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07-Nov-2025 11:27 AM
By First Bihar
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान गुरुवार, 6 नवंबर 2025 को शांतिपूर्ण और सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। 18 जिलों की 121 विधानसभा सीटों पर करीब 64.66% वोटिंग दर्ज की गई, जो पिछले कई वर्षों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ने वाला आंकड़ा है। राज्य की जनता ने लोकतंत्र में अपनी सक्रिय भागीदारी का फिर एक बार उदाहरण पेश किया। इस दौरान लगभग 3 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने 45,341 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जिससे यह चरण ऐतिहासिक बन गया।
मतदान के दौरान तकनीकी व्यवस्थाओं और ईवीएम मशीनों में सुधार के कारण परेशानियां कम रही। कुल 165 बैलेट यूनिट, 169 कंट्रोल यूनिट और 480 वीवीपैट बदले गए। पहले चरण में बैलेट यूनिट बदलने की दर केवल 1.21% रही, जबकि 2020 में यह 1.87% थी। कंट्रोल यूनिट और वीवीपैट की दर भी पिछले चुनाव की तुलना में कम रही। पहले चरण में महिला मतदाताओं की भागीदारी उल्लेखनीय रही। चुनाव आयोग के अनुसार, 926 मतदान केंद्र पूरी तरह महिला स्टाफ द्वारा संचालित थे। इसके अलावा 107 मतदान केंद्र पीडब्ल्यूडी कर्मियों द्वारा संचालित किए गए। महिलाओं और युवाओं की सक्रिय भागीदारी ने मतदान प्रतिशत को बढ़ाने में अहम योगदान दिया।
शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान केंद्रों का वितरण इस प्रकार था: 8,609 शहरी केंद्र और 36,733 ग्रामीण केंद्र। कुल 1,314 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे, जिनमें 1,192 पुरुष और 122 महिलाएं शामिल थीं। इस चरण में महागठबंधन, बीजेपी, JDU और अन्य प्रमुख दलों के कई दिग्गज उम्मीदवार मैदान में थे, जैसे तेजस्वी यादव, सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, उमेश कुशवाहा और भोला यादव।
चुनाव प्रक्रिया के दौरान लाइव टेलीकास्टिंग और शिकायत निवारण की भी व्यवस्था थी। चुनाव आयोग को कुल 143 शिकायतें मिलीं, जिन्हें मौके पर ही निपटाया गया। कुछ जगहों पर मतदान बहिष्कार की सूचना भी मिली, जैसे ब्रह्मपुर, फतुहा और सूर्यगढ़ा। वहीं, दो-तीन स्थानों पर तनाव की घटनाएं भी हुईं, जैसे लखीसराय के खुरियारी गांव में डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा के खिलाफ कीचड़ फेंकने की घटना और सारण में विधायक सत्येंद्र यादव की गाड़ी पर हमला। इन घटनाओं का समाधान स्थानीय अधिकारियों और पुलिस द्वारा तुरंत किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले चरण की मतदान प्रक्रिया के बाद कहा कि जनता का उत्साह बीजेपी और NDA को “अभूतपूर्व बहुमत” दिलाएगा। इस बार मतदान प्रक्रिया की पारदर्शिता के लिए दुनिया के 6 देशों के 16 अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने लाइव निगरानी की। पहले चरण में कुल 4 लाख मतदानकर्मी और 90,000 से अधिक जीविका दीदियाँ मतदान केंद्रों पर तैनात रहीं। दिव्यांग मतदाताओं के लिए ई-रिक्शा और अन्य सहूलियतों की व्यवस्था की गई।
पहले चरण के इस सफल और शांतिपूर्ण मतदान ने बिहार चुनाव के राजनीतिक तापमान को और बढ़ा दिया है। अब सभी राजनीतिक दल दूसरे चरण के लिए तैयारी में जुट गए हैं। विश्लेषकों का मानना है कि पहले चरण की रिकॉर्डतोड़ वोटिंग, विशेषकर महिला और युवा मतदाताओं की भागीदारी, बिहार की आगामी राजनीतिक दिशा और चुनावी परिणामों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है।