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11-Sep-2025 09:32 AM
By First Bihar
(Bihar Election 2025) PATNA: बिहार में राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा के बाद कांग्रेस ने RJD और तेजस्वी यादव के साथ खेल शुरू कर दिया है. दिल्ली में कांग्रेस की दो दिनों तक बैठक के बाद पार्टी ने साफ कर दिया है कि वह तेजस्वी यादव को महागठबंधन का सीएम फेस नहीं मान रही है. कांग्रेस ने ये भी साफ कर दिया है कि सीटों के बंटवारे में उसे अपने पसंद की सीटें चाहिए.
तेजस्वी सीएम फेस नहीं
बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय पर हुई स्क्रीनिंग कमिटी की बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरू ने अपना पुराना स्टैंड को दोहरा दिया. उनसे जब पूछा गया कि क्या तेजस्वी यादव महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे, तो उन्होंने पहले सवाल टालने की कोशिश की. फिर मुस्कुराते हुए बोले, "बिहार का मुख्यमंत्री कौन होगा, यह फैसला बिहार की जनता को करने देना चाहिए."
राहुल गांधी भी टाल चुके हैं सवाल
इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी पूर्णिया में अपनी "वोटर अधिकार यात्रा" के दौरान तेजस्वी को सीएम कैंडिडेट मानने के सवाल पर चुप्पी साध चुके थे। उन्होंने उस समय भी कहा था कि चुनाव में जनता ही तय करेगी कि बिहार का मुख्यमंत्री कौन बनेगा।
सीट बंटवारे में पसंद की सीट चाहिए
कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरू ने सीट शेयरिंग पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि गठबंधन में नए साथियों के जुड़ने के बाद सभी दलों को कुछ सीटें छोड़नी होंगी। यानि अगर कांग्रेस की सीट कम होगी तो राजद को भी अपनी सीट कम करनी होगी. ऐसा नहीं होगा कि सिर्फ कांग्रेस की सीट काट कर दूसरे नए दल को महागठबंधन में एडजस्ट किया जाए.
अल्लावरू ने साफ किया कि कांग्रेस सम्मानजनक और मजबूत सीटों पर दावा करेगी. उन्होंने कहा, "हर राज्य में अच्छी और कमजोर सीटें होती हैं। संतुलन जरूरी है, ताकि किसी एक पार्टी को केवल विनिंग सीटें न मिलें और दूसरी पार्टी को सिर्फ कमजोर सीटें। हमारा प्रयास है कि सीट बंटवारे में निष्पक्षता बनी रहे और कांग्रेस को मनपसंद सीटें मिलें।"
पप्पू यादव भी बोले— सीएम का फैसला चुनाव बाद
इस बीच, निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने भी कांग्रेस की ही लाइन दोहराई है। उन्होंने कहा कि अभी मुख्यमंत्री पद के दावेदार का नाम घोषित करना जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा -"चुनाव के बाद विधायक आपस में बैठकर मुख्यमंत्री का चुनाव करें तो बेहतर होगा,"
कांग्रेस की दबाव की राजनीति?
बिहार की राजनीति में इसे कांग्रेस की "प्रेशर पॉलिटिक्स" माना जा रहा है। 2020 के विधानसभा चुनाव में राजद और कांग्रेस दोनों ने मिलकर महागठबंधन के बैनर तले चुनाव लड़ा था और उस वक्त तेजस्वी यादव को सीएम फेस घोषित किया गया था। लेकिन इस बार कांग्रेस आधिकारिक रूप से तेजस्वी का समर्थन करने से कतरा रही है।
राजनीतिक जानकार मानते हैं कि कांग्रेस ऐसा करके राजद पर सीट बंटवारे में दबाव बनाना चाहती है। वहीं, राजद बार-बार दोहरा रहा है कि उनके लिए तेजस्वी यादव ही महागठबंधन का चेहरा होंगे।