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17-Dec-2025 12:57 PM
By First Bihar
Bihar Land News: बिहार में अब जमीन खरीद पाना हर किसी के बस की बात नहीं है। यदि आप मिडिल क्लास से आते हैं और राजधानी पटना में जमीन लेकर घर बनाना चाहते हैं तो अब यह मुमकिन नहीं हो पाएगा। मिडिल क्लास के पटना में जमीन खरीद पाना अब दूर के चांद को चाहने जैसा प्रतीत होगा। इसकी वजह यह है कि जमीन की कीमतें अब पहले अधिक होने वाली है। अब जमीन खरीद पाना हर किसी के बस की बात नहीं होगी। हम यह बातें क्यों कह रहे हैं यदि आप भी जानना चाहते हैं तो यह पूरी खबर पढ़ें ...
राजधानी पटना में जमीन खरीदने–बेचने वालों के लिए बड़ी खबर है। शहर में जमीन की कीमतें अब तीन गुना नहीं बल्कि चार गुना तक बढ़ने जा रही हैं। जिला निबंधन कार्यालय की ओर से तैयार प्रस्ताव के मुताबिक, मंदिरी, अटल पथ, गोला रोड, लोदीपुर, गोलघर, बाकरगंज, नहर रोड सहित कई इलाकों में व्यावसायिक जमीन की सर्किल दर चार गुनी तक बढ़ाने की योजना है। इसके अलावा पटना की पुरानी और प्रमुख व्यावसायिक सड़कों के आसपास की जमीन की सर्किल दर को बाजार मूल्य के अनुरूप 410 प्रतिशत तक बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।
इस संबंध में जिला निबंधन कार्यालय ने निबंधन विभाग को प्रस्ताव भेज दिया है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, यदि यह प्रस्ताव मंजूर हो जाता है तो पटना में जमीन के सरकारी मूल्य में अब तक की सबसे बड़ी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। गौरतलब है कि फिलहाल करीब नौ साल पहले तय सर्किल दर के आधार पर ही जमीन की खरीद–बिक्री हो रही है, जबकि इस दौरान बाजार भाव कई गुना बढ़ चुका है।
प्रस्ताव के अनुसार, व्यावसायिक मुख्य सड़क के पास स्थित जमीन की सर्किल दर में 380 प्रतिशत तक वृद्धि की जा सकती है। वहीं, व्यावसायिक सहायक सड़क के पास की जमीन के लिए 350 प्रतिशत तक बढ़ोतरी का प्रस्ताव है। आवासीय क्षेत्रों में भी बड़ा इजाफा किया जा सकता है—आवासीय मुख्य सड़क के पास 265 प्रतिशत और आवासीय सहायक सड़क के पास 200 प्रतिशत तक सर्किल दर बढ़ाने की संभावना जताई गई है। अधिकारियों का कहना है कि सभी जिलों से इसी तरह के प्रस्ताव मांगे गए हैं। समीक्षा के बाद विभागीय स्तर पर अंतिम मसौदा तैयार किया जाएगा, जिस पर अंतिम फैसला राज्य मंत्रिमंडल यानी कैबिनेट लेगी।
पटना के कई प्रमुख इलाकों में प्रस्तावित बढ़ोतरी बेहद चौंकाने वाली है। राजाबाजार, खाजपुरा, मीठापुर, फ्रेजर रोड, जमाल रोड, एग्जीबिशन रोड, कंकड़बाग, खेतान मार्केट, पटना मार्केट, हनुमान नगर, बोरिंग रोड, गांधी मैदान और बेली रोड जैसे इलाकों में सर्किल दर 400 प्रतिशत तक बढ़ने की संभावना है। शेखपुरा में यह बढ़ोतरी करीब 390 प्रतिशत तक हो सकती है। वहीं अनीसाबाद, न्यू पाटलिपुत्र, पाटलिपुत्र कॉलोनी, लोदीपुर, राजेंद्रनगर गुमटी, काजीपुर, खगौल रोड और न्यू बाइपास रोड में 350 प्रतिशत तक वृद्धि का अनुमान है। बंगाली टोला, कदमकुआं और सादिकपुर योगी में 320 प्रतिशत, जबकि जक्कनपुर में करीब 300 प्रतिशत तक सर्किल दर बढ़ सकती है।
अगर पिछले वर्षों के आंकड़ों पर नजर डालें तो सर्किल दर में समय–समय पर बढ़ोतरी होती रही है। वर्ष 2010 में जहां सर्किल दर 5 लाख रुपये थी, वहीं 2011 में यह सीधे 10 लाख रुपये हो गई, यानी 100 प्रतिशत की बढ़ोतरी। 2012 में यह 12.20 लाख रुपये (22 प्रतिशत), 2013 में 23.40 लाख रुपये (92 प्रतिशत), 2014 में 21.06 लाख रुपये (करीब 10 प्रतिशत) और 2016 में 40 लाख रुपये तक पहुंच गई, जिसमें 42 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी। इसके बाद से सर्किल दर में कोई बदलाव नहीं हुआ।
सरकारी रेट बढ़ने का सीधा असर राज्य के राजस्व पर भी पड़ेगा। जमीन की रजिस्ट्री पर करीब 10 प्रतिशत शुल्क लिया जाता है। ऐसे में सर्किल दर बढ़ने से निबंधन शुल्क के रूप में सरकार की आमदनी में उल्लेखनीय इजाफा होने की उम्मीद है। हालांकि, आम लोगों और रियल एस्टेट कारोबारियों के लिए यह बढ़ोतरी जेब पर भारी पड़ सकती है। यदि प्रस्तावित संशोधन लागू होता है तो पटना में जमीन के सरकारी मूल्य में अब तक की सबसे बड़ी छलांग लगेगी, जिससे राजधानी का रियल एस्टेट बाजार एक नए दौर में प्रवेश करेगा।