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14-Sep-2025 08:35 PM
By HARERAM DAS
BEGUSARAI: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बेगूसराय में युवा शंकनाद सम्मेलन को संबोधित करते हुए बिहार के मौलवियों को चेतावनी दे दी। भाजपा को वोट नहीं देने का फतवा जारी करने वाले मौलवी से कहा कि मौलवी साहब यह सब काम बंद कर दो।
डंके की चोट पर कहता हूं कि मौलवी साहब ये काम बंद कर दो, आम मुसलमानों के ऊपर फतबा जारी मत करो, ये राजनीति है..आपका काम है धर्म का प्रसार करना..यदि मस्जिदों से राजनैतिक फतबा जारी करोंगे तो मंदिरों से भी घड़ी घंटा की आवाज निकलेगी।
बेगूसराय की जनता नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार की झोली में सातों सीटें देने जा रही है। पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार ने सरकारी योजनाओं का लाभ दिया लेकिन हिन्दू मुसलमान नहीं किया। प्रधानमंत्री आवास मिला हिन्दू मुसलमान नहीं किया। लेकिन कुछ लोग अनर्गल बयानबाजी करते हैं।
गिरिराज सिंह का दावा
भारतीय जनता युवा मोर्चा की ओर से आयोजित युवा शंखनाद सम्मेलन में पहुंचे कार्यकर्ताओं और युवाओं को संबोधित करते हुए.. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मंच से जोरदार भाषण देते हुए विपक्ष और मौलवियों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि “मैं डंके की चोट पर कहता हूं, मौलवी साहब यह काम बंद कर दो, आम मुसलमान के ऊपर फतवा मत जारी करो। आपका काम धर्म का प्रसार करना है, राजनीति करना नहीं। अगर मस्जिदों से राजनीतिक फतवा जारी होगा तो मंदिरों से भी घड़ी-घंटी की आवाज उठेगी।”
7 सीटों पर जीत का दावा
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर गिरिराज सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बेगूसराय की सड़कों पर विकास का जाल बिछा है। उन्होंने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी से कहा कि “बेगूसराय की सात सीटें हैं। कुछ राजनीतिक खिलाड़ी गुणा-भाग कर रहे हैं, लेकिन जनता सातों की सात सीटें NDA की झोली में डालेगी।”
विकास योजनाओं का उल्लेख
गिरिराज सिंह ने योजनाओं की लंबी फेहरिस्त गिनाई और कहा कि इन योजनाओं में कभी हिंदू-मुसलमान का भेदभाव नहीं किया गया। “नीतीश कुमार ने साइकिल दी, बच्चियों को ड्रेस दी, छात्राओं को 10 हजार से 50 हजार तक की प्रोत्साहन राशि दी, कहीं हिंदू-मुसलमान नहीं हुआ। प्रधानमंत्री आवास, शौचालय, नल-जल, बिजली, गैस, अनाज और आयुष्मान कार्ड– सबका लाभ बिना धर्म देखे मिला। उन्होंने एक गांव का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां मौलवी से सीधा सवाल किया गया कि मोदी-नीतीश की योजनाओं में कभी भेदभाव हुआ? और जवाब मिला “नहीं हुआ।”
विपक्ष पर हमला
कांग्रेस, कम्युनिस्ट और RJD पर निशाना साधते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि “क्या नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार से पहले गरीब बेटियों की इज्जत की चिंता किसी ने की थी? क्या पहले केवल बड़े लोगों की बेटियों-बहुओं की इज्जत थी? यह सरकार ही है जिसने गरीब बेटियों के सम्मान की रक्षा की।”
युवाओं से आह्वान
केंद्रीय मंत्री ने युवाओं से संकल्प लेने की अपील की कि “आने वाले दिनों में कोई बेटी का साइकिल न छीने, कोई ड्रेस बंद करने वाली सरकार न आए। बेटियों को लक्ष्मीबाई और युवाओं को भगत सिंह बनकर लोकतंत्र की रक्षा करनी होगी।
गिरिराज सिंह के बयानों में दो स्पष्ट धुरी दिखती हैं: एक ओर विकास और कल्याण योजनाओं का ज़ोर देकर चुनावी संदेश देना, दूसरी ओर धार्मिक नेताओं (मौलवियों) को सार्वजनिक चेतावनी देकर धार्मिक समर्थन को नियंत्रित करने का प्रयास। ऐसी भाषा चुनावी माहौल को और गर्म कर सकती है। ऐसे सार्वजनिक बयान सामाजिक संवेदनशीलता को भड़का भी सकते हैं। धार्मिक संस्थाओं पर सियासी आरोप और धार्मिक गतिविधियों के राजनीतिक उपयोग के बारे में चेतावनी चुनावी रणनीति का हिस्सा बन सकती है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का यह भाषण स्पष्ट रूप से चुनावी संकेत और आक्रामक राजनीतिक संदेश दोनों लेकर आया — विकास के दावों को रेखांकित करते हुए मौलवियों को सीधे रूप में चेतावनी देना और बेगूसराय की सभी सात सीटों का दावा करना। अब देखना होगा कि विपक्ष, स्थानीय धार्मिक नेतृत्व और आम जनता इस बयान पर क्या प्रतिक्रिया देती है और आने वाले दिनों में यह कहां तक राजनीतिक बहस का केन्द्र बनता है।