बिहार के इस जिले में भूमि पैमाइश को लेकर विवाद, बिना जमीन नापी के लौटे राजस्व विभाग के अधिकारी बेतिया ATM लूट मामले में DIG ने लिया एक्शन, पुलिसकर्मियों के वेतन पर लगाई रोक, प्रभारी एसपी से मांगा जवाब वंशावली को लेकर बिहार सरकार ने जारी किया नया आदेश, जानिये अब क्या करना होगा? गोल उत्सव 4.0 में जुटे हजारों डॉक्टर, एलुमनाई मीट में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन मधुबनी बस स्टैंड में लगी भीषण आग, तीन दर्जन दुकानें जलकर राख, करोड़ों की संपत्ति का नुकसान बिहार में अपराधियों की अब खैर नहीं: सम्राट चौधरी ने 3 महीने का दिया अल्टीमेटम, कहा..बदमाशों को बिहार से भगाकर ही दम लूंगा एक लाख डॉलर जीतने वाले मोतिहारी के आदर्श ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की मुलाकात, बिहार की शिक्षा और कौशल विकास पर हुई चर्चा सुपौल में समलैंगिक विवाह, दो युवतियों ने आपसी सहमति से गैस चूल्हे को साक्षी मानकर लिये सात फेरे उपेंद्र कुशवाहा ने तेजस्वी को बताया पार्ट-टाइम पॉलिटिशियन, कहा..उनको ना कभी बिहार की चिंता थी, और ना ही अब है पटना और मुजफ्फरपुर के बाद अब पूर्णिया में भूमि सुधार जन कल्याण संवाद का होगा आयोजन, इस दिन विजय सिन्हा सुनेंगे आमलोगों की शिकायतें
14-Apr-2025 04:20 PM
By First Bihar
Bihar Crime News: आएदिन फ्रॉड का मामला सामने आ रहा है। ऐसी ही एक खबर बिहार के मुजफ्फरपुर से सामने आई है। दरअसल, रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) के फर्जी ट्रेनिंग सेंटर मामले में मुजफ्फरपुर स्थित एक निजी बैंक के एक ब्रांच मैनेजर फ्रॉड मामले से जुड़ गए है। बता दें कि उन्होंने बिना वेरिफिकेशन के ही कागज पर चल रही कंपनी का चालू खाता खोल दिया, लेकिन मामला तब बढ़ा, जब इससे 200 करोड़ से अधिक का भुगतान फर्जी ट्रेनिंग सेंटर के अभ्यर्थियों को किया गया।
वहीं, इस मामले का खुलासा वाणिज्यकर विभाग की रिपोर्ट से हुआ है। खुलासे के बाद विभाग में हड़कंप मच गया है वहीं बैंक मैनेजर की कभी भी गिरप्तारी हो सकती है। मामले की जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि चालू खाता खोलने के लिए जो कागजात प्रस्तुत किए गए थे, वह भी फर्जी निकले है। जानकारी के मुताबिक इस रिपोर्ट के बाद अब सोनपुर रेल पुलिस कभी भी बैंक मैनेजर को गिफ्तार कर सकती है। फिलहाल, गिरफ्तारी को लेकर वरिष्ट पुलिस पदाधिकारी के आदेश का इंतजार है।
बता दें कि सोनपुर रेल थाना के थानेदार धर्मेंद्र कुमार ने इसकी पुष्टि की है। साथ ही बताया है कि इस मामले में तेजी से जांच का काम चल रहा है। ताकि मालूम हो कि, दिसंबर 2024 में मोतिहारी के भटहां में आरपीएफ के फर्जी प्रशिक्षण सेंटर का खुलासा हुआ था। इस मामले में मोतिहारी के दीपक कुमार सहित 10 की गिरफ्तारी हो चुकी है। गिरफ्तार लोगों से पूछताछ भी हुई है, जिसमें पुलिस को कई महत्त्वपूर्ण जानकारी भी मिली है। वहीं, सूचना से आधार पर गोरखपुर से दो आरोपियों को सोनपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
इस कांड में फर्जी कंपनी के नाम पर पैसा मंगाकर वेतन भी दिया गया है। वेतन देने के लिए मुजफ्फरपुर के बनारस बैंक चौक के राजेंद्र तिवारी ने एक ट्रेजरी आरओ नामक कंपनी के नाम पर निजी बैंक में खाता खोला था। बैंक मैनेजर की इस खाता के संचालन में लापरवाही सामने आई है। कागजातों की गहनता से जांच किए बगैर उन्होंने खाता खोल दिया। इस मामले में बैंक मैनेजर की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन जांच के अनुसार कभी भी बैंक मैनेजर गिरफ्तार किए जा सकते है। घटना की सुचना बैंक के वरिष्ट अधिकारी को भी दिया जा चूका है।