ब्रेकिंग न्यूज़

पुलिस की चौकसी पर उठा सवाल: मुजफ्फरपुर में लग्जरी कार सवार बदमाशों का दुस्साहस देखिये, गैस कटर से SBI ATM काटकर 25 लाख उड़ाए तेजस राजधानी एक्सप्रेस में परोसा गया खराब खाना, यात्रियों का आरोप—शिकायत पर बोला स्टाफ “कंप्लेन कही भी कर लो कुछ नहीं होगा” अच्छी नौकरी करने वाली पत्नी को नहीं मिलेगा गुजारा भत्ता, इलाहाबाद हाईकोर्ट का बड़ा फैसला जानिये कौन है प्रमोद निषाद?..जिसने 19 हजार फर्जी आधार कार्ड का पूरा नेटवर्क खड़ा कर दिया जमुई में महादलित युवक को नंगा करके पीटा, वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर किया वायरल IndiGo Flight News: इंडिगो की उड़ानों का रद्द होने का सिलसिला जारी, पटना से 8 फ्लाइट कल कैंसिल आय से अधिक संपत्ति मामला: AIG प्रशांत कुमार के खिलाफ दर्ज FIR रद्द, हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी SVU आय से अधिक संपत्ति मामला: AIG प्रशांत कुमार के खिलाफ दर्ज FIR रद्द, हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी SVU अगुवानी–सुल्तानगंज पुल का मुख्य सचिव ने किया निरीक्षण, मई 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य Pawan Singh Threat Case: ‘हम जो करते हैं खुलेआम करते हैं, पवन सिंह को धमकी नहीं दी’, लॉरेंस बिश्नोई गैंग का ऑडियो आया सामने

Bihar Police: बिहार में पहली बार DIG और IG रैंक के अधिकारियों को मिला जिलों का प्रभार, अब करना होगा यह अहम काम

Bihar Police: बिहार में पहली बार ऐसी व्यवस्था की गई है। मंत्री और सचिव या उससे उपर स्तर के अधिकारियों को जिलों का प्रभारी बनाये जाने की व्यवस्था पहले से है।

Bihar Police:

16-Jan-2025 08:15 AM

By First Bihar

Bihar Police: बिहार में पहली बार ऐसी व्यवस्था की गई है कि मंत्री और सचिव या उससे उपर स्तर के अधिकारियों को जिलों का प्रभारी बनाया जाता है। अब कुछ ऐसा ही नियम पुलिस महकमे में भी लागू किया गया है। दरअसल, बिहार में पहली बार पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों को जिलों का प्रभार सौंपने की बातें कही गई है।तो आइए जानते हैं कि पुलिस मुख्यालय से तरफ से क्या निर्देश जारी किए गए हैं। 


दरअसल, बिहार में अब प्रत्येक जिले के लिए एक-एक प्रभारी आईपीएस अधिकारी भी होंगे। राज्य पुलिस मुख्यालय में तैनात डीआईजी, आईजी से लेकर एडीजी रैंक के अधिकारियों को अलग-अलग जिले का प्रभार सौंपा गया है। ये अधिकारी अपने-अपने प्रभार वाले जिलों का सप्ताह में दो दिन (बुधवार एवं गुरुवार) को दौरा करेंगे और इसकी पूरी रिपोर्ट सीधे डीजीपी को सौंपेंगे। इससे संबंधित आदेश डीजीपी विनय कुमार ने जारी किया है।


यहां ध्यान देने वाली बातें यह है कि बिहार में पहली बार ऐसी व्यवस्था की गई है। इससे पहले सूबे के अंदर मंत्री और सचिव या उससे उपर स्तर के अधिकारियों को जिलों का प्रभारी बनाये जाने की व्यवस्था रही है। लेकिन,पुलिस महकमे में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं थी। लेकिन, अब बिहार में पहली बार पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों को जिलों का प्रभार सौंपने की अपनी तरह की पहल की गई है।


बताया जा रहा है कि इन आईपीएस अधिकारियों को अपने-अपने जिलों में जाकर थाना से लेकर जिला स्तर की पुलिसिंग की समीक्षा करनी होगी। इन्हें मुख्य रूप से 19 बिन्दुओं पर समीक्षा करते हुए अपनी रिपोर्ट डीजीपी को देनी है। इसके आधार पर संबंधित पदाधिकारियों पर आगे की कार्रवाई होगी। ये अधिकारी संबंधित जिलों में अपराध की स्थिति, पुलिस पदाधिकारियों के कार्यों का प्रदर्शन की समीक्षा करेंगे।


इधर, एडीजी (मुख्यालय) कुंदन कृष्णन को पटना का नोडल अधिकारी बनाया गया है। प्रभारी अफसर अत्यधिक अपराधों वाले थानों की समीक्षा कर कारणों की तलाश, जिला स्तर पर लंबित मामलों की स्थिति, कुख्यात या टॉप-10 अपराधियों की सूची में गिरफ्तार हुए अपराधियों का आंकड़ा, नक्सल प्रभावित जिलों में नक्सल विरोधी कार्यों की समीक्षा कर कार्रवाई की स्थिति समेत ऐसे अन्य सभी बिन्दुओं पर समीक्षा करके रिपोर्ट तैयार करेंगे। ये अधिकारी अपने प्रभारी वाले जिले की समुचित पुलिसिंग और अपराध नियंत्रण की स्थिति की मॉनीटरिंग भी करेंगे।