1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Mon, 13 Oct 2025 12:25:13 PM IST
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Bihar Politics: बिहार एनडीए में लंबे मंथन और जद्दोजहद के बाद आखिरकार रविवार की शाम को सीट शेयरिंग का फार्मूला तय हो गया। एनडीए में शामिल सभी दलों ने आपसी सहमति से सीटों का बंटवारा सौहार्दपूर्ण वातावरण में पूरा किया। इस एकजुटता को दिखाते हुए सभी नेताओं ने सोशल मीडिया पर साझा पोस्ट भी किया, जिसमें कहा गया कि "NDA परिवार ने मिलकर सीटों का बंटवारा तय कर लिया है।"
दरअसल, एनडीए में सीट शेयरिंग तय होते ही महागठबंधन पर दबाव बढ़ गया है, खासकर तेजस्वी यादव पर। अब उन पर गठबंधन में सीट बंटवारे की जिम्मेदारी को जल्द से जल्द पूरा करने का दबाव बन गया है हालांकि, इस घटनाक्रम से तेजस्वी यादव की एक परेशानी जरूर कम हो गई है। एनडीए में सीट बंटवारे के बाद विकासशील इंसान पार्टी प्रमुख मुकेश सहनी की 'बार्गेनिंग पॉवर' अब कमजोर हो गई है, क्योंकि अब उनके पास एनडीए में शामिल होने का विकल्प बंद हो चुका है।
मुकेश सहनी लगातार राजद पर दबाव बनाते रहे हैं। उन्होंने कई बार मंच से 40 सीटों और उपमुख्यमंत्री (डिप्टी सीएम) पद की मांग सार्वजनिक रूप से रखी। यहां तक कि उन्होंने यह भी कहा कि चाहे उन्हें गठबंधन में कितनी भी सीटें मिलें, वह 40 सीटों पर ही चुनाव लड़ेंगे।
सीट शेयरिंग में हो रही देरी से नाराज़ सहनी ने रविवार को व्यंग्य करते हुए कहा था कि महागठबंधन थोड़ा अस्वस्थ है, क्योंकि सारे डॉक्टर दिल्ली में हैं, इसलिए मैं वहीं जा रहा हूं। दिल्ली में ही सही इलाज होगा। यह बयान उन्होंने तेजस्वी यादव और राहुल गांधी की बैठक पर तंज कसते हुए दिया था।
अब तक राजद और मुकेश सहनी के बीच सहमति नहीं बन सकी है। सूत्रों के अनुसार, राजद ने सहनी को शर्तों के साथ 18 सीटों का ऑफर दिया है, लेकिन इनमें से 10 सीटों पर राजद उम्मीदवार खड़े करेगा, जबकि सिंबल वीआईपी का रहेगा। इस फॉर्मूले पर अभी तक मुकेश सहनी की सहमति नहीं बनी है।