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18-Nov-2025 06:02 PM
By First Bihar
JEHANABAD: जहानाबाद जिले के कांग्रेस नेता सैयद कैसर आलम रिज़वी ने बड़ा फैसला लेते हुए जिले के लाचार और गरीब बुजुर्गों के लिए वृद्धाश्रम और बच्चों के स्कूल बनाने के लिए अपनी एक बीघा पुस्तैनी जमीन दान देने की घोषणा की है।
उन्होंने शहर के जाफरगंज रिजवी कॉलोनी में घोषणा करते हुए कहा कि वह अपने स्वतंत्रता सेनानी दादा के नाम से वृद्धाश्रम और स्कूल बनवाना चाहते हैं, लेकिन उनके पास इसे बनवाने के लिए पैसे नहीं है। इस कारण उन्होंने राहुल गांधी को ईमेल किया है कि वह उनके गांव के खानदानी एक बीघा जमीन पर जिले के लाचार वृद्ध और गरीब बच्चों के लिए आश्रम और स्कूल बनवा दें।
उन्होंने बताया कि ज्यादातर गरीब बच्चे सातवीं के बाद पढ़ाई छोड़ देते हैं। इसलिए वह सातवीं से लेकर 12वीं तक का स्कूल खोलना चाहते हैं। ताकि गरीबों के बच्चे उसमें 12वीं तक की शिक्षा हासिल कर सके। जिले के गरीब और लाचार वृद्धो की स्थिति भी खराब है। उनके लिए वह शरण स्थली बनवाना चाहते हैं।
उनके दादा हकीम सैयद तल्लुफ हुसैन और पिता भी सैयद मंजरुल हुसैन दोनों स्वतंत्रता सेनानी थे और स्वतंत्रता आंदोलन में बढ़कर हिस्सा लेते थे। जिसके कारण उन दोनों को आजादी की लड़ाई में जेल भी जाना पड़ा था। उनके दादा जहानाबाद जिले के जाने-माने स्वतंत्रता सेनानी और पूर्व विधायक स्वर्गीय फिदा हुसैन के बहनोई थे और के उन्हीं की संगत में स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लेते थे। उस समय कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं का पत्र उनके दादा के पास आते थे।
महात्मा गांधी जब 1947 में जहानाबाद आए थे तो उनके घर भी आए थे। उनके दादा कांग्रेस के 27 में अधिवेशन में 1922 में भाग लिए थे। इसके लिए चितरंजन दास जी का पत्र इनके दादा के पास आया था। इनके दादा का निधन आजादी के पहले 1929 में ही हो गया था। इनके बाद उनके पिता सैयद मंजरुल हुसैन ने आजादी की लड़ाई की कमान संभाली थी।
देश को स्वतंत्रता मिलने के बाद इनके पिता को स्वतंत्रता सेनानी पेंशन मिलता था। 15 अगस्त 1972 को स्वतंत्रता के 25 वें वर्षगांठ के अवसर पर तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने इनके पिता सैयद मंजरुल हुसैन को दिल्ली बुलाकर ताम्रपत्र से सम्मानित किया था। रिजवी ने बताया कि वह अपने स्वतंत्रता सेनानी दादा और पिता का नाम अमर करना चाहते हैं साथ ही जहानाबाद के लाचार वृद्ध और गरीब बच्चों के लिए आश्रम और स्कूल बनवाना चाहते हैं।
इसीलिए वह सदर प्रखंड के किनारी पंचायत स्थित सलेमापुर गांव में अपने खानदानी रियासी मकान की एक बीघा जमीन को दान देना चाहते हैं। उन्होंने राहुल गांधी से अपील की है कि उक्त जमीन पर आश्रम और स्कूल बनवाकर जिले के लाचार वृद्ध और गरीब बच्चों का कल्याण करें। कांग्रेस नेता ने वर्तमान चुनाव में कांग्रेस की स्थिति के लिए बिहार के कांग्रेस नेताओं को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि दूसरे दलों से कांग्रेस में आने वाले और कांग्रेस को छोड़कर जाने वालों को पार्टी में शामिल नहीं किया जाए तो कांग्रेस की स्थिति सुधर सकती है।