Patna traffic management : पटना में ऑटो और ई-रिक्शा के लिए नई जोनिंग योजना, पटना डीएम का सख्त आदेश, नहीं मानने पर होगा एक्शन Bihar food safety : मोकामा शादी रिसेप्शन में सड़े हुए पनीर-रसगुल्ला से 500 लोग बीमार, खाद्य विभाग ने जारी की जांच रिपोर्ट Bihar News: बारात से लौट रही कारों की आपस में भीषण टक्कर, एक की मौत; कई गंभीर रूप से घायल Bank Escort Service Bihar : अब बैंक से 50 हजार से अधिक राशि निकालने पर पुलिस देगी घर तक सुरक्षा, शुरू हुई नई पहल Bihar News: बिहार से दिल्ली के बीच आज से विशेष ट्रेनों का परिचालन, इन जिलों के लोगों को बड़ी राहत Bihar teacher attendance fraud : पुरानी फोटो से अटेंडेंस बनाने वाले शिक्षक हो जाएं सतर्क, शिक्षा विभाग ने DEO को लिस्ट तैयार करने का आदेश दिया Bihar ADR report: अनंत सिंह से मनीष कश्यप तक, कई दिग्गजों पर गंभीर केस, ADR ने उठाए सवाल; दलों ने नहीं बताया टिकट देने का कारण Vande Bharat Sleeper Train : देश की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन दिसंबर में शुरू, दिल्ली–पटना के बीच तेज रफ्तार नाइट जर्नी का मिलेगा नया अनुभव बिहार में ठंड का सितम शुरू: पछुआ हवा ने बढ़ाई शीतलहर की आशंका, तापमान में जबरदस्त गिरावट Bihar Crime News: 10 लाख की रंगदारी मांगने वाले तीन अपराधी अरेस्ट, बिहार पुलिस और STF की संयुक्त कार्रवाई
05-Dec-2025 11:50 AM
By First Bihar
Bihar Legislative Council : बिहार विधान परिषद के शीतकालीन सत्र का आज अंतिम दिन है। आज जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई, तो प्रमुख विपक्षी दल की नेता राबड़ी देवी सदन में अनुपस्थित रहीं। उनकी गैरमौजूदगी पर सदन में हलचल रही, क्योंकि यह पहली बार नहीं है जब विपक्षी नेतृत्व किसी महत्वपूर्ण सत्र में उपस्थित नहीं हुआ। राबड़ी देवी की अनुपस्थिति के बाद सदन में विपक्षी दल के अन्य सदस्य भी काफी हद तक गायब दिखे, जिससे चर्चा का विषय बन गया कि विपक्षी दल इस सत्र में किन कारणों से सक्रिय नहीं हो रहा।
वहीं, विधान परिषद की कार्यवाही में विपक्षी दल की कमी का फायदा उठाते हुए सत्ता पक्ष ने अपना एजेंडा तेजी से आगे बढ़ाया। ऐसे में विपक्षी दल के कुछ एमएलसी अपनी बात रखने के दौरान फंसते हुए नजर आए। राजद के एक एमएलसी ने सदन में अपनी बात रखते समय सवालों और तर्कों में उलझन दिखाई, जो सदन में मौजूद अन्य सदस्यों और मीडिया के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया। इस घटना ने विपक्षी दल की तैयारी और रणनीति पर भी सवाल खड़े कर दिए।
सदन की कार्यवाही के दौरान राजद के एमएलसी जब अपनी बात रख रहे थे, तो कुछ मुद्दों पर वे स्पष्ट उत्तर नहीं दे पाए। इससे साफ संकेत मिलता है कि विपक्षी दल के लिए रणनीति की कमी इस सत्र में उनकी कमजोर स्थिति का प्रमुख कारण बन रही है। इस सत्र में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव और बजट पर चर्चा हो रही थी, जिनमें विपक्षी दल की ओर से सवाल उठाए जाने की उम्मीद थी। लेकिन राबड़ी देवी और अन्य विपक्षी सदस्यों की अनुपस्थिति के कारण चर्चा अपेक्षित तीव्रता नहीं दिखा सकी। सत्ता पक्ष ने अपने एजेंडा को बिना बाधा के आगे बढ़ाया, और कई महत्वपूर्ण निर्णय तेजी से लिए गए।
बिहार विधान परिषद का यह शीतकालीन सत्र विपक्ष के लिए कई सवाल छोड़ गया है। राबड़ी देवी की अनुपस्थिति और राजद के एमएलसी की फंसी हुई स्थिति ने सत्ता पक्ष को लाभ पहुंचाया, और विपक्षी दल की रणनीति की समीक्षा की आवश्यकता पर जोर दिया। इस सत्र ने यह भी दर्शाया कि भविष्य में विपक्ष को अधिक संगठित और तैयार होकर सत्रों में भाग लेना होगा, ताकि वे सत्ता पक्ष के हर निर्णय पर प्रभावी विरोध कर सकें।