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05-Dec-2025 07:01 AM
By First Bihar
Bihar winter forecast : बिहार में इन दिनों कड़ाके की ठंड लोगों की दिनचर्या पर असर डालने लगी है। दिसंबर के दूसरे सप्ताह में ही शीतलहर जैसे हालात बनने लगे हैं। सुबह और रात के तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है, वहीं प्रदेश के कई जिलों में न्यूनतम तापमान 10°C से नीचे पहुंच चुका है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले दिनों में ठंड के तेवर और अधिक तल्ख होंगे और प्रदेश शीत मौसम के चरम दौर में प्रवेश करेगा।
राजधानी पटना सहित राज्य के अधिकतर जिलों में सुबह के समय मध्यम स्तर का कोहरा छाया रहने से दृश्यता प्रभावित हो रही है। सुबह–सुबह सड़क मार्ग से यात्रा करने वालों को वाहन की रफ्तार कम करनी पड़ रही है। फिलहाल विजिबिलिटी लगभग 500 मीटर के आसपास बनी हुई है, जिसके कारण लोगों को काफी सावधानी बरतनी पड़ रही है। मौसम केंद्र पटना के अनुसार अगले दो दिनों तक बिहार के कई जिलों में सुबह और रात के समय हल्के से मध्यम स्तर का कोहरा बना रहेगा। पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, गोपालगंज, सीवान और मुजफ्फरपुर से लेकर मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, भागलपुर, खगड़िया, मुंगेर, जमुई और बांका जिलों में कोहरे का प्रभाव खास तौर पर देखने को मिलेगा। इसके साथ ही पटना, औरंगाबाद, गया, लखीसराय, सासाराम और कैमूर जिलों में भी दृश्यता प्रभावित होने की संभावना जताई गई है।
पिछले 24 घंटों के आंकड़ों की बात करें तो राज्य का सबसे कम तापमान कैमूर (भभुआ) जिले के अधौरा में 8.3°C दर्ज किया गया। हालांकि बुधवार की तुलना में इसमें दो डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज हुई है, लेकिन यह तापमान सर्दी की तीव्रता का स्पष्ट संकेत दे रहा है। पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण और बांका जिलों में भी न्यूनतम तापमान 10°C से नीचे रिकॉर्ड किया गया है। वहीं भागलपुर, जमुई, गया, नालंदा, नवादा, रोहतास, औरंगाबाद, बेगूसराय, वैशाली और दरभंगा समेत कई जिलों में न्यूनतम तापमान 10°C से 12°C के बीच रहा।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इस गिरावट के पीछे पछुआ हवा की सक्रियता बड़ी भूमिका निभा रही है। राज्य में पछुआ हवा की रफ्तार 40 किमी/घंटा तक पहुंच रही है, जिससे ठंड का असर और अधिक बढ़ गया है। हवा में मौजूद नमी और बादलों की कमी के कारण रात के तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है। हालांकि दिन में हल्की धूप निकलने से ठंड थोड़ी कम महसूस होती है, लेकिन शाम ढलते ही मौसम पूरी तरह सर्द हो जाता है।
पटना मौसम केंद्र का कहना है कि फिलहाल प्रदेश में न्यूनतम तापमान 8°C से 12°C के बीच बना रहेगा। हालांकि 15 दिसंबर के बाद तापमान में और अधिक गिरावट की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार मध्य दिसंबर से उत्तर भारत में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। इसके बाद ठंडी हवाएं बिहार की ओर रुख करेंगी। इससे राज्य में सर्दी का प्रकोप और बढ़ने की पूरी संभावना है। कई जिलों में तापमान 6°C से 8°C तक पहुंच सकता है, जो मौसम को और अधिक कठोर बना देगा।
ठंड बढ़ने के साथ ही आमजन की परेशानियां भी बढ़ने लगी हैं। विशेषकर सुबह–सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों, खेतों में काम करने वाले किसानों, रिक्शा और ठेला चलाने वाले लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कई लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं, वहीं नगर निगम और प्रशासनिक इकाइयाँ भी प्रमुख स्थानों पर अलाव की व्यवस्था कर रही हैं। ग्रामीण इलाकों में लोग अभी से घरों में गर्म कपड़ों, कम्बलों और हीटरों का प्रयोग बढ़ा चुके हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भी लोगों को ठंड से बचाव की सलाह दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि सुबह और देर शाम बाहर निकलते समय गर्म कपड़े जरूर पहनें, खासकर बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल में लापरवाही न बरतें। ठंडी हवा और कोहरे की वजह से श्वसन संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं। साथ ही मौसम में अचानक बदलाव से सर्दी-जुकाम का खतरा भी बढ़ जाता है।
कुल मिलाकर बिहार इस समय ठंड के शुरुआती चरम का अनुभव कर रहा है और आने वाले दिनों में मौसम के और अधिक सख्त होने के संकेत हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार मध्य दिसंबर से लेकर जनवरी के पहले सप्ताह तक ठंड अपने पूरे चरम पर रहेगी। इसलिए लोगों को आने वाले हफ्तों के लिए तैयार रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की जरूरत है।