Bihar Politics: सम्राट चौधरी का फुटा गुस्सा, कहा- 'केरल से कश्मीर तक,INDI गठबंधन सिर्फ भारत की आत्मा पर वार कर रहा है' Bihar Crime News: मंदिर से गाड़ी की पूजा कर लौट रहे शख्स की गोली मारकर हत्या, परिवार के कई लोग घायल Bihar News: बिहार सरकार ने महिला रोजगार योजना का किया शुभारंभ, महिलाओं को मिलेगा स्वरोजगार का लाभ अब तक कोई भारतीय बल्लेबाज नहीं तोड़ पाया Asia Cup में सचिन तेंदुलकर का यह रिकॉर्ड, इस बार होगा चमत्कार? Bihar Crime News: पैसों के लेनदेन में विवाद खूनी संघर्ष में बदला, युवक पर चाकू से हमला Bihar Weather: बिहार के 15+ जिलों में आज बारिश की संभावना, मौसम विभाग ने किया सावधान Bihar News: बिहार में बना देश का सबसे बड़ा बैटरी आधारित सोलर बिजली घर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे उद्घाटन जमुई में ट्रकों से अवैध वसूली करते 4 गिरफ्तार, कार-गहने-मोबाइल बरामद अब जल्द ही मेट्रो की आरामदायक यात्रा का आनंद लेंगे पटनावासी, डीएम ने सभी स्टेशनों पर पार्किंग स्पेस सुनिश्चित करने का दिया निर्देश BIHAR: दरभंगा में 29 करोड़ की लागत से खादी मॉल सह अर्बन हाट का निर्माण शुरू, मिलेगा रोजगार और पहचान
10-Jul-2025 09:23 AM
By First Bihar
Bihar News: बिहार के गोपालगंज जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां शराब के साथ पकड़े गए एक नाबालिग को किशोर न्याय बोर्ड ने सुधरने का मौका देते हुए एक अनूठी सजा सुनाई है। इस नाबालिग को 30 पेड़ लगाने और उनकी देखभाल करने का आदेश दिया गया है। यह फैसला इस किशोर को समाज की मुख्यधारा से जोड़ेगा और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा भी देगा।
ज्ञात हो कि 13 अप्रैल 2025 को गोपालगंज के भोरे थाना क्षेत्र के एक गांव में पुलिस ने एक किशोर को 135 पीस शराब और एक बाइक के साथ पकड़ा था। मामला किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पहुंचा, जहां सुनवाई के दौरान किशोर ने अपनी गलती स्वीकार की। उसने बोर्ड से माफी मांगते हुए कहा कि वह अपनी गलती सुधारना चाहता है और समाज का हिस्सा बनना चाहता है। किशोर की इस अपील को ध्यान में रखते हुए बोर्ड ने एक रचनात्मक और सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाया है।
गोपालगंज के किशोर न्याय बोर्ड के प्रधान मजिस्ट्रेट नीलेश भारद्वाज ने किशोर की दोष स्वीकृति को देखते हुए उसे सामुदायिक सेवा के तहत सजा सुनाई है। किशोर को भोरे प्रखंड के सीनियर सेकेंडरी हाई स्कूल कुवाडीडीह में 30 पेड़ लगाने और एक महीने तक उनकी देखभाल करने का निर्देश दिया गया है। इस कार्य की निगरानी स्कूल के प्रधानाध्यापक करेंगे।
बोर्ड ने यह भी सुनिश्चित किया कि किशोर को पेड़ लगाने में किसी तरह की परेशानी न हो। इसके लिए वन प्रमंडल पदाधिकारी, गोपालगंज को निशुल्क 30 पेड़ उपलब्ध कराने का आदेश दिया गया है। एक महीने बाद स्कूल के प्रधानाध्यापक इस कार्य के संबंध में अपनी रिपोर्ट किशोर न्याय बोर्ड को सौंपेंगे।
इस फैसले का मकसद न केवल किशोर को उसकी गलती का अहसास कराना है, बल्कि उसे समाज के प्रति जिम्मेदारी का भाव भी सिखाना है। पेड़ लगाने और उनकी देखभाल करने की प्रक्रिया से किशोर को पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता और सामुदायिक सेवा का महत्व समझ में आएगा। यह सजा न केवल किशोर को सुधार का अवसर देती है, बल्कि समाज के लिए भी एक सकारात्मक संदेश भी देती है।