ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Police Encounter: समस्तीपुर मुठभेड़ में STF का बड़ा एक्शन, आर्म्स स्मगलर सस्पेंड ASI अरेस्ट; भारी मात्रा में हथियार बरामद Bihar Police Encounter: समस्तीपुर मुठभेड़ में STF का बड़ा एक्शन, आर्म्स स्मगलर सस्पेंड ASI अरेस्ट; भारी मात्रा में हथियार बरामद Bihar News: जेल में बंद महिला कैदी की मौत के बाद बवाल, प्रशासन पर गंभीर आरोप Bihar News: बिहार के इस जिले में आंधी-बारिश ने मचाई तबाही, घर पर गिरा बरगद का विशाल पेड़; दबकर बुजुर्ग की मौत Bihar News: प्रदूषण प्रमाण पत्र के लिए अब करना होगा यह काम, लागू हुआ परिवहन विभाग का नया नियम Bihar Ias Officers: बिहार के 16 DM समेत 29 IAS अफसर 26 दिनों के लिए कहां जा रहे ? सरकार ने सभी अधिकारियों को भेजी जानकारी, लिस्ट देखें... Bihar News: तेजस्वी यादव का नीतीश कुमार पर तीखा हमला, सड़क से सदन तक आंदोलन की दे दी चेतावनी Samastipur News: निलंबित ASI के घर छापेमारी में हथियारों का जखीरा बरामद, STF के साथ मुठभेड़; सर्च ऑपरेशन जारी Bihar CM: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली रवाना, निजी कार्य या बड़ा गेम प्लान? जानिए.. Bihar Crime News: घर से उठाकर ओझा की हत्या, 17 लोगों पर FIR; 2 गिरफ्तार

Jaya Ekadashi 2025: जया एकादशी 2025 के महत्व, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

सनातन धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है, जो भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के पूजन के लिए समर्पित होती है। यह दिन भक्तों के लिए एक अद्वितीय अवसर होता है, जब वे अपने मन की शुद्धि, पापों की मुक्ति और जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति करते हैं।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 03 Feb 2025 06:40:50 AM IST

Jaya Ekadashi 2025

Jaya Ekadashi 2025 - फ़ोटो Jaya Ekadashi 2025

Jaya Ekadashi 2025: सनातन धर्म में एकादशी तिथि भगवान विष्णु के विशेष पूजन का दिन मानी जाती है। हर माह के शुक्ल और कृष्ण पक्ष की एकादशी को विशिष्ट पूजा का आयोजन किया जाता है, जिसमें भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा का महत्व है। एकादशी व्रत का पालन करने से साधक की मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।


जया एकादशी का महत्व:

माघ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को जया एकादशी कहा जाता है। यह दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा के लिए समर्पित होता है। इस दिन व्रत रखने से न केवल भौतिक सुख प्राप्त होते हैं, बल्कि आत्मिक शांति और मानसिक शुद्धता भी मिलती है। एकादशी के व्रत से साधक को जीवन के समस्त दुखों और संकटों से मुक्ति मिलती है। इसके साथ ही यह व्रत पापों से मुक्ति का भी उपाय माना जाता है।


जया एकादशी कब मनाई जाती है?

जया एकादशी का व्रत माघ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। 2025 में यह तिथि 7 फरवरी को रात 9:26 बजे से प्रारंभ होगी और 8 फरवरी को रात 8:15 बजे तक रहेगी। हालांकि, एकादशी की तिथि सूर्योदय से मानी जाती है, इसलिए जया एकादशी 8 फरवरी को मनाई जाएगी।


जया एकादशी व्रत पूजा विधि:

स्नान और शुद्धता: इस दिन प्रातःकाल उठकर नित्य कर्मों के बाद शुद्ध होकर व्रत की शुरुआत करें। पवित्रता का ध्यान रखते हुए भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करें।

व्रत का संकल्प: एकादशी का व्रत लेने के लिए मन में दृढ़ संकल्प करें। व्रत के दौरान विशेष आहार-न्यास का पालन करें, जैसे अन्न का त्याग और फलाहार का सेवन।

भगवान विष्णु और लक्ष्मी माता की पूजा: इस दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु और लक्ष्मी माता की पूजा करनी चाहिए। दीपमालिका, अगरबत्ती, पुष्प और फल अर्पित करें।

प्रसाद का वितरण: पूजा के बाद, श्रद्धा भाव से प्रसाद का वितरण करें। खासकर ब्राह्मणों को भोजन कराने का महत्व है।


शुभ मुहूर्त (Jaya Ekadashi 2025):

सूर्योदय: सुबह 7:05 बजे

सूर्यास्त: शाम 6:06 बजे

चन्द्रोदय: दोपहर 1:50 बजे

चंद्रास्त: सुबह 4:44 बजे

ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 5:21 बजे से 6:13 बजे तक

विजय मुहूर्त: दोपहर 2:26 बजे से 3:10 बजे तक

गोधूलि मुहूर्त: शाम 6:04 बजे से 6:30 बजे तक

निशिता मुहूर्त: रात 12:09 बजे से 1:01 बजे तक

जया एकादशी का व्रत भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विशेष पूजा का अवसर है। इस दिन व्रत और पूजा करने से न केवल भौतिक सुख प्राप्त होते हैं, बल्कि मानसिक और आत्मिक शांति भी मिलती है। इस दिन के व्रत का पालन करने से साधक को जीवन में सुख-समृद्धि, धन, और पापों से मुक्ति मिलती है।