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11-Dec-2025 09:48 AM
By First Bihar
Bihar Police : बिहार सरकार ने राज्य में कानून व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। गृह विभाग ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों (एसपी) को निर्देश दिया है कि वे एक दिन के अंतराल पर अपने-अपने जिले के पुलिस थानों का नियमित निरीक्षण करें। इस निरीक्षण का उद्देश्य थानों में शिकायतों का समय पर निपटारा, अपराधों की त्वरित जांच और जनता की समस्याओं को सुनना है। निरीक्षण के दौरान एसपी यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी मामलों में कार्रवाई पारदर्शी और समयबद्ध हो।
गृह मंत्री ने बताया कि जिले के सभी एसपी नियमित रूप से जनता दरबार लगाएंगे, जहां नागरिक सीधे अपनी शिकायतें पुलिस तक पहुंचा सकेंगे। जघन्य अपराधों में स्पीडी ट्रायल की प्रक्रिया सुनिश्चित की जाएगी, ताकि अपराधियों को शीघ्र न्याय मिल सके। उन्होंने स्पष्ट किया कि बिहार में किसी भी स्तर के माफिया या अपराधी को बक्सा नहीं जाएगा और कानून का शासन हर परिस्थिति में लागू रहेगा।
वर्तमान में बिहार पुलिस के कुल स्वीकृत पद 2,29,651 हैं। इस वर्ष 21,391 सिपाहियों की नियुक्ति की गई है और उन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है। 19,838 सिपाही पदों के लिए लिखित परीक्षा संपन्न हो चुकी है, जबकि शारीरिक परीक्षा इसी माह शुरू होगी। चयन प्रक्रिया मार्च 2026 तक पूरी कर ली जाएगी। दरोगा के 1,218 पदाधिकारियों का प्रशिक्षण राजगीर अकादमी में चल रहा है। इसके अलावा, अवार्ड निरीक्षक के 1,799 पदों पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन प्रकाशित किया गया है और पुलिस उपाध्यक्ष के 19 चयनित पदाधिकारियों का प्रशिक्षण जारी है।
तकनीकी सुधारों के क्षेत्र में बिहार पुलिस काफी सक्रिय है। राज्य के सभी जिलों में लगभग 10,000 आई-आधारित सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। रेलवे जंक्शन, प्रमुख चौक-चौराहे, शहरों और गांवों के प्रवेश व निकास मार्गों पर कैमरे लगाकर निगरानी बढ़ाई जा रही है। इसके लिए पंचायती राज विभाग के साथ समन्वय स्थापित किया गया है। तकनीकी संसाधनों का प्रयोग अपराध नियंत्रण, ट्रैफिक निगरानी और आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है।
गृह मंत्री ने कहा कि तकनीकी संसाधनों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से पुलिस बल की कार्यकुशलता और जनता के प्रति जवाबदेही बढ़ाई जा रही है। नियमित निरीक्षण, जनता दरबार और स्पीडी ट्रायल के जरिए बिहार पुलिस का लक्ष्य है कि सभी नागरिक सुरक्षित महसूस करें और अपराधियों को कानून के दायरे में लाया जा सके।
इन सभी पहलों से राज्य में कानून व्यवस्था और सार्वजनिक सुरक्षा में सुधार होगा। सीसीटीवी निगरानी, जनता दरबार और नियमित निरीक्षण से नागरिकों को अपने अधिकारों और सुरक्षा के प्रति विश्वास मिलेगा। नई नियुक्तियों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों से बिहार पुलिस हर चुनौती का सामना करने के लिए सक्षम होगी।
इस प्रकार, बिहार सरकार और पुलिस विभाग के ये प्रयास राज्य में अपराध नियंत्रण, सुरक्षा और प्रशासनिक जवाबदेही सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। यह पहल न केवल अपराधियों के लिए चेतावनी है बल्कि आम नागरिकों के लिए विश्वास और सुरक्षा का संदेश भी है।