मुजफ्फरपुर के डीएम के नाम से फर्जी व्हाट्सएप प्रोफाइल, प्रशासन ने जारी की चेतावनी भारतीय क्रिकेटर आकाशदीप ने सासाराम में मनाया जन्मदिन, AB क्रिकेट अकादमी में हुआ खास आयोजन सुपौल के लोहियानगर रेलवे गुमटी पर बड़ा हादसा, ऑटो की टक्कर से टूटा फाटक, भीषण जाम की स्थिति बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद श्यामा मंदिर में संजय सरावगी ने की पूजा, नेतृत्व के विश्वास पर खड़ा उतरने का लिया संकल्प Bihar Transfer Posting: बिहार प्रशासनिक सेवा के दो अधिकारियों का तबादला, दो वेटिंग फॉर पोस्टिंग; सरकार ने जारी की अधिसूचना Bihar Transfer Posting: बिहार प्रशासनिक सेवा के दो अधिकारियों का तबादला, दो वेटिंग फॉर पोस्टिंग; सरकार ने जारी की अधिसूचना Bihar Crime News: घर के बरामदे में सो रहे शख्स की हत्या, बदमाशों ने बैक टू बैक मारी तीन गोलियां Bihar Crime News: घर के बरामदे में सो रहे शख्स की हत्या, बदमाशों ने बैक टू बैक मारी तीन गोलियां Ration Card: अगर अबतक नहीं किया यह काम तो रद्द हो जाएगा आपका राशन कार्ड, बिहार में शुरू होने जा रहा विशेष अभियान Ration Card: अगर अबतक नहीं किया यह काम तो रद्द हो जाएगा आपका राशन कार्ड, बिहार में शुरू होने जा रहा विशेष अभियान
22-Oct-2025 09:22 PM
By First Bihar
PURNEA: बिहार के पूर्णिया जिले में एक बार फिर फर्जी आवासीय प्रमाण पत्र बनाने का मामला सामने आया है। इस तरह की हरकत से लोग बाज नहीं आ रहे हैं। एक बार फिर ‘डॉगी कुमार’ नाम से कुत्ते के लिए आवासीय प्रमाण पत्र का आवेदन ऑनलाइन अप्लाई किया गया। मामला सामने आते ही कि प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है।
पूर्णिया जिले के बनमनखी प्रखंड कार्यालय में एक अज्ञात व्यक्ति ने ‘डॉगी कुमार’ नाम से निवास प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन कर दिया। मामला सामने आते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया और जांच शुरू की गई। दस्तावेजों की जांच में सामने आया कि आवेदक का नाम डॉगी कुमार, पिता का नाम कुत्ता कुमार विश्वास और माता का नाम डॉगी देवी दर्ज था। इतना ही नहीं, आवेदन के साथ एक शपथ पत्र और मोबाइल नंबर 9955699339 भी संलग्न था। जब अधिकारियों ने आवेदक का नाम पढ़ा तो वो भी हैरान रह गये।
राजस्व पदाधिकारी बालकृष्ण भारद्वाज ने बताया कि 8 अक्टूबर 2025 को डॉगी कुमार के नाम से आवेदन मिला था। जिसके बाद जांच करते हुए कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा कि इस तरह की हरकत करके कुछ असामाजिक तत्व प्रशासन की छवि को खराब करने में लगे हैं। अधिकारियों को जब इस बात की जानकारी मिली तब जो मोबाइल नंबर आवेदन में दिया गया था उस नंबर के आधार पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। एफआईआर दर्ज होने के बाद मामले की छानबीन शुरू कर दी गयी है।
बता दें कि वोटर लिस्ट पुनरीक्षण के दौरान बिहार के कई जिलों से इस तरह के फर्जी आवेदन ऑनलाइन किया गया था। कुत्ता, बिल्ली, सोनालिक ट्रैक्टर, ट्रम्प सहित कई हस्तियों के नाम से आवासी प्रमाण पत्र बनाने के लिए आवेदन किया गया था। पटना के मसौढ़ी में भी ‘डॉग बाबू’ के नाम से आवासीय प्रमाण पत्र जारी भी कर दिया गया था, जिससे प्रशासन की काफी किरकिरी हुई थी।