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26-Oct-2025 07:50 AM
By First Bihar
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव अपने दूसरे चरण में प्रवेश कर चुका है, जिसमें राज्य के 20 जिलों की 122 विधानसभा सीटों पर 11 नवंबर को मतदान होना है। इस चरण में न केवल आम जनता की भागीदारी महत्वपूर्ण है, बल्कि कई दिग्गज नेताओं और मंत्रियों की राजनीतिक किस्मत भी दांव पर लगी है।
दरअसल, वर्तमान बिहार सरकार के आठ मंत्री सुपौल से बिजेंद्र प्रसाद यादव, झंझारपुर से नीतीश मिश्र, छातापुर से नीरज कुमार सिंह बबलू, धमदाहा से लेशी सिंह, अमरपुर से जयंत राज, चकाई से सुमित कुमार सिंह, चैनपुर से जमा खान और हरसिद्धि से कृष्णनंद पासवान सीधे जनता के निर्णय के सामने हैं।
इस चरण में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी समेत एक दर्जन से अधिक पूर्व मंत्रियों का भाग्य भी तय होगा। पूर्व मंत्रियों में सुनील कुमार पिंटू, कृष्ण कुमार ऋषि, विनोद नारायण झा, रामनारायण मंडल (भाजपा), दामोदर रावत (जदयू), जयप्रकाश नारायण यादव, बीमा भारती, समीर कुमार महासेठ, कुमार सर्वजीत, शाहनवाज आलम और बृजकिशोर बिंद (राजद) चुनाव मैदान में हैं। इसके अलावा, अनिल कुमार हम सेकुलर और मुरारी प्रसाद गौतम (लोजपा रा) भी इस चरण में चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस के वर्तमान और पूर्व विधायक दल के नेता शकील अहमद खान एवं अजीत शर्मा के साथ ही लोजपा रा के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी की राजनीतिक किस्मत भी इसी चरण में तय होगी।
जनसुराज ने इस चरण में कई सीटों पर अपने मजबूत उम्मीदवार उतारे हैं, जिससे लड़ाई त्रिकोणीय और प्रतिस्पर्धात्मक हो गई है। प्रमुख उम्मीदवारों में करगहर से लोकगायक रितेश पांडेय, दरभंगा से पूर्व डीजीपी आरके मिश्रा, कुर्था से पूर्व एमएलसी रामबली चन्द्रवंशी, सहरसा से पूर्व विधायक किशोर मुन्ना, भागलपुर से अधिवक्ता अभयकांत झा, कुम्हरार से केसी सिन्हा और ढाका से एलबी प्रसाद शामिल हैं। इनके अलावा कई अन्य उम्मीदवार भी मैदान में अपनी पकड़ बनाए हुए हैं।
दूसरे चरण में कुल 1302 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। प्रमुख राजनीतिक दलों में राजद ने 70, भाजपा 52, जदयू 45, कांग्रेस 37, लोजपा (रा) 15, वीआईपी 8, हम 6, रालोमो 4 और वाम दलों ने 11 उम्मीदवार उतारे हैं। इस चरण में दो सीटों पर नामांकन रद्द होने की वजह से महागठबंधन को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा है। सुगौली से वीआईपी के शशिभूषण सिंह और मोहनियां से राजद की श्वेता सुमन का नामांकन रद्द हुआ है। हालांकि, मोहनियां में राजद ने निर्दलीय उम्मीदवार रविशंकर पासवान को समर्थन दिया है, जो पूर्व मंत्री छेदी पासवान के पुत्र हैं।
इस चरण के चुनाव में महागठबंधन और एनडीए के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है। महागठबंधन में राजद 70 सीटों पर, कांग्रेस 37, वीआईपी 8, भाकपा माले 5, भाकपा 4 और माकपा 2 सीटों पर मुकाबला कर रही है। वहीं, एनडीए में भाजपा 52, जदयू 45, लोजपा (रा) 15, हम 6 और रालोमो 4 सीटों पर चुनाव मैदान में हैं। कई सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है, जैसे करगहर, चैनपुर, नरकटियागंज और सुल्तानगंज, जहां राजद, कांग्रेस और वाम दलों के उम्मीदवार आमने-सामने हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव के इस चरण में मतदाताओं की भागीदारी और मतदान की दिशा भविष्य में राज्य की राजनीतिक दिशा को तय करने में अहम भूमिका निभाएगी। जनता की पसंद सीधे विधानसभा में सरकार के गठन और मुख्यमंत्री पद की संभावनाओं को प्रभावित करेगी, जिससे यह चरण राज्य की राजनीति के लिए निर्णायक माना जा रहा है।