मधुबनी में अपराधी बेलगाम: बाइक सवार उचक्कों ने 3 लाख रुपये से भरा बैग दंपति से छीना बिहार में अपराधियों का तांडव जारी: दंपति पर अंधाधुंध फायरिंग, महिला की हालत गंभीर 2025 में 21 से ज्यादा खिलाड़ी कर चुके संन्यास की घोषणा, इनमें से 7 Team India के E-Rickshaw Safety: अब ई-रिक्शा में भी पाएं गाड़ियों वाली सुरक्षा, जनता का सबसे बड़ा डर ख़त्म करने चली मोदी सरकार सुपौल में यथासंभव काउंसिल का शिक्षक सम्मान समारोह, संजीव मिश्रा ने किया सम्मानित मुजफ्फरपुर में चिराग की सभा में लगा यह नारा.."बिहार का सीएम कैसा हो, चिराग पासवान जैसा हो" Katihar News: कटिहार में फिर से उफान पर नदियां, गोदाम की दीवार गिरने से करोड़ों की संपत्ति का नुकसान Katihar News: कटिहार में फिर से उफान पर नदियां, गोदाम की दीवार गिरने से करोड़ों की संपत्ति का नुकसान Bihar Politics: इंडिया गठबंधन के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को मुकेश सहनी ने दी शुभकामनाएं, MP-MLA से की यह अपील Bihar Politics: इंडिया गठबंधन के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को मुकेश सहनी ने दी शुभकामनाएं, MP-MLA से की यह अपील
03-Sep-2025 08:27 AM
By First Bihar
Bihar Bhumi: राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने भूमि विवादों के निपटारे की प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए नई व्यवस्था लागू की है। अब सप्ताहिक बैठकें थानों के बजाय संबंधित अंचल कार्यालय परिसर में आयोजित की जाएंगी। बैठक की तिथि शनिवार निर्धारित की गई है, जिसमें भूमि विवादों के मामलों की सुनवाई होगी। इस बदलाव का उद्देश्य सुनवाई में नियमितता बनाए रखना और लंबित मामलों को कम करना है।
पहले यह बैठकें थानों पर होती थीं, जहां थानाध्यक्ष और अंचलाधिकारी संयुक्त रूप से भूमि विवादों की सुनवाई करते थे। लेकिन इससे कई समस्याएं उत्पन्न हो रही थीं। थानाध्यक्ष विधि व्यवस्था या जिला स्तरीय क्राइम मीटिंग में व्यस्त रहते थे, वहीं अंचलाधिकारी को विभिन्न थानों तक पहुंचने में कठिनाई होती थी। इसके कारण सुनवाई नियमित नहीं हो पाती थी और जनता को भी परेशानी का सामना करना पड़ता था। कई बार निर्धारित तिथि को जनता घंटों इंतजार के बाद निराश होकर लौट जाती थी।
अपर मुख्य सचिव राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, दीपक कुमार सिंह ने सभी जिलों के समाहर्ताओं को इस नई व्यवस्था के पालन के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने बताया कि अब अंचल स्तर पर आयोजित बैठक में थानाध्यक्ष स्वयं उपस्थित रहेंगे। अगर किसी कारणवश वे उपस्थित नहीं हो पाते हैं, तो अपर थानाध्यक्ष अनिवार्य रूप से बैठक में भाग लेंगे। साथ ही, यदि किसी मामले में स्थल भ्रमण आवश्यक हो तो थाना और अंचल कार्यालय के अधिकारी मिलकर निरीक्षण करेंगे। बैठक में राजस्व अधिकारी और हल्का कर्मचारी भी अनिवार्य रूप से उपस्थित रहेंगे, ताकि सुनवाई और निपटान में पारदर्शिता और दक्षता बढ़े।
जिले के बेला और मिठनपुरा थाना क्षेत्र में कुल 10 भूमि विवाद के मामले लंबित हैं, जिनमें से अभी तक किसी का भी निष्पादन नहीं हो पाया है। वहीं, करजा अंचल ने 203 प्राप्त आवेदनों का 100% निष्पादन कर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। जिले में सबसे अधिक भूमि विवाद के मामले साहेबगंज थाना क्षेत्र में दर्ज हुए हैं, जहाँ अब तक 462 मामले प्राप्त हुए हैं।
राजस्व विभाग इस व्यवस्था के सफल क्रियान्वयन के लिए लगातार मॉनिटरिंग करेगा और आवश्यकतानुसार सुधार करेगा। विभाग का लक्ष्य है कि भूमि विवादों के मामलों का निपटान समयबद्ध तरीके से हो ताकि आम जनता को राहत मिल सके और भूमि विवादों से उत्पन्न तनाव कम हो।
इतने थानों में भूमि विवाद के मामले लंबित
थाना | प्राप्त आवेदन | निष्पादन |
ओराई | 103 | 99 |
हथौड़ी | 17 | 13 |
पीयर | 51 | 25 |
बरुराज | 36 | 20 |
कथैया | 64 | 49 |
मोतीपुर | 236 | 193 |
अहियापुर | 71 | 05 |
बोचहां | 102 | 14 |
हथौड़ी | 33 | 30 |
सकरा | 185 | 167 |
गायघाट | 49 | 15 |
कांटी | 128 | 62 |
कटरा | 36 | 16 |
कुढ़नी | 83 | 58 |
मनियारी | 204 | 203 |
सिवाइपट्टी | 15 | 10 |
पानापुर | 07 | 01 |
ब्रह्मपुरा | 10 | 08 |
मुशहरी | 40 | 08 |
काजीमोहम्मदपुर | 12 | 05 |
नगर | 25 | 21 |
मिठनपुरा | 08 | 00 |
सदर | 30 | 17 |
सिकंदरपुर | 21 | 03 |
पारू | 150 | 147 |
देवरिया | 06 | 06 |
साहेबगंज | 462 | 438 |
बरियारपुर | 56 | 53 |
सरैया | 214 | 167 |
बेला | 02 | 00 |
तुर्की | 45 | 28 |
करजा | 203 | 203 |