Bihar Election 2025: खेसारी लाल यादव के रोड शो की शोर में दब गई मरीज की चीख, 45 मिनट तक एंबुलेंस में तड़पती रही महिला Bihar Election 2025: खेसारी लाल यादव के रोड शो की शोर में दब गई मरीज की चीख, 45 मिनट तक एंबुलेंस में तड़पती रही महिला US Visa Rules 2025: अमेरिका ने वीज़ा नियमों में किया सख्त बदलाव, अगर ये बीमारियां हैं तो US में नहीं मिलेगी एंट्री US Visa Rules 2025: अमेरिका ने वीज़ा नियमों में किया सख्त बदलाव, अगर ये बीमारियां हैं तो US में नहीं मिलेगी एंट्री Government Office New Time Table: क्यों बदल गई सरकारी दफ्तरों की टाइमिंग? जानिए.. अब कितने बजे खुलेंगे गवर्मेंट ऑफिस Government Office New Time Table: क्यों बदल गई सरकारी दफ्तरों की टाइमिंग? जानिए.. अब कितने बजे खुलेंगे गवर्मेंट ऑफिस Bihar Election 2025: ‘बिहार में पहले चरण की वोटिंग के दौरान नहीं हुई कोई गड़बड़ी’, चुनाव आयोग का दावा Bihar Election 2025: ‘बिहार में पहले चरण की वोटिंग के दौरान नहीं हुई कोई गड़बड़ी’, चुनाव आयोग का दावा Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के बीच बसपा का बड़ा एक्शन, पार्टी उम्मीदवार को 6 साल के लिए निकाला Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के बीच बसपा का बड़ा एक्शन, पार्टी उम्मीदवार को 6 साल के लिए निकाला
07-Nov-2025 03:54 PM
By First Bihar
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से एक सप्ताह पहले पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। झारखंड और बिहार के सीमावर्ती इलाके से एक कुख्यात माओवादी निशांत सोरेन को गिरफ्तार किया गया है। इस गिरफ्तारी की पुष्टि झाझा के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजेश कुमार ने की।
गिरफ्तार निशांत सोरेन को चिहरा थाना क्षेत्र के राजाडूमर से किया गया। इस अभियान में सीआरपीएफ और एसटीएफ की टीम भी शामिल थी। पूछताछ के दौरान निशांत सोरेन ने संगठन से जुड़े कई महत्वपूर्ण जानकारी का खुलासा किया, जिससे पुलिस को आगामी चुनाव में इलाके में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।
एसडीपीओ ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि पिछले एक दशक से फरार चल रहे निशांत सोरेन अपने घर राजाडूमर आए हुए हैं। इसके बाद चिहरा थानाध्यक्ष रिंकू रजक के नेतृत्व में विशेष टीम ने उन्हें उनके घर से गिरफ्तार किया।
निशांत सोरेन लंबे समय से जमुई, लखीसराय, बांका, मुंगेर, नवादा और झारखंड के सीमावर्ती इलाकों में सक्रिय था। वह माओवादी गतिविधियों में संलिप्त रहा और कई घटनाओं को अंजाम देने में शामिल था। उस पर दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें से पुलिस लंबे समय से उसे पकड़ने की कोशिश कर रही थी।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, निशांत सोरेन की गिरफ्तारी से माओवादी संगठन को बड़ा झटका लगा है और इलाके में चुनावी सुरक्षा के लिहाज से यह बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। फिलहाल पुलिस उसकी विस्तृत पूछताछ कर रही है और उससे मिली जानकारी के आधार पर आगे की कार्रवाई की योजना बनाई जा रही है।