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03-Jul-2025 08:40 AM
By First Bihar
Bihar News: बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय (BRA बिहार विश्वविद्यालय - BRABU) में शैक्षणिक सत्र 2023-25 के पीजी थर्ड सेमेस्टर का परिणाम मंगलवार देर शाम जारी किया गया, लेकिन इसके साथ ही छात्रों के बीच नाराजगी और भ्रम का माहौल बन गया। परिणाम में भारी गड़बड़ी सामने आई है। सबसे चौंकाने वाला मामला आरडीएस कॉलेज की एक हिन्दी की छात्रा का है, जिसे 100 में 257 अंक दे दिए गए हैं। इसी तरह, 30 अंकों के प्रैक्टिकल में छात्रा को 225 अंक दे दिए गए, जो तकनीकी रूप से असंभव है। इसके बावजूद छात्रा को "प्रमोटेड" तक नहीं किया गया है।
100 से अधिक छात्रों का रिजल्ट पेंडिंग कर दिया गया है, जिससे वे काफी परेशान हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार, जिन विभागों ने इंटरनल अंक नहीं भेजे हैं, उन्हीं छात्रों का रिजल्ट रोका गया है। परीक्षा नियंत्रक प्रो. रामकुमार ने कहा कि जिस छात्रा को 257 अंक मिले हैं, उसकी जांच कराई जाएगी और भविष्य में इस तरह की त्रुटियों से बचने के उपाय किए जाएंगे।
इस परीक्षा में कुल 9,000 छात्रों ने हिस्सा लिया था, जिनमें से लगभग 8,000 छात्रों को पास घोषित किया गया है। हालांकि हिन्दी, अंग्रेजी और विज्ञान संकाय के कई छात्रों ने रिजल्ट में त्रुटियों की शिकायत की है। छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय और कॉलेज प्रशासन की लापरवाही के कारण उनका रिजल्ट प्रभावित हुआ है और अब उन्हें सुधार के लिए कई बार विश्वविद्यालय का चक्कर लगाना पड़ रहा है।
इससे पहले भी विश्वविद्यालय में पीजी परिणाम को लेकर गड़बड़ियों की खबरें सामने आती रही हैं। पिछली परीक्षाओं में छात्रों को एक-दो अंकों से फेल कर दिया गया था। उस समय BRABU प्रशासन ने हेड एग्जामिनर की नियुक्ति की बात कही थी, लेकिन गड़बड़ियों पर अंकुश नहीं लग सका है।
मंगलवार को जारी वोकेशनल परीक्षा के परिणामों में भी गंभीर गड़बड़ी सामने आई है। एक छात्र ने जहां सामान्य कोटे में आवेदन किया था, वहीं उसका परिणाम दिव्यांग कोटे में जारी कर दिया गया है। कई छात्रों के परिणाम में "नॉट क्वालिफाइड" लिखा गया है, जबकि छात्र अर्हता प्राप्त कर चुके थे। इसको लेकर कई छात्रों ने विश्वविद्यालय के सीसीडीसी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है। सीसीडीसी प्रो. मधु सिंह ने बताया कि शिकायतों का निपटारा किया जा रहा है।
वोकेशनल कोर्स के लिए नामांकन प्रक्रिया बुधवार से शुरू हुई, लेकिन पहले दिन कॉलेजों में छात्रों की उपस्थिति बेहद कम रही। कई कॉलेजों में सिर्फ 1-2 छात्र ही नामांकन लेने पहुंचे। पहली मेरिट सूची के तहत छात्रों को 9 जुलाई तक नामांकन लेना है। उसके बाद 10 जुलाई को दूसरी मेरिट लिस्ट जारी की जाएगी।
परीक्षा नियंत्रक प्रो. रामकुमार ने बुधवार को परीक्षा विभाग के कर्मियों के साथ बैठक की। उन्होंने डिग्री सेक्शन के स्टाफ को निर्देश दिया कि वे छात्रों के हित में दो घंटे अतिरिक्त काम करें। सभी पेंडिंग मार्कशीट को 30 दिनों के अंदर तैयार कर कॉलेजों को भेजने का निर्देश दिया गया है। साथ ही छात्रों की परेशानी को कम करने के लिए एक ऑनलाइन हेल्पलाइन और आवेदन पोर्टल शुरू करने की बात कही गई है, ताकि छात्रों को हर बार हार्ड कॉपी लेकर विश्वविद्यालय न आना पड़े।