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09-Dec-2025 08:17 AM
By First Bihar
बिहार में विकास की रफ़्तार बढ़ाने और राज्य में बेहतर सड़क संपर्क सुनिश्चित करने की दिशा में सरकार लगातार पहल कर रही है। इसी क्रम में गंगा नदी पर बन रहे ताजपुर–बख्तियारपुर पुल परियोजना में हो रही सुस्ती पर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने गंभीर नाराज़गी जताई है। सोमवार को आयोजित महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक में उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट चेतावनी दी कि परियोजना की धीमी प्रगति किसी भी परिस्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्य सचिव ने कहा कि निर्माणाधीन सभी स्ट्रक्चर पर कार्य तुरंत शुरू किया जाए और इसे बिना किसी बाधा के निरंतर जारी रखा जाए।
तेज़ी लाने के लिए सख्त निर्देश
मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बैठक में बताया कि यह परियोजना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उस दूरदर्शी लक्ष्य का अहम हिस्सा है, जिसके तहत राज्य के किसी भी हिस्से से पटना पहुंचने में अधिकतम पाँच घंटे का समय लगने की परिकल्पना की गई है। उन्होंने जोर देकर कहा कि गंगा नदी पर बन रहे पुल बिहार की आर्थिक और सामाजिक संरचना में बड़ा बदलाव लाने वाले हैं, इसलिए इसमें किसी भी तरह की देरी राज्य हित में नहीं है।
उन्होंने सभी संबंधित विभागों और एजेंसियों को निर्देश दिया कि तकनीकी, प्रशासनिक या संसाधन-संबंधी किसी भी प्रकार की बाधा को तुरंत दूर किया जाए। किसी भी स्तर पर लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी।
समीक्षा बैठक में हुई विस्तृत चर्चा
बैठक में ताजपुर–बख्तियारपुर पुल परियोजना की वर्तमान प्रगति, निर्माण कार्य की जमीन पर वास्तविक स्थिति, उपलब्ध संसाधनों की उपयोगिता और भविष्य की योजनाओं पर विस्तृत समीक्षा की गई। मुख्य सचिव ने यह भी कहा कि विभागों के बीच बेहतर और प्रभावी समन्वय के बिना इतनी बड़ी परियोजना समय पर पूरी नहीं हो सकती। इसलिए सभी विभाग पारदर्शी और सामंजस्यपूर्ण तरीके से कार्य करें।
बैठक में यह भी तय किया गया कि परियोजना की हर गतिविधि की नियमित निगरानी की जाएगी। इसके लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हर सोमवार समीक्षा बैठक होगी जिसमें कार्य की प्रगति का विस्तृत ब्यौरा लिया जाएगा। इस साप्ताहिक समीक्षा व्यवस्था से परियोजना के प्रत्येक चरण की बारीकी से मॉनिटरिंग संभव होगी और यदि कहीं कोई कमी दिखाई देती है, तो तुरंत उसका समाधान किया जा सकेगा।
मुख्यमंत्री के विज़न को साकार करने की दिशा में अहम कदम
मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्राथमिकता है कि राज्य के सभी जिलों का संपर्क मजबूत हो और यात्रियों व वाहनों को सुरक्षित, तेज़ और सुगम मार्ग मिल सके। इसी सोच के तहत बड़े पुलों और हाईवे परियोजनाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। ताजपुर–बख्तियारपुर गंगा पुल इस दिशा में एक बड़ा मील का पत्थर साबित होगा। इस पुल के बन जाने से उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच आवागमन और भी आसान होगा, जिससे व्यापार, उद्योग, कृषि और शिक्षा से जुड़े क्षेत्रों को बड़ा लाभ मिलेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि यह परियोजना न केवल यातायात के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि आर्थिक गतिविधियों को गति देने में भी बड़ी भूमिका निभाएगी। पुल बन जाने के बाद पटना समेत अन्य बड़े शहरों तक पहुंचना आसान होगा, जिससे उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
अधिकारियों की मौजूदगी और आगे की रणनीति
बैठक में पथ निर्माण विभाग के सचिव डॉ. संदीप कुमार आर. पुडकलकट्टी, बीएसआरडीसीएल के प्रबंध निदेशक शीर्षत कपिल अशोक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। सभी अधिकारियों ने परियोजना की स्थिति की जानकारी दी और आगे की कार्ययोजना प्रस्तुत की। मुख्य सचिव ने कहा कि विभागों के बीच बेहतर समन्वय को ही इस परियोजना की सफलता की कुंजी माना जाएगा। उन्होंने संबंधित एजेंसियों से यह भी कहा कि यदि कहीं अतिरिक्त मशीनरी, मानव संसाधन या तकनीकी सहायता की जरूरत है तो तुरंत प्रस्ताव भेजा जाए ताकि समय की बर्बादी न हो।
ताजपुर–बख्तियारपुर पुल परियोजना बिहार में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए राज्य सरकार की प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक है। मुख्य सचिव की सख्ती और लगातार निगरानी की व्यवस्था से अब उम्मीद है कि यह परियोजना निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरी होगी। सरकार की यह पहल न केवल यातायात व्यवस्था को मजबूत करेगी बल्कि आर्थिक विकास को भी नई दिशा देगी। बिहार के विकास के इस महत्वपूर्ण अध्याय में ताजपुर–बख्तियारपुर पुल एक नई मिसाल बनने की ओर बढ़ रहा है।