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11-Dec-2025 09:36 AM
By First Bihar
Lalu Prasad : बिहार विधानसभा चुनाव में अप्रत्याशित हार के बाद पार्टी ने अपनी रणनीति और संगठनात्मक कमजोरियों को समझने के लिए दो स्तरीय चुनावी समीक्षा की है। इस समीक्षा की अगुवाई प्रदेश अध्यक्ष मंगली लाल मंडल ने की। समीक्षा बैठक में मंगली लाल मंडल ने अपने सहयोगियों के साथ चुनावी परिणामों और मतदान पैटर्न का गहराई से विश्लेषण किया।
समीक्षा बैठक के दौरान विशेष तौर पर हर विधानसभा क्षेत्र में पार्टी के प्रदर्शन और हार के कारणों पर चर्चा की गई। बैठक में चुनावी टीम, जिला और प्रमंडल स्तर के पदाधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में तय किया गया कि समीक्षा प्रतिवेदन को पूरी तरह से तैयार करने के बाद उसे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को सौंपा जाएगा।
सूत्रों के अनुसार, पार्टी की विशेषज्ञ समिति ने प्रत्येक क्षेत्र में हुई हार का विश्लेषण करने के बाद विशेष रूप से उन “अंदरूनी घाटियों” की पहचान की है, जहां पार्टी की पकड़ कमजोर रही और वोटरों का समर्थन नहीं मिल पाया। समीक्षा में यह भी पाया गया कि कुछ क्षेत्रों में प्रचार और संगठनात्मक तैयारियों की कमी रही, जिसका असर मतदान पर पड़ा।
प्रदेश अध्यक्ष मंगली लाल मंडल ने बैठक में कहा कि यह प्रतिवेदन केवल हार के कारणों की पहचान नहीं करेगा, बल्कि भविष्य के चुनावों में पार्टी को मजबूत बनाने के लिए रणनीतिक सुझाव भी प्रस्तुत करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि प्रतिवेदन में शामिल अनुशंसाएं पार्टी की अगली रणनीति तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
बैठक में तय किया गया कि प्रमंडल स्तर के पदाधिकारियों को प्रतिवेदन तैयार करने की जिम्मेदारी दी जाएगी। प्रमंडल पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों के आंकड़ों, रिपोर्ट और चुनावी अनुभव को जोड़कर प्रतिवेदन का मसौदा तैयार करेंगे। इसके बाद इसे प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा और अंतिम रूप देने के बाद इसे राष्ट्रीय अध्यक्ष को भेजा जाएगा।
विशेषज्ञ समिति ने समीक्षा के दौरान यह भी पाया कि हार के पीछे कई कारक हैं। इनमें संगठनात्मक कमजोरी, कुछ क्षेत्रों में उम्मीदवारों का सही चयन न होना, और वोटरों के बीच संदेश पहुँचाने में कमी शामिल हैं। साथ ही, पार्टी ने यह भी स्वीकार किया कि विपक्षी दलों की मजबूत रणनीतियों और स्थानीय मुद्दों को सही समय पर पकड़ न पाने की वजह से भी पार्टी को नुकसान हुआ।
समीक्षा प्रतिवेदन में पार्टी की ताकत और कमजोरियों का विस्तृत विश्लेषण किया गया है। इसमें चुनावी रणनीति, प्रचार तकनीक, सामाजिक और जातीय समीकरण, मतदाता व्यवहार, और स्थानीय संगठन की स्थिति को शामिल किया गया है। सूत्रों ने बताया कि यह प्रतिवेदन भविष्य की रणनीति तय करने और अगले चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए महत्वपूर्ण होगा।
प्रदेश अध्यक्ष मंगली लाल मंडल ने बैठक में यह स्पष्ट किया कि समीक्षा प्रतिवेदन का उद्देश्य केवल चुनावी हार का विश्लेषण करना नहीं है, बल्कि उसे संगठन सुधार और भविष्य की तैयारियों के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि समीक्षा के आधार पर पार्टी के स्तर पर आवश्यक सुधार किए जाएंगे ताकि अगले चुनाव में पार्टी मजबूती से खड़ी हो सके।
समीक्षा बैठक में यह भी तय किया गया कि हार के बाद उम्मीदवारों, पार्टी कार्यकर्ताओं और क्षेत्रीय नेताओं के योगदान का भी मूल्यांकन किया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि संगठन में सुधार करते समय किसी भी क्षेत्र या समूह के साथ अन्याय न हो।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, यह समीक्षा प्रतिवेदन आलाकमान को भेजने के बाद पार्टी अगले चुनाव की तैयारी के लिए रणनीतिक बदलाव करेगी। इसमें उम्मीदवार चयन, प्रचार रणनीति, संगठन सुदृढ़ीकरण और सामाजिक-राजनीतिक समीकरणों को ध्यान में रखा जाएगा।
इस प्रकार, पार्टी की दो स्तरीय समीक्षा प्रक्रिया न केवल हार के कारणों की पहचान करेगी, बल्कि भविष्य के चुनावों के लिए मार्गदर्शन भी प्रदान करेगी। प्रदेश अध्यक्ष रजत मंगली लाल मंडल और उनकी टीम ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रतिवेदन को पूरी तरह गंभीरता से तैयार किया जाए और आलाकमान को भेजा जाए। इससे पार्टी को अगले चुनाव में रणनीतिक सुधार करने और बेहतर प्रदर्शन करने में मदद मिलेगी।
समीक्षा समिति की सिफारिशों में संगठनात्मक सुधार, प्रचार में नई तकनीकों का प्रयोग, स्थानीय मुद्दों पर ध्यान, और उम्मीदवार चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करना प्रमुख हैं। पार्टी का उद्देश्य है कि हर स्तर पर संगठन मजबूत हो और अगले चुनाव में पार्टी की पकड़ और प्रभाव बढ़े।