BIHAR: हिंदू स्वाभिमान संगठन के कार्यकर्ताओं ने NDA उम्मीदवार को खदेड़ा, दिखाया काला झंडा CBSE Board Exam 2026: CBSE 10वीं और 12वीं बोर्ड एग्जाम की फाइनल डेटशीट जारी, दो बार होगी दसवीं की परीक्षा CBSE Board Exam 2026: CBSE 10वीं और 12वीं बोर्ड एग्जाम की फाइनल डेटशीट जारी, दो बार होगी दसवीं की परीक्षा Bihar Politics: ‘14 नवंबर को बिहार की जनता देगी जवाब’, युवा चेतना सुप्रीमो रोहित सिंह का तेजस्वी यादव पर बड़ा हमला Bihar Politics: ‘14 नवंबर को बिहार की जनता देगी जवाब’, युवा चेतना सुप्रीमो रोहित सिंह का तेजस्वी यादव पर बड़ा हमला Bihar Election 2025: गौराबौराम से VIP के संतोष सहनी महागठबंधन के उम्मीदवार घोषित, तेजस्वी यादव ने दिया जीत का आशीर्वाद Bihar Election 2025: गौराबौराम से VIP के संतोष सहनी महागठबंधन के उम्मीदवार घोषित, तेजस्वी यादव ने दिया जीत का आशीर्वाद Bihar Election 2025: बिहार में राजनीतिक रंजिश को लेकर मारपीट, ‘हाथी’ बनाम ‘लालटेन’ के विवाद को लेकर बवाल Test Cricket : टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली बार होगा बड़ा बदलाव, लंच और टी ब्रेक का क्रम बदला जाएगा; जानिए क्या है वजह Bihar Voter Service : चुनावी सहायता अब आसान, बीएलओ के साथ करें कॉल बुक, इस टोल फ्री नंबर पर हल होंगी सभी दुविधाएं
10-Jul-2025 10:21 AM
By First Bihar
Corruption in Bihar: बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई लगातार तेज होती जा रही है। इसी कड़ी में बिहार पुलिस मुख्यालय के आर्थिक अपराध एवं साइबर अपराध प्रकोष्ठ (EOU) ने एक बड़ी कार्रवाई किया है, जिसमें बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड (BSEIDC), सहरसा में तैनात कार्यपालक अभियंता प्रमोद कुमार के ठिकानों पर 10 जुलाई 2025 को एक साथ छापेमारी की है।
दरअरल, EOU की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि अभियंता प्रमोद कुमार के पास उनकी ज्ञात आय से 309.61% अधिक संपत्ति है। इस आधार पर आर्थिक अपराध थाना कांड संख्या 13/2025 के तहत भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। FIR 9 जुलाई को दर्ज की गई थी।
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, प्रमोद कुमार के खिलाफ यह जांच आय से अधिक संपत्ति (DA – Disproportionate Assets) के संदेह पर की जा रही है। इसके तहत पटना, सहरसा और सीतामढ़ी स्थित उनके आवासीय व व्यावसायिक परिसरों में एक साथ छापेमारी की गई। टीम में आर्थिक अपराध इकाई के वरिष्ठ अधिकारी, तकनीकी विशेषज्ञ और सुरक्षा बल मौजूद थे।
छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में दस्तावेज़, ज़मीन-जायदाद के कागजात, बैंक खाते, निवेश से जुड़ी फाइलें और कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए हैं। टीम यह भी जांच कर रही है कि यह संपत्ति प्रमोद कुमार ने अकेले अर्जित की है या किसी अन्य के साथ साझेदारी में।
ईओयू के अनुसार, सभी जब्त दस्तावेजों और डिजिटल डेटा की फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी, जिसके बाद इस मामले में गिरफ्तारी की संभावनाएं भी बढ़ सकती हैं। अगर प्रमोद कुमार दोषी पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ संपत्ति जब्ती और सेवा से निलंबन जैसी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बिहार पुलिस मुख्यालय ने बयान में कहा है कि यह छापेमारी राज्य सरकार की 'भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन' नीति के तहत की गई है और आगे भी इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी।