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11-Dec-2025 07:47 AM
By First Bihar
Bihar News: बिहार में जमीन से जुड़े विवाद दिन-ब-दिन बढ़ते ही जा रहे हैं। फर्जी कागजात, डबल रजिस्ट्री, गलत प्लॉट दिखाना या दाखिल-खारिज न कराना जैसे मामले आम हो गए हैं। सरकार चाहे कितनी भी सख्ती कर ले, लेकिन अगर आप जमीन खरीदते समय सतर्क नहीं रहेंगे तो जीवन भर कोर्ट-कचहरी और टेंशन में फंसे रहेंगे। यही वजह है कि विशेषज्ञ बार-बार सात खास सावधानियों की बात करते हैं। इन्हें अपनाने से 90 प्रतिशत विवाद अपने आप खत्म हो जाते हैं।
सबसे पहले जमीन बेचने वाले से खाता संख्या और प्लॉट संख्या जरूर लें। फिर किसी विश्वसनीय वेंडर या वकील से रजिस्ट्री ऑफिस में जाकर चेक कराएं कि जमीन सरकारी, रेलवे या किसी सार्वजनिक उपयोग की तो नहीं है। कई बार लोग ऐसी जमीन बेचकर गायब हो जाते हैं। दूसरा, देखें कि विक्रेता के नाम पर म्यूटेशन या दाखिल-खारिज हुआ है या नहीं। नई लगान रसीद मांगें। अगर नहीं है तो सौदा करने से पहले मना कर दें। तीसरा, पूछें कि जमीन पर कोई बैंक लोन तो नहीं है। लोन होने पर बैंक मूल कागजात अपने पास रखता है। अगर विक्रेता मूल पेपर नहीं दिखा पा रहा तो सतर्क हो जाएं।
चौथा, जमीन का नक्शा मांगें और किसी अमीन से मौके पर नपवाएं। कई बार रजिस्ट्री एक प्लॉट की करा दी जाती है और दखल दूसरी जगह का दिलाया जाता है। पांचवां, रजिस्ट्री से पहले बाउंड्री कराएं और जेसीबी चलवाकर देख लें। अगर कोई और दावेदार है तो वह तुरंत सामने आ जाएगा। छठा, अगर विक्रेता की पत्नी या 18 साल से ऊपर के बच्चे हैं तो उन्हें गवाह जरूर बनाएं। ताकि बाद में वे दावा न ठोंक सकें। सातवां और सबसे जरूरी रजिस्ट्री के तुरंत बाद अपना दाखिल-खारिज करा लें। यह न हुआ तो समझिए आपकी जमीन अभी भी कानूनी रूप से आपकी नहीं हुई।
ये सात सावधानियां अगर आपने बरत लीं तो फर्जीवाड़े की 99 प्रतिशत गुंजाइश अपने आप खत्म हो जाती है। सरकार उड़नदस्ता बना रही है, माफियाओं पर शिकंजा कस रही है, लेकिन आपकी सतर्कता ही सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है। जमीन एक बार फंस गई तो पीढ़ियां कोर्ट के चक्कर काटती रहती हैं। इसलिए अगली बार जमीन खरीदने जाएं तो इन सात बातों को गांठ बांधकर जाएं।