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आर्थिक अपराध इकाई की ताबड़तोड़ छापेमारी: बैंक कर्मी भवेश कुमार सिंह पर आय से संपत्ति का आरोप

पटना से गोपालगंज तक आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने बैंक विकास पदाधिकारी भवेश कुमार सिंह के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। उन पर आय से 60.68% अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। ईओयू ने पटना, गोपालगंज और अन्य स्थानों पर कई आवासीय, व्यावसायिक और..

बिहार

12-Dec-2025 02:48 PM

By First Bihar

GOPALGANJ :- पटना से लेकर गोपालगंज तक आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की ताबड़तोड़ छापेमारी जारी है। पटना के पाटलिपुत्रा सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के विकास पदाधिकारी भवेश कुमार सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के गंभीर आरोपों के बाद ईओयू की टीम ने एक साथ कई ठिकानों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। 


विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आर्थिक अपराध इकाई को यह इनपुट प्राप्त हुआ था कि पाटलिपुत्रा सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के विकास पदाधिकारी भवेश कुमार सिंह ने भ्रष्ट व अवैध तरीकों से आय से 60.68% अधिक संपत्ति अर्जित की है। सूचना के सत्यापन के बाद मामला गंभीर पाया गया और इसी क्रम में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित 2018) की धारा 13(2) सहपठित 13(1)(B) के तहत मामला दर्ज किया गया। 


इसके बाद न्यायालय से तलाशी अधिपत्र प्राप्त कर आर्थिक अपराध इकाई ने शुक्रवार की सुबह से ही भवेश कुमार सिंह के कई आवासीय और कार्यालयीय ठिकानों पर एक साथ छापेमारी शुरू कर दी। जिन ठिकानों पर छापेमारी हुई- 1. पुष्पक रेसिडेंसी, फ्लैट नंबर 203, रामजयपाल नगर, थाना खपरापुर, पटना – किराए का आवास, 2. जकरियापुर, कृष्णा निकेतन स्कूल के पास, गैस गोदाम गली, पहाड़ी पर स्थित G+5 भवन - अगमकुआं, पटना, 3. ग्राम जलालपुर, पोस्ट धर्मपरसा, थाना मांझागढ़, जिला गोपालगंज स्थित पैतृक निवास, 4. भावना पेट्रोलियम, विशम्भरपुर, थाना मांझागढ़, जिला गोपालगंज स्थित कार्यालय, 5. जय माता दी राइस मिल, बेला बिहटा, जिला पटना एवं 6. पाटलिपुत्रा सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक, एसपी वर्मा रोड, पटना स्थित कार्यालय ईओयू की कई टीमों ने अलग-अलग जिलों में एक साथ कार्रवाई शुरू की। 


कई ठिकानों पर पुलिस बल की मौजूदगी दिखी और दस्तावेजों की गहन जांच की गई। अधिकृत सूत्रों का कहना है कि - तलाशी के बाद विस्तृत विवरण प्रेस को उपलब्ध कराया जाएगा। गोपालगंज में स्थित भावना पेट्रोलियम और पैतृक आवास पर भी ईओयू एवं स्थानीय पुलिस की टीम सुबह से ही पहुंची। इसी दौरान पेट्रोल पंप के मालिक और पूर्व मुखिया राजेश सिंह ने मीडिया से बात करते हुए इस पूरे मामले को राजनीतिक साजिश बताया। 


राजेश सिंह ने बताया कि "सुबह 9 बजे के  करीब 8 गाड़ियों में आर्थिक अपराध इकाई और पुलिस की टीम हमारे घर और पेट्रोल पंप पर पहुंची। उन्होंने हर जगह जांच की। लेकिन न कोई कागज़, न कोई दस्तावेज़ और न ही कोई सामग्री ज़ब्त की गई। न ही किसी चीज़ को सील किया गया। यह पूरा मामला विरोधियों की साजिश है। चुनाव नजदीक है, और कुछ स्थानीय प्रतिद्वंद्वी जानबूझकर हमें फंसाने की कोशिश कर रहे हैं। प्रशासन और अपर अधिकारियों ने पूरी जांच की और पाया कि सब कुछ पारदर्शी है। पेट्रोल पंप भी खुला है, ऑफिस भी चालू है। हम पूरी तरह बेदाग हैं, यह कार्रवाई सिर्फ विरोधियों की राजनीतिक चाल है। 


सूत्रों के अनुसार, ईओयू की टीम वित्तीय लेन-देन, संपत्ति के दस्तावेज़, बैंक ट्रांजेक्शन और आय से अधिक संपत्ति के संभावित सबूत तलाश रही है। कार्रवाई कई घंटों तक जारी रहने की उम्मीद है। टीम द्वारा जब्ती सूची और आधिकारिक रिपोर्ट प्रेस को छापेमारी पूरी होने के बाद जारी की जाएगी। पटना से गोपालगंज तक फैले छह ठिकानों पर ईओयू की बड़ी कार्रवाई, आय से 60.68% अधिक संपत्ति का आरोप और दूसरी तरफ पूर्व मुखिया राजेश सिंह द्वारा इस पूरे मामले को साजिश करार देना।