ब्रेकिंग न्यूज़

बालू घाट के दफ्तर में घुसकर 7 अपराधियों ने की तोड़फोड़, हथियार के बल पर 5 लाख रुपये लूटे, घटना की तस्वीर CCTV में कैद बिहार में गरीबों के लिए 7 लाख 90 हजार 648 घरों का होगा निर्माण, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी सौगात: सम्राट चौधरी सड़क हादसे में राजस्व अधिकारी और अंचल नाजिर की दर्दनाक मौत, सिरदला अंचल कार्यालय से लौट रहे थे नवादा 5 साल की बच्ची का कंकाल मिलने से इलाके में सनसनी, डेढ़ महीने पहले हुई थी हत्या, लापरवाह थानेदार सस्पेंड मुजफ्फरपुर में SSC CGL परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थी ने किया हंगामा, सेंटर पर गड़बड़ी का लगाया आरोप कटिहार के हसनगंज अंचल कार्यालय में भ्रष्टाचार का बोलबाला, 20 साल पहले मरे व्यक्ति के नाम कर दिया मोटेशन बिहार में गेहूं का समर्थन मूल्य बढ़ाने का एलान, अब इतने रूपये के हिसाब से किया जाएगा भुगतान पटना डेयरी प्रोजेक्ट फुलवारीशरीफ में 'दही खाओ ईनाम पाओ' प्रतियोगिता, 3 मिनट में 3 किलो 655 ग्राम दही खाकर दानापुर के हरेन्द्र यादव ने जीता प्रथम पुरस्कार Delhi News: आप विधायक नरेश बालियान को मिलेगी राहत? मकोका केस में हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया लालू ने राहुल गांधी को खिलाया हरा चना और चूड़ा, तेजस्वी ने मोबाइल पर नीतीश से जुड़ा वीडियो दिखाया

पुलिस को चैलेंज देने वाला सीरियल किलर चंद्रकांत झा गिरफ्तार, बिहार और यूपी के 18 लोगों की कर चुका है हत्या

सिरियल किलर चंद्रकांत झा बिहार और यूपी के प्रवासी मजदूरों से नौकरी के नाम पर दोस्ती करता था और फिर एक-एक कर सभी की हत्या कर शव के टुकड़े करके तिहाड़ जेल के आस-पास फेंक दिया करता था।

delhi police

18-Jan-2025 02:43 PM

Delhi news: डेढ़ साल से फरार सीरियल किलर चंद्रकांत झा को दिल्ली पुलिस ने दबोचा है। चंद्रकांत पर कुल 18 हत्याओं का आरोप है। वो बर्बरतापूरण तरीके से किसी की हत्या करता था और शव को टुकड़े-टुकड़े करके दिल्ली के तिहाड़ जेल के आस पास फेंक देता था। हर शव के टुकड़े के साथ वो एक चिट्ठी छोड़ देता था जिसमें यह लिखा होता था कि मैंने हत्या की है, पकड़ सकते हो तो पकड़ लो। 2013 में उसे हत्या के मामले में आजीवन कारावास मिली थी, 2023 में 90 दिनों की पैरोल मिली थी लेकिन उसके बाद वो जो फरार हुआ लौटकर जेल नहीं आया।


चंद्रकांत झा की क्राइम हिस्ट्री पर आधारित डॉक्यूमेंट्री फिल्म जुलाई 2022 में नेटफ्लिक्स पर इंडियन प्रीडेटरः द बुचर ऑफ दिल्ली रिलीज हुई थी। इस डॉक्यूमेंट्री में दिखाया गया था कि कैसे उसने 1998 से 2007 के बीच पश्चिमी दिल्ली में 8 लोगों की हत्या की। इसमें दिखाय गया कि कैसे चंद्रकांत पहले अपने शिकार से दोस्ती करता था और फिर उसे जान से मार डालता था। चंद्रकांत बिहार और उत्तर प्रदेश से आने वाले प्रवासी मजदूरों से नौकरी के नाम पर दोस्ती करता था फिर मौका पाते ही मजदूरों की हत्या कर दिया करता था।


2003 में उसने शेखर और उमेश की निर्मम हत्या की थी वही 2005 में गुड्डू, 2006 में अमित जबकि 2007 में उपेंद्र और दिलीप की हत्या की थी। चंद्रकांत दिल्ली पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था। 2007 में उसे दिल्ली पुलिस ने धड़ दबोचा था फिर उसके बाद 2013 में उसे 3 हत्या के मामले में दोषी ठहराते हुए मौत की सजा और आजीवन कारावास की सजा कोर्ट ने सुनाई। हालांकि 2016 में मौत की सजा आजीवन कारावास में बदल गई। चंद्रकांत झा कुल 18 हत्याओं का आरोपी है। 


उसे 2013 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गयी थी। 2023 में 90 दिन की पेरोल मिली थी लेकिन वह फरार हो गया फिर लौटकर नहीं पहुंचा। पुलिस द्वारा बहुत धीमी गति से कार्रवाई करने का रवैया चंद्रकांत झा को पसंद नहीं था। इतना ही नहीं वह बार.बार पुलिस को चैलेंज करता था कहता था कि रोक सको तो रोक के दिखाओ। लेकिन पुलिस वालों को उसका कोई सुराग नहीं मिला। 


वह लाश के साथ एक चिट्ठी भी छोड़ देता था और पुलिस को खुला चैलेंज दिया करता था। लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस सुराग ढूंढने में नाकाम रहती थी। जब वह बार.बार पुलिस को चैलेंज करता रहा तो पुलिस ने भी उसे गिरफ्तार करने का ठान ली। आखिरकार दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उसे गिरफ्तार कर लिया है जिससे पूछताछ कर आगे की कार्रवाई में पुलिस लगी है।