लोक आस्था का महापर्व छठ का तीसरा दिन, समाजसेवी अजय सिंह ने परिवार के साथ डूबते सूर्य को दिया अर्घ्य बगहा में पुलिस की बड़ी कार्रवाई: धनहा और भितहा में अवैध हथियार बरामद, चार आरोपी गिरफ्तार लोक आस्था का महापर्व छठ: युवा चेतना के सुप्रीमो ने व्रतियों के बीच बांटी साड़ी और सूप, कहा-छठ सामाजिक न्याय का प्रतीक BIHAR NEWS: मोकामा में गंगा नदी फिर बनी मौत का कुंड : छठ पूजा का जल लेने गया किशोर डूबा, पिछले तीन साल में सौ से अधिक लोग गंवा चुके जान Election Commission : चुनाव आयोग आज SIR को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा। देशभर में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण की घोषणा, अगले हफ्ते से प्रक्रिया शुरू होगी। Bihar News : गैस सिलेंडर लीक से लगी आग, छठ पूजा की तैयारी कर रही दो महिलाएं समेत तीन लोग झुलसे Bihar Election 2025 : तेजस्वी और राहुल से आगे निकले CM नीतीश कुमार, बढ़ सकती है महागठबंधन की टेंशन; आधी आबादी को लेकर तैयार हुआ ख़ास प्लान Bihar politics scandal : राजद नेता का बार डांसर संग अश्लील वीडियो वायरल, बोले– "सलमान खान भी डांस करते हैं, हमने कौन सा ग़लत किया" Bihar Politics : राहुल गांधी की बिहार से दूरी पर कांग्रेस में असमंजस, जानिए कांग्रेस बना रही कोई नई रणनीति या फिर सच में है नाराजगी का संकेत? Bihar Election 2025 : "मैं भी राजनीति छोड़ दूंगा...” बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह का बड़ा बयान,कहा - नहीं हुआ यह काम तो ....
24-Feb-2025 12:36 PM
By KHUSHBOO GUPTA
Banka News: बिहार के बांका में एक बुजुर्ग महिला की शव यात्रा डीजे की धुन पर निकाली गई। बांका के काटोरिया के थेबरी गांव में 100 साल की नदिया देवी की अंतिम यात्रा में मातम की जगह जश्न का माहौल दिखा। परिजनों ने शव यात्रा में डीजे बजवाया। गम और आंसू की बजाय शव यात्रा में परिवार के लोगों के साथ-साथ अन्य लोग भी नाचते-गाते नजर आए।
परिवार का कहना है कि अगर कोई शख्स 100 साल की उम्र पूरी कर ले, तो उसके निधन पर शोक नहीं बल्कि खुशी मनाई जाती है। इसी परंपरा के तहत उन्होंने दादी नदिया देवी की अंतिम विदाई डीजे के साथ करने का फैसला किया। परिजन शव यात्रा में भोजपुरी गानों पर ठुमके लगाते दिखे। इस शव यात्रा में महिलाएं भी शामिल थीं। शव को कंधा देने वाले लोग भोजपुरी गानों पर थिरकते दिखे।
शव यात्रा के दौरान डीजे वाली गाड़ी शव के आगे चलती नजर आई, वहीं लोग पीछे नाचते-गाते आ रहे हैं। इस अनोखी शव यात्रा के फोटोज और वीडियोज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। कुछ लोगों ने इसे परंपरा से जोड़कर सही बताया, तो वहीं कुछ ने इसे'संवेदनहीनता' कहा है। वहीं मृतक के पोते सिकंदर ने कहा कि, "यह हमारी पारंपरिक मान्यता है कि जो व्यक्ति 100 साल की उम्र पूरी करके दुनिया छोड़ता है, उसके लिए मातम नहीं बल्कि जश्न मनाना चाहिए." परिवार का कहना है कि उनकी दादी ने लंबी उम्र जी, इसलिए खुशी-खुशी उनकी अंतिम विदाई दी गई।