिन नवीन बने बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष, पीएम मोदी-नीतीश कुमार सहित कई दिग्गजों ने दी बधाई

Bihar Election 2025: दांव पर नीतीश के मंत्रियों की साख,पार होगी नैया या तेजस्वी के योद्धा मार लेंगे मैदान; जानिए क्या है समीकरण

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण में 20 जिलों की 122 सीटों पर 11 नवंबर को मतदान होगा। इस चरण में कई वर्तमान और पूर्व मंत्री सहित दर्जनों दिग्गज नेताओं की राजनीतिक किस्मत तय होगी।

Bihar Election 2025

26-Oct-2025 07:50 AM

By First Bihar

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव अपने दूसरे चरण में प्रवेश कर चुका है, जिसमें राज्य के 20 जिलों की 122 विधानसभा सीटों पर 11 नवंबर को मतदान होना है। इस चरण में न केवल आम जनता की भागीदारी महत्वपूर्ण है, बल्कि कई दिग्गज नेताओं और मंत्रियों की राजनीतिक किस्मत भी दांव पर लगी है। 


दरअसल, वर्तमान बिहार सरकार के आठ मंत्री सुपौल से बिजेंद्र प्रसाद यादव, झंझारपुर से नीतीश मिश्र, छातापुर से नीरज कुमार सिंह बबलू, धमदाहा से लेशी सिंह, अमरपुर से जयंत राज, चकाई से सुमित कुमार सिंह, चैनपुर से जमा खान और हरसिद्धि से कृष्णनंद पासवान सीधे जनता के निर्णय के सामने हैं।


इस चरण में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी समेत एक दर्जन से अधिक पूर्व मंत्रियों का भाग्य भी तय होगा। पूर्व मंत्रियों में सुनील कुमार पिंटू, कृष्ण कुमार ऋषि, विनोद नारायण झा, रामनारायण मंडल (भाजपा), दामोदर रावत (जदयू), जयप्रकाश नारायण यादव, बीमा भारती, समीर कुमार महासेठ, कुमार सर्वजीत, शाहनवाज आलम और बृजकिशोर बिंद (राजद) चुनाव मैदान में हैं। इसके अलावा, अनिल कुमार हम सेकुलर और मुरारी प्रसाद गौतम (लोजपा रा) भी इस चरण में चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस के वर्तमान और पूर्व विधायक दल के नेता शकील अहमद खान एवं अजीत शर्मा के साथ ही लोजपा रा के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी की राजनीतिक किस्मत भी इसी चरण में तय होगी।


जनसुराज ने इस चरण में कई सीटों पर अपने मजबूत उम्मीदवार उतारे हैं, जिससे लड़ाई त्रिकोणीय और प्रतिस्पर्धात्मक हो गई है। प्रमुख उम्मीदवारों में करगहर से लोकगायक रितेश पांडेय, दरभंगा से पूर्व डीजीपी आरके मिश्रा, कुर्था से पूर्व एमएलसी रामबली चन्द्रवंशी, सहरसा से पूर्व विधायक किशोर मुन्ना, भागलपुर से अधिवक्ता अभयकांत झा, कुम्हरार से केसी सिन्हा और ढाका से एलबी प्रसाद शामिल हैं। इनके अलावा कई अन्य उम्मीदवार भी मैदान में अपनी पकड़ बनाए हुए हैं।


दूसरे चरण में कुल 1302 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। प्रमुख राजनीतिक दलों में राजद ने 70, भाजपा 52, जदयू 45, कांग्रेस 37, लोजपा (रा) 15, वीआईपी 8, हम 6, रालोमो 4 और वाम दलों ने 11 उम्मीदवार उतारे हैं। इस चरण में दो सीटों पर नामांकन रद्द होने की वजह से महागठबंधन को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा है। सुगौली से वीआईपी के शशिभूषण सिंह और मोहनियां से राजद की श्वेता सुमन का नामांकन रद्द हुआ है। हालांकि, मोहनियां में राजद ने निर्दलीय उम्मीदवार रविशंकर पासवान को समर्थन दिया है, जो पूर्व मंत्री छेदी पासवान के पुत्र हैं।


इस चरण के चुनाव में महागठबंधन और एनडीए के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है। महागठबंधन में राजद 70 सीटों पर, कांग्रेस 37, वीआईपी 8, भाकपा माले 5, भाकपा 4 और माकपा 2 सीटों पर मुकाबला कर रही है। वहीं, एनडीए में भाजपा 52, जदयू 45, लोजपा (रा) 15, हम 6 और रालोमो 4 सीटों पर चुनाव मैदान में हैं। कई सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है, जैसे करगहर, चैनपुर, नरकटियागंज और सुल्तानगंज, जहां राजद, कांग्रेस और वाम दलों के उम्मीदवार आमने-सामने हैं।


बिहार विधानसभा चुनाव के इस चरण में मतदाताओं की भागीदारी और मतदान की दिशा भविष्य में राज्य की राजनीतिक दिशा को तय करने में अहम भूमिका निभाएगी। जनता की पसंद सीधे विधानसभा में सरकार के गठन और मुख्यमंत्री पद की संभावनाओं को प्रभावित करेगी, जिससे यह चरण राज्य की राजनीति के लिए निर्णायक माना जा रहा है।